नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई ने मोर्ने मोर्कल को इंडियन टीम का गेंदबाजी कोच बनाया है. मोर्कल सिर्फ 39 साल के हैं और वे सितंबर से भारतीय क्रिकेट टीम के बॉलिंग कोच की जिम्मेदारी संभालेंगे. इसके साथ ही वह डंकन फ़्लेचर के बाद भारत के पहले विदेशी कोच हैं, जो इस पद को संभालेंगे. ऐसे में उन पर काफी जिम्मेदारी का बोझ होगा.
मोर्ने मोर्कल के बड़े भाई एल्बी को भरोसा है कि मोर्ने इस चुनौती को पूरा करने में सक्षम होंगे. इसके साथ ही उनको लगता है कि मोर्ने भारतीय टीम के साथ काम करने को लेकर उत्साहित हैं. इसके अलावा उन्होंने यह भी खुलासा किया कि वह जसप्रीत बुमराह के साथ काम करना पसंद करेंगे.
एल्बी ने मिड-डे से कहा, 'यह कहने की जरूरत नहीं है कि भारतीय टीम के कोचिंग स्टाफ में शामिल होना शायद सबसे बड़ी जिम्मेदारी या कोचिंग जॉब है. खेल के प्रति जुनून और टीम को अतीत में मिली सफलता इसे ऐसा जॉब बनाती है जिसमें गलती की कोई गुंजाइश नहीं है. उनके आसपास कुछ बहुत अच्छे खिलाड़ी होंगे जिन्होंने बहुत कुछ हासिल किया है, इसलिए मुझे लगता है कि उनके लिए यह उनका भरोसा जीतने और यह विश्वास करने का मामला है कि वह दिन-रात उनकी पूरी क्षमता तक पहुंचने में मदद कर सकते हैं.
जब उनसे पूछा गया कि वह भारत के गेंदबाजों में से किसकी प्रशंसा करते हैं, तो एल्बी ने कहा, जहीर खान और जसप्रीत बुमराह. उसके बाद उन्होंने विस्तार से बताते हुए कहा, 'एक बार फिर, मुझे नहीं पता कि उनके विचार क्या होंगे, लेकिन जसप्रीत दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ऑल-फॉर्मेट गेंदबाज हैं. वह बहुत खास हैं और मुझे यकीन है कि मोर्ने उनके साथ काम करना पसंद करेंगे.
बता दें, मोर्कल को लक्ष्मीपति बालाजी और आर विनय कुमार जैसे अन्य विकल्पों से आगे गंभीर की सिफारिश पर सीधे नियुक्त किया गया था क्योंकि दक्षिण अफ्रीका भारतीय मुख्य कोच की पसंदीदा पसंद था, जिसने भारतीय के दो आईपीएल सीजन के दौरान फ्रैंचाइजी के मेंटर के रूप में लखनऊ सुपर जायंट्स में उनके साथ काम किया था. मोर्कल ने दक्षिण अफ्रीका के लिए 86 टेस्ट, 117 वनडे और 44 टी20 मैच खेले हैं और कुल 544 अंतरराष्ट्रीय विकेट लिए हैं.