नई दिल्ली: अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज फजल हक फारूकी को बड़ी सजा मिली है. फारूकी को आईसीसी आचार संहिता के लेवल 1 का उल्लंघन करने का दोषी पाया गया है, जिसके तहत उन पर मैच फीस का 15 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है. इस बार में आईसीसी ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर जानकारी दी है.
यह उल्लंघन खिलाड़ियों और खिलाड़ी सहायक कर्मियों के लिए आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.8 के अंतर्गत आता है, जो अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान अंपायर के फैसले पर असहमति दिखाने से संबंधित है. इसके अलावा फजल हक के अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक डिमेरिट अंक जोड़ा गया है, जिसके लिए यह 24 महीने की अवधि में पहला अपराध था.
यह घटना जिम्बाब्वे की पारी के पांचवें ओवर में हुई, जब बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने क्रेग एर्विन के खिलाफ एलबीडब्ल्यू अपील ठुकराए जाने पर असहमति जताई. फारूकी ने मैच में डीआरएस उपलब्ध नहीं होने पर समीक्षा का अनुरोध किया.
फजल हक ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया और मैच रेफरी एंडी पाइक्राफ्ट द्वारा प्रस्तावित दंड को स्वीकार कर लिया. इसके अलावा मैदानी अंपायर क्रिस ब्राउन और पर्सीवल सिजारा, तीसरे अंपायर लैंगटन रुसेरे और चौथे अंपायर इकोनो चाबी द्वारा लगाए गए दंड को भी स्वीकार कर लिया.
अफगानिस्तान ने हरारे में जिम्बाब्वे के खिलाफ दूसरे वनडे में शानदार प्रदर्शन किया. सिद्दिकुल्लाह अटल (104) और अब्दुल मलिक (84) ने मिलकर 191 रनों की शानदार ओपनिंग साझेदारी की, जिससे मेहमान टीम 50 ओवर में 286/6 रन बनाने में सफल रही.
Afghanistan's star bowler has been penalised for breaching ICC Code of Conduct.
— ICC (@ICC) December 20, 2024
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इसके जवाब में जिम्बाब्वे की पूरी टीम सिर्फ 54 रन पर ढेर हो गई, जिसमें सिर्फ दो खिलाड़ी दोहरे अंक तक पहुंच पाए. एएम गजनफर और नवीद जद्रान ने तीन-तीन विकेट लिए, जिससे अफगानिस्तान ने 232 रनों से जीत हासिल की. रनों के हिसाब से वनडे क्रिकेट में अफगानिस्तान की सबसे बड़ी जीत है.