नई दिल्ली : अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड की क्रिकेट टीमें आपस में एक टेस्ट मैच के लिए भारत आई हुई है. दोनों टीमों के बीच ग्रेटर नोएडा कॉम्प्लैक्स में खेला जाने वाला मुकाबला अभी तक शुरू भी नहीं हो सका है. इस मैच की उम्मीदों पर तीसरे दिन पानी फिर गया है क्योंकि अफगानिस्तान न्यूजीलैंड टेस्ट मैच का तीसरा दिन भी बारिश के कारण रद्द कर दिया गया है.
हालांकि, इससे पहले दो दिन तक बिना बारिश के भी मैच नहीं खेला जा सका. इस मैच की दुर्गति के लिए ग्राउंड स्टाफ के साथ खुद अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड भी जिम्मेदार है.
शादी के शामियाने को कवर के रूप में किया इस्तेमाल
ग्राउंड स्टाफ के पास अंतरराष्ट्रीय मैच कराने के लिए किसी भी प्रकार की कोई सुविधा नहीं है. स्टाफ ने भी मैदान की नमी को खत्म करने और उसे ओपनिंग के लायक बनाने के लिए अनोखे और आश्चर्यजनक तरीके अपनाए. जहां वह इलेक्ट्रिक फैन से पिच को सुखाते हुए नजर आए. इतना ही नहीं गीले आउटफील्ड को खोदकर उसकी जगह सूखी घास लगाने जैसी आश्चर्यजनक टेक्नोलॉजी को इस्तेमाल करते नजर आए. शादी में इस्तेमाल होने वाले शामियाने से मैदान को ढका गया.
Not the news we wanted to share! 😕
— Afghanistan Cricket Board (@ACBofficials) September 11, 2024
Heavy overnight rain and ongoing drizzle have resulted in Day 3 of the One-Off #AFGvNZ Test being washed out. Officials will assess the conditions again tomorrow morning.#AfghanAtalan | #GloriousNationVictoriousTeam pic.twitter.com/UOUR4oc2zx
जिसके बाद अब सोशल मीडिया पर यह सवाल उठने लगा है कि इस बदइंतजामी का जिम्मेदार कौन है? क्योंकि अफगानिस्तान ने भी कह दिया है कि हम यहां कभी नहीं आएंगे. कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ग्राउंड में बेहतर सुविधाएं न होने के लिए बीसीसीआई की आलोचना कर रहे हैं तो कुछ अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड खुद जिम्मेदार
आपकों बता दें, इस अंतरराष्ट्रीय मैच की इस दुर्गति का जिम्मेदार बीसीसीआई बिल्कुल नहीं है. इतना ही नहीं बल्कि अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड इसका जिम्मेदार है. स्पोर्ट्स्टार की एक रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि बीसीसीआई ने अफगानिस्तान बोर्ड को कानपुर, बेंगलुरु और ग्रेटर नोएडा की पेशकश की थी, लेकिन अफगानिस्तान ने ग्रेटर नोएडा को चुना क्योंकि यह शहर दिल्ली के करीब है और काबुल से निकटतम उड़ान है.
एसीबी ने अपनी सुविधा को ध्यान में रखते इसको चुना हालांकि, उसने किसी भी प्रकार से स्टेडियम का जाएजा नहीं लिया न उसमे सुविधाओं को देखा. जिसके चलते अब यह सारी जिम्मेदारी अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड पर आती है क्योंकि उन्होंने अपनी यात्रा सुविधा के आधार पर नोएडा के मैदान को चुना है.
जो स्टेडियम मांगे वहां हो रही थी टी20 लीग
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) ने न्यूजीलैंड के खिलाफ एकमात्र टेस्ट की मेजबानी के लिए लखनऊ या देहरादून से अनुरोध किया था. हालांकि, उनके अनुरोध को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने यह कहते हुए खारिज कर दिया कि उक्त दोनों स्टेडियम अपने-अपने राज्यों की टी20 लीग की मेजबानी कर रहे थे. ऐसे में मैच की मेजबानी के लिए ग्रेटर नोएडा स्टेडियम ही एकमात्र विकल्प बचा था.
गौरतलब है कि अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच होने वाला यह टेस्ट मैच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा नहीं है. इस मैच से अफगानिस्तान के खिलाड़ियों और उनके प्रशंसकों को काफी उम्मीदें थीं क्योंकि अफगानिस्तान की टीम को टेस्ट क्रिकेट खेलने का मौका कम ही मिलता है, इसलिए उनके देश के क्रिकेट प्रशंसक इस मैच का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे, लेकिन यह मैच नोएडा को खराब प्रबंधन की भेंट चढ़ गया.