नई दिल्ली : पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी के लिए तैयारियां चल रही है. यह टूर्नामेंट अगले साल 2025 में पाकिस्तान की मेजबानी में खेली जाएगी. लेकिन, बीसीसीआई टीम इंडिया को पाकिस्तान भेजने के बिल्कुल मूड में नहीं है. अब पाकिस्तान को भी लगने लगा है कि भारत इसके लिए पाकिस्तान में नहीं आएगा और भारत के मैच कहीं विदेश में ही कराने पड़ेंगे.
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष खालिद महमूद का मानना है कि भारत अगले साल की शुरुआत में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान नहीं जाएगा. महमूद ने कहा, 'इस बात की बहुत कम संभावना है कि वे पाकिस्तान में खेलने के लिए सहमत होंगे. हालांकि, उन्होंने कहा कि अगर भारत पाकिस्तान का दौरा नहीं करता है, तो यह पीसीबी और आईसीसी के लिए एक नुकसानदायक सौदा होगा.
महमूद ने कहा, 'भारत सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड है और उसका बहुत प्रभाव है. अगर वे अपनी टीम पाकिस्तान नहीं भेजते हैं तो मुझे लगता है कि श्रीलंका, अफगानिस्तान और बांग्लादेश जैसे देश भी उनके रास्ते पर चलेंगे. 1989 और 1999 में पाकिस्तान के जूनियर और सीनियर टीम मैनेजर के रूप में दो बार भारत गए महमूद ने कहा, 'इससे चैंपियंस ट्रॉफी मूल रूप से एक ऐसे उद्यम में बदल जाएगी, जहां राजस्व में कमी आएगी, खर्च बढ़ेगा और मुनाफा कम होगा.
महमूद ने कहा कि पीसीबी को खेल और राजनीति को न मिलाने की अपनी नीति का पालन करना चाहिए. देखिए, बात यह है कि इस स्तर पर आप केवल लॉबी कर सकते हैं और अन्य बोर्डों को अपने पक्ष में करने के लिए मनाने की कोशिश कर सकते हैं. भारत का आईसीसी में बहुत अधिक प्रभाव है, इसलिए पाकिस्तान के लिए जैसे को तैसा वाली रणनीति अपनाना अच्छा नहीं होगा.
उन्होंने कहा, बात यह है कि जब बीसीसीआई कहता है कि वह अपनी टीम नहीं भेज सकता और अपने मैच पाकिस्तान के बाहर खेलेगा, तो इससे पाकिस्तान के लिए आईसीसी इवेंट की मेजबानी का उद्देश्य कम हो जाता है.
बता दें, बीसीसीआई चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम को पाकिस्तान भेजने का इच्छुक नहीं है. भारत ने आखिरी बार 2008 में एशिया कप के लिए पाकिस्तान का दौरा किया था. पाकिस्तान हर संभाव चाहता है कि भारत चैंपियन ट्रॉफी में पाकिस्तान आए. हालांकि, पाकिस्तान भी जिद्द पर अड़ा है और विदेश में भारत के मैच कराने के मूड में नहीं है.