नई दिल्ली: भारतीय एथलीट्स ने पेरिस ओलंपिक 2024 में शानदार प्रदर्शन किया लेकिन वो उम्मीदों के मुताबिक पदक देश को नहीं दिला पाए. भारत को 6 ऐसे मौकों पर निराशा हाथ लगी जब वो देश के लिए पदक पक्का कर सकते थे. तो आज हम आपको इस बारे में ही बताने वाले हैं कि वो भारत के कौन से एथलीट थे जो पदक जीतने से सिर्फ एक कदम दूर रह गए और बहुत मामूली से अंतर से मेडल हार गए.
🇮🇳😓 𝗧𝗼𝘂𝗴𝗵 𝗰𝗮𝗺𝗽𝗮𝗶𝗴𝗻 𝗳𝗼𝗿 𝗼𝘂𝗿 𝗮𝘁𝗵𝗹𝗲𝘁𝗲𝘀! Which of these athletes do you think were the most unfortunate to miss out on a medal?
— India at Paris 2024 Olympics (@sportwalkmedia) August 5, 2024
😞 This Olympics, we have witnessed a lot of heartbreak over the past few days. Although we have witnessed many of our athletes… pic.twitter.com/2ZiXHhBUbB
- मनु भाकर : भारतीय शूटर मनु भाकर के पास पेरिस ओलंपिक 2024 में एक और ब्रॉन्ज मेडल जीतने का मौका था लेकिन वो सिर्फ एक शॉट से चूक गईं. 7वीं सीरीज के अंत तक मनु मेडल जीतने की रेस में थी लेकिन उनको ब्रॉन्ड मेडल के लिए हंगरी की शूटर वेरोनिका मेजर से शूटऑफ करना पड़ा जहां वो हार गई. मनु बस एक शॉट से चूक गईं. अगर मनु ब्रॉन्ज मेडल जीत जातीं तो ये उनका तीसरा ओलंपिक मेडल होता, क्योंकि वो दो ब्रॉन्ज मेडल पहले ही जीत चुकी थीं.
- लक्ष्य सेन : भारत के स्टार शटलर लक्ष्य सेन के पास मौका था कि वो पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत की झोली में एक पदक डाल सकें, लेकिन वो ऐसा नहीं कर पाए और बैडमिंटन पुरुष एकल के स्पर्धा के ब्रॉन्ज मेडल मैच में मलेशिया के ली जी जिया ने 21-13, 16-21, 11-21 से हार गए. इसके साथ ही उनका पदक जीतने के का सपना टूट गए लेकिन वो देश के लिए इस इवेंट के सेमीफाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी बन गए.
- महेश्वरी चौहान और अनंत जीत : भारतीय शूटर महेश्वरी चौहान और अनंत जीत की जोड़ी के पास स्कीट मिश्रित टीम इवेंट के ब्रॉन्ज मेडल मैच में जीत दर्ज करने का मौका था. लेकिन वो ऐसा नहीं कर पाए और चीन की जोड़ी जियांग यटिंग और ल्यू जेइयलिन से सिर्फ 1 अंक से हार गए. इसके साथ ही इन दोनों का मेडल जीतने का सपना टूट गया.
- धीरज बोम्मादेवरा और अंकिता भकत : भारत की मिश्रित तीरंदाजी टीम के पास भी मौका था कि वो देश को एक पदक दिला सकें लेकिन वो ऐसा नहीं कर पाए. ये दोनों ब्रॉन्ज मेडल मैच में यूएसए के केसी कौफहोल्ड और ब्रैडी एलिसन की जोड़ी से 2-6 से हार गए. इसके साथ ही भारत के लिए पदक जीतने से भी चूक गए.
- अर्जुन बबूता : भारतीय शूटर अर्जुन बबूता के पास पेरिस ओलंपिक 2024 में देश को एक पदक दिलाने का मौका था लेकिन वो 10 मीटर एयर राइफल मेंस व्यक्तिगत स्पर्धा में चौथे स्थान पर रहे और ब्रॉन्ज मेडल जीतने से चूक गए. अर्जुन को अपने 20वें प्रयास में क्रोएशिया के मैरिसिक मिरान की बराबरी करने के लिए 10.9 के शॉट की जरूरत थी लेकिन वो 9.5 के शॉट के साथ चौथे स्थान पर रहकर ब्रॉन्ज मेडल जीतने से चूक गए.
- मीराबाई चानू : भारत की स्टार महिला भारत्तोलक एथलीट मीराबाई चानू के पास भी मौका था कि वो देश को एक पदक दिलाए. लेकिन वो ऐसा करने में विफल रहीं और टोक्यों ओलंपिक की सिल्वर मेडलिस्ट चानू महिला 49 किग्रा वेटलिफ्टिंग फाइनल में चौथे स्ठान पर रहीं और ब्रॉन्ज मेडल जीतने से चूक गईं. चानू सिर्फ 1 किलोग्राम के अंतर से पदक जीतने से चूक गई.