नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (एसएमएटी) में आने वाले सीजन से इम्पैक्ट प्लेयर नियम को खत्म करने का फैसला किया है. यह नियम कुछ साल पहले टूर्नामेंट में लागू किया गया था और बाद में इसे इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में भी लागू किया गया. बीसीसीआई ने सोमवार को बताया कि, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से 'इम्पैक्ट प्लेयर' के प्रावधान को खत्म करने का फैसला किया गया है. बीसीसीआई का यह फैसला आईपीएल 2027 तक इस नियम को बरकरार रखने के फैसले के तुरंत बाद आया है.
इम्पैक्ट प्लेयर का नियम क्या कहता है?
इम्पैक्ट प्लेयर नियम के अनुसार टॉस से पहले दोनों टीमों को 5 सब्स्टीट्यूट प्लेयर्स के नाम देने होते हैं, जिनमें से किसी एक का मैच के दौरान उपयोग किया जा सकता है और 14वें ओवर से पहले इम्पैक्ट प्लेयर का इस्तेमाल कर सकती थी. इस नियम के तहत एक खिलाड़ी को बाहर जाना होता था और उसकी जगह इम्पैक्ट प्लेयर मैदान में आता था. बाहर गए प्लेयर को मैच के दौरान फिर से शामिल नहीं किया जा सकता था. इस नियम से टीमों को एक अतिरिक्त गेंदबाज या बल्लेबाज मिल जाता था.
The BCCI scraps 'Impact Player' rule in Syed Mushtaq Ali Trophy. (Cricbuzz). pic.twitter.com/GzK9x6NOII
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) October 14, 2024
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी कब से शुरू हो रही है?
सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट की शुरुआत 23 नवंबर से होगी और यह 15 दिसंबर तक चलेगी.
इम्पैक्ट प्लेयर के नियम पर चर्चा तेज
इम्पैक्ट प्लेयर का नियम 2023 में लाया गया था. इस नियम ने इस बात पर चर्चा शुरू कर दी है कि क्या यह भारतीय क्रिकेटरों के लिए फायदेमंद है या यह देश में ऑलराउंडर खिलाड़ियों के विकास को नुकसान पहुंचा रहा है. साथ ही इस नियम के कारण बल्लेबाजी में गहराई होने के कारण टीमें बहुत बड़ा स्कोर बनाती हैं और इसने भी चर्चा में भूमिका निभाई.
रोहित शर्मा ने इम्पैक्ट प्लेयर नियम पर क्या कहा?
रोहित शर्मा सहित कई स्टार खिलाड़ियों ने इस नियम पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है कि यह ऑलराउंडरों के विकास को प्रभावित कर रहा है. रोहित ने क्लब प्रेयरी पॉडकास्ट पर कहा, 'मुझे लगता है कि यह (ऑलराउंडरों के विकास) को रोक देगा क्योंकि आखिरकार क्रिकेट 11 खिलाड़ियों द्वारा खेला जाता है, 12 खिलाड़ियों द्वारा नहीं.'