ताशकंद (उज्बेकिस्तान) : शीर्ष जिमनास्ट दीपा करमाकर रविवार को एशियाई सीनियर चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय बन गईं, उन्होंने यहां महिलाओं की वॉल्ट स्पर्धा में गोल्ड मेडल पर अपना कब्जा जमाया.
30 वर्षीय दीपा ने उज्बेकिस्तान की राजधानी में प्रतियोगिताओं के आखिरी दिन वॉल्ट फाइनल में 13.566 का औसत हासिल किया. उत्तर कोरिया के किम सोन हयांग (13.466) और जो क्योंग ब्योल (12.966) ने क्रमश: रजत और कांस्य पदक जीते.
दीपा, जो 2016 रियो ओलंपिक में वॉल्ट फाइनल में चौथे स्थान पर रही थीं, ने 2015 संस्करण में इसी स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था. आशीष कुमार ने 2015 एशियाई चैंपियनशिप में व्यक्तिगत फ्लोर एक्सरसाइज में कांस्य पदक जीता था. प्रणति नायक ने 2019 और 2022 संस्करणों में वॉल्ट स्पर्धा में भी कांस्य पदक जीता था.
भारतीय खेल प्राधिकरण ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'एशियाई जिम्नास्टिक चैंपियनशिप में इतिहास रचा गया. प्रेरणादायक, दीपा! #गोल्ड पर बधाई'.
त्रिपुरा की जिमनास्ट ने एक और दुर्लभ उपलब्धि हासिल की है, मेर्सिन, तुर्किये में 2018 एफआईजी विश्व कप में वॉल्ट में स्वर्ण पदक जीतने के बाद अब एक वैश्विक जिम्नास्टिक प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने वाली वह पहली भारतीय बन गई हैं.
हालांकि, डोपिंग अपराध के लिए 21 महीने के निलंबन के बाद पिछले साल एक्शन में लौटीं दीपा आगामी पेरिस ओलंपिक की दौड़ से बाहर हैं. वह शुक्रवार को यहां 46.166 के स्कोर के साथ ऑल-राउंड वर्ग में 16वें स्थान पर रहीं. यहां एशियाई चैम्पियनशिप अंतिम ओलंपिक क्वालीफायर है. वह अप्रैल में दोहा में एफआईजी उपकरण विश्व कप में वॉल्ट फाइनल में चौथे स्थान पर रही थी. इससे पहले, वह काहिरा (15-18 फरवरी) विश्व कप में पांचवें स्थान पर रहने के बाद जर्मनी के कॉटबस (22-25 फरवरी) में विश्व कप में शामिल नहीं हुई थीं.