नई दिल्ली : अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) एक तरफ जहां दुनिया भर में क्रिकेट को लोकप्रिय बनाने के लिए कई अहम कदम उठा रही है. 2028 लॉस एंजेलिस ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल किया है. वहीं, क्रिकेट को लेकर एक ऐसी खबर सामने आ रही है, जिससे फैंस को झटका लगा है.
क्रिकेट खेलने पर लगा बैन
दरअसल, उत्तरी इटली के एक शहर ने क्रिकेट पर प्रतिबंध लगा दिया है. यह निर्णय उसकी मेयर ने लिया है, जो इस खेल और इसे खेलने वाले बांग्लादेशी प्रवासियों से स्थानीय सांस्कृतिक विरासत को खतरा मानती हैं.
10 हजार तक जुर्माना
बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, मोनफाल्कोन शहर ने आधिकारिक तौर पर इस खेल पर प्रतिबंध लगा दिया है और अपनी सीमा के भीतर क्रिकेट खेलते पाए जाने वालों पर 100 यूरो पाउंड (करीब 10000 रुपये) तक का जुर्माना लगाया है. इस प्रतिबंध से इटली के एड्रियाटिक तट के पास स्थित मोनफाल्कोन शहर में तनाव की स्थिती बन गई है.
गौरतलब है कि, लगभग 30,000 की आबादी वाले इस शहर में लगभग एक तिहाई निवासी विदेशी हैं. इसमें मुख्य रूप से बांग्लादेशी मुसलमान हैं, जो 1990 के दशक के अंत में एक प्रमुख शिपयार्ड में काम करने के लिए यहां आए थे.
क्यों लगाया गया बैन ?
मोनफाल्कोन की मेयर अन्ना मारिया सिसिंट ने कहा है कि उन्हें अपने शहर और ईसाई मूल्यों का बचाव करने की जरूरत है. उन्होंने बीबीसी से कहा, 'हमारा इतिहास मिटाया जा रहा है. ऐसा लगता है कि इसका कोई मतलब ही नहीं रह गया है'.
क्रिकेट गेंद से लग सकती है चोट
मेयर सिसिंट ने कहा है कि बांग्लादेशी समुदाय ने शहर में कुछ भी योगदान नहीं दिया है और उन्हें कहीं और खेलना चाहिए. उन्होंने तर्क दिया कि क्रिकेट पिच बनाने के लिए न तो जगह है और न ही धन है और क्रिकेट गेंद से किसी को भी चोट लग सकती है. सिसिंट ने बीबीसी को बताया, 'उन्होंने (बांग्लादेश के लोगों) ने इस शहर को, हमारे समुदाय को कुछ भी नहीं दिया है. वे मोनफाल्कोन के बाहर कहीं भी जाकर क्रिकेट खेलने के लिए स्वतंत्र हैं'.
मौत की मिल रहीं धमकियां
बता दें कि, अन्ना मारिया सिसिंट को मुस्लिम विरोधी माना जाता है. मुसलमानों पर उनके विचारों के कारण मेयर को मौत की धमकियों का भी सामना करना पड़ रहा है और उन्हें 24 घंटे पुलिस सुरक्षा में रखा गया है.