नई दिल्ली : खिलाड़ियों के बेहतर प्रबंधन और उनके बेहतरीन प्रदर्शन को सुनिश्चित करने के लिए खिलाड़ियों की निगरानी को मानकीकृत करने के प्रयास में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने एथलीट मॉनिटरिंग सिस्टम (एएमएस) को देश के सभी राज्य संघों तक बढ़ाया है.
सभी राज्य संघों के अध्यक्षों और सचिवों को भेजे गए एक संदेश में बीसीसीआई सचिव जय शाह ने लिखा, ' बेंगलुरू में हाल ही में बीसीसीआई के नए उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) के उद्घाटन के बाद, मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि बीसीसीआई सभी राज्य संघों के लिए एथलीट मॉनिटरिंग सिस्टम (एएमएस) की पेशकश करेगा - जिसका खर्च बीसीसीआई वहन करेगा'. इस संदेश की एक प्रति ईटीवी भारत के पास है.
शाह ने आगे कहा, 'खिलाड़ियों के बेहतर प्रबंधन और उनके बेहतरीन प्रदर्शन को सुनिश्चित करने के साथ खिलाड़ियों की निगरानी के लिए राज्य संघ अब निम्नलिखित लाभ उठा सकते हैं' शाह के अनुसार, पिछले दो वर्षों में बीसीसीआई सीओई द्वारा आवश्यकताओं के अनुसार अनुकूलित प्लग एंड प्ले मॉड्यूल, लाभों में शामिल हैं.
शाह के अनुसार अन्य लाभ स्वास्थ्य और फिटनेस प्रोटोकॉल के एकीकरण के साथ एक डैशबोर्ड दृश्य, प्रशासकों के लिए एक पृष्ठ डैशबोर्ड दृश्य और एथलीट जोखिम और तत्परता डैशबोर्ड हैं. शाह ने कहा, 'कोच और प्रशासकों को प्रदर्शन अलर्ट, कई टीमों के साथ डेटा का निर्माण, बेहतर चोट रिकॉर्डिंग और निगरानी सुविधाएं, चोट और फिटनेस एनालिटिक्स सुविधाएं, रिहैब और फिटनेस गतिविधियों के लिए खिलाड़ियों के शेड्यूलिंग में आसानी एएमएस के कुछ अन्य लाभ हैं'.
उन्होंने यह भी कहा कि एएमएस में एथलीट और पेशेवरों दोनों के लिए एक ऐप भी शामिल है. एथलीट संचालित ऐप के माध्यम से फिटनेस और कार्यभार की निगरानी की जाती है. इसके अन्य लाभ हैं- रियल टाइम वर्कलोड मैनेजमेंट अलर्ट, फिटनेस टेस्टिंग और मूल्यांकन कार्यक्षमता, अनुपालन रिपोर्ट तैयार करना और एकीकृत आंतरिक संदेश प्रणाली.
यह ध्यान देने योग्य है कि बीसीसीआई ने हाल ही में अपने अत्याधुनिक सेंटर फॉर एक्सीलेंस का उद्घाटन किया है, जिसे पहले बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के रूप में जाना जाता था.