नई दिल्ली : पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत की महिला पहलवान विनेश फोगाट का केस सीएस की अदालत में चल रहा है. जिसकी सुनवाई पूरी हो चुकी है लेकिन फैसला आना बाकी है. विनेश के फैसले से पहले सीएएस ( CAS) ने एक फैसला सुनाया है जिसमें उन्होंने जीती हुई खिलाड़ी से कांस्य पदक लेकर हारी हुई खिलाड़ी को दिया है. इस फैसले के बाद विनेश फोगाट की पदक की उम्मीदें और बढ़ गई हैं.
दरअसल, अमेरिकी जिमनास्ट जॉर्डन चिल्स ने पेरिस ओलंपिक में महिलाओं की फ्लोर एक्सरसाइज में अपना कांस्य पदक खो दिया है. खेल पंचाट न्यायालय (CAS) ने शनिवार को फैसला सुनाया कि निर्णायक पैनल ने अनुचित तरीके अंक दिए, इसके बाद रोमानिया की एना बारबोसु जो मैच के बाद चौथे स्थान पर रही थी वह तीसरे स्थान पर आ गई और उनको ब्रॉन्ज मेडल दिया गया.
सीएएस के फैसले के बाद पहले ब्रॉन्ज मेडल हासिल करने वाली जॉर्डन चिल्स के अंको में कटोती की गई और उन्हें पांचवा स्थान मिला है. जबकि रोमानिया की बारबोसु को तीसरे स्थान के साथ ब्रॉन्ज मेडल दिया गया. इस फैसले के बाद निराश अमेरिकी जिमनास्ट ने इंस्टाग्राम पर चार टूटे हुए दिलों की तस्वीरें पोस्ट कीं, और कहा, मैं इस समय का उपयोग अपने मानसिक स्वास्थ्य के लिए सोशल मीडिया से खुद को दूर करने के लिए कर रही हूं, धन्यवाद.
एनाबसु ने सीएस ने न्याय मिलने के बाद कहा, 'मैं अपनी भावनाओं को मुश्किल से व्यक्त कर सकती हूँ, मुझे विश्वास नहीं हो रहा है. जब मैंने खबर सुनी, तो मुझे डर था कि यह सच नहीं है, और एक बार जब मुझे यकीन हो गया, तो मैंने अपने माता-पिता को गले लगाया और उन सभी को बुलाया जिन्होंने मेरी मदद की थी.
बता दें, विनेश फोगाट का अभी फैसला आना बाकी है. उन्होंने सेमीफाइनल में अपने विरोधी खिलाड़ी को शानदार पटकनी देकर फाइनल में जगह बनाई थी. लेकिन उन्हें 100 ग्राम वजन ज्यादा होने की वजह से अयोग्य घोषित कर दिया गया और फाइनल में जगह बनाने पर पक्का हुआ पदक भी उनको नहीं मिला. सिल्वर मेडल की मांग के लिए उन्होंने अपील दायर की हुई है.