पटियाला : पेरिस ओलंपिक की दौड़ में बने रहने की कवायद में स्टार पहलवान विनेश फोगाट ने महिलाओं के 50 किलो और 53 किलो वर्ग में चयन ट्रायल शुरू नहीं होने दिये और अधिकारियों से लिखित आश्वासन मांगा कि 53 किलो भारवर्ग के आखिरी ट्रायल ओलंपिक से पहले होंगे.
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— RevSportz (@RevSportz) March 11, 2024
Women wrestlers in 50kg category waiting for trials in Patiala to start since morning.
Coaches have complained that Vinesh Phogat wants a written undertaking from the authorities that will ensure she will get a trial in 53kg category as well.
She is scheduled to compete… pic.twitter.com/UUV6ZLuKf7
डब्ल्यूएफआई के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाने और लंबे चले प्रदर्शन की अगुवाई करने वाली विनेश 50 किलोवर्ग के ट्रायल के लिये यहां साइ केंद्र पहुंची थी. वह प्रदर्शन से पहले 53 किलोवर्ग में उतरती थी लेकिन उस वर्ग में अंतिम पंघाल को कोटा मिलने के कारण उसने अपना भारवर्ग कम किया.
विनेश ने लिखित आश्वासन की मांग करते हुए प्रतिस्पर्धा शुरू नहीं होने दी. उसने 50 किलो और 53 किलो दोनों में भाग लेने की अनुमति मांगी जिससे अजीब स्थिति बन गई. इससे 50 किलो भारवर्ग में उतरे पहलवान शिकायत करने लगे. उन्होंने कहा, 'हम ढाई घंटे से इंतजार कर रहे हैं'.
आईओए द्वारा गठित तदर्थ समिति पहले ही कह चुकी है कि 53 किलो वर्ग के लिये अंतिम ट्रायल होगा जिसमें इस भारवर्ग के शीर्ष चार पहलवान उतरेंगे. ट्रायल के विजेता को अंतिम से मुकाबला करना होगा और उसमें विजयी रहने वाली पहलवान भारत का प्रतिनिधित्व करेगी.
ट्रायल के दौरान मौजूद एक कोच ने कहा, 'विनेश सरकार से आश्वासन चाहती है. उसे डर है कि अगर डब्ल्यूएफआई के हाथ में फिर कमान आ गई तो चयन नीति बदल सकती है. पर सरकार इस पर आश्वासन कैसे दे सकती है. सरकार चयन मामलों में दखल नहीं दे सकती'.
उन्होंने कहा, 'शायद वह अपना भविष्य सुरक्षित करना चाहती है. वह अगर 50 किलो ट्रायल में हार गई तो यह सुनिश्चित करना चाहती है कि 53 किलो में भी दौड़ में बनी रहे'.