कोलकाता : आभा खटुआ के ओलंपिक दल से बाहर होने पर कई लोगों की भौंहें तन गई हैं. बंगाल की इस लड़की को भारतीय ओलंपिक दल में बंगाल से नहीं बल्कि महाराष्ट्र से मौका मिला है. लेकिन खेल जगत के सबसे बड़े आयोजन में उतरने का सपना अभी सपना ही रह सकता है.
कुछ दिन पहले आभा के बाहर होने का मामला सामने आया था. लेकिन उन्हें बाहर क्यों किया गया, यह स्पष्ट नहीं हो पाया. इसके पीछे का कारण अभी भी स्पष्ट नहीं है. लेकिन यह लिखा जा सकता है कि इसका कुछ संबंध विश्व एथलेटिक्स से है - जो दुनिया में एथलेटिक्स की नियामक संस्था है.
No revert from the @afiindia yet regarding absence of Abha Khatua's name from the official list issued by Indian Olympic Association & the World Athletics.
— India_AllSports (@India_AllSports) July 18, 2024
And due to the lack of clarity, it will give rise to speculations like these... https://t.co/GAagxT4Cwp
विश्व रैंकिंग के अंत में आभा 23वें नंबर पर पहुंच गई और उसने ओलंपिक के लिए ओलंपिक कोटा हासिल कर लिया. जिस समय वह शीर्ष पर थी, वह देश के अन्य एथलीटों के साथ तैयारी के लिए तुर्की चली गई. हालांकि, पेरिस खेलों में उसे मौका मिलेगा या नहीं, यह अभी भी अनिश्चित है!
भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने बुधवार को पेरिस ओलंपिक के लिए 117 सदस्यीय दल की घोषणा की, जिसमें आभा खटुआ का नाम नहीं था. भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने ओलंपिक के लिए आईओए को 30 खिलाड़ियों के नाम भेजे थे. आभा इस सूची से बाहर रह गई एकमात्र खिलाड़ी हैं.
इस संबंध में आईओए की ओर से कोई कारण नहीं बताया गया है. आईओए प्रमुख पीटी उषा ने फोन का जवाब नहीं दिया. एएफआई प्रमुख आदिल सुमरिवाला ने भी स्पष्ट जवाब नहीं दिया. उन्होंने व्हाट्सएप पर जवाब दिया. व्हाट्सएप के जरिए दिए गए जवाब में उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स गवर्निंग बॉडी पर जिम्मेदारी डाल दी.
आभा का नाम विश्व एथलेटिक्स से हटा दिया गया है. हम इस बारे में बात कर रहे हैं. हालांकि, अभी यह सार्वजनिक रूप से कहने का समय नहीं है कि क्या चर्चा हुई है. महासंघ के सूत्रों का कहना है कि विश्व एथलेटिक्स किसी एथलीट के बाहर किए जाने के कारणों का विवरण नहीं देता है.
आभा ने भी इस मुद्दे पर चुप्पी साधी हुई है. पेरिस ओलंपिक में जगह बनाने के लिए उसने जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं. परिवार के अत्यधिक दुख के बावजूद, ओलंपिक मंजूरी ने उसे फिर से अपने सपने को साकार करने का साहस दिया.
हाल ही में अच्छे प्रदर्शन ने आभा को बदलाव की उम्मीद दी है. हालांकि वह पश्चिम मिदनापुर के नारायणगर की निवासी है, लेकिन उसने अपनी नौकरी के लिए महाराष्ट्र के लिए खेला.
New National Record…!!!!
— Sports India (@SportsIndia3) May 13, 2024
Abha khatua break National Record in Women's Shot put with best effort of 18.41, improve old NR of 18.06 set by Manpreet Kaur @afiindia
Olympic Qualification Mark - 18.80 pic.twitter.com/kMF8HP3NvU
हाल ही में, आभा ने भुवनेश्वर में फेडरेशन कप में शॉट पुट में राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया. 18.41 मीटर थ्रो ने न केवल राष्ट्रीय रिकॉर्ड को फिर से लिखा, बल्कि उसे विश्व रैंकिंग में शीर्ष 25 में भी ला दिया. उसने हाल ही में अंतर-राज्यीय मीट में स्वर्ण भी जीता. यह प्रदर्शन सीधे ओलंपिक योग्यता प्राप्त करने के लिए पर्याप्त नहीं था. लेकिन लगातार प्रदर्शन ने धीरे-धीरे सुधार किया. अंत में, आभा को पेरिस का लाइसेंस मिला.
11 जुलाई को, वह तुर्की के स्पाला में उन एथलीटों में शामिल होने गई, जिन्हें खेलों के लिए मंजूरी मिली थी. उसे वहां से सीधे फ्रांस की राजधानी जाना था. हालांकि, बुधवार के बाद, इस बात पर सवालिया निशान हैं कि क्या उसका सपना सच होगा.