नई दिल्ली/गाजियाबाद: हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि को बेहद महत्वपूर्ण बताया गया है. माघ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मौनी अमावस्या के नाम से जाना जाता है. मौनी शब्द की उत्पत्ति मुनि शब्द से हुई है. शास्त्रों में मौन रहने को शांति का सबसे बड़ा हथियार बताया गया है. शुक्रवार यानी 9 फरवरी 2024 को मौनी अमावस्या पड़ रही है. मौनी अमावस्या पर मौन रहकर पवित्र नदियों, जलाशय और कुंड आदि में स्नान करने का विशेष महत्व है.
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक सभी तिथियों में मौनी अमावस्या को उत्तम तिथि माना गया है. मौनी अमावस्या तिथि पर मौन रहना शुभ होता है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करने का विधान है. साथ ही इस मौके पर दान करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है.
मौनी अमावस्या शुभ मुहूर्त:
- मौनी अमावस्या प्रारंभ: गुरुवार, 9 फरवरी 2024 सुबह 08:02 AM से शुरू.
- मौनी अमावस्या समाप्त: शुक्रवार, 10 जनवरी 2024 सुबह 04:28 PM पर समाप्त.
- उदयातिथि के अनुसार गुरुवार, 9 फरवरी 2024 को मौनी अमावस्या मनाई जाएगी.
पूजा विधि: मौनी अमावस्या के दिन सुबह जल्दी उठे और भगवान विष्णु के ध्यान करके अपने दिन की शुरुआत करें. इस दिन पवित्र नदियों में स्नान का विशेष महत्व है. यदि संभव हो तो पवित्र नदियों में स्नान करें. यदि ऐसा करना संभव नहीं है तो घर में नहाने के पानी में गंगाजल डालकर स्नान कर सकते हैं. मान्यता है कि ऐसा करने पर पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है. इसके पश्चात सूर्य देव को जल अर्पित करें और अपने समर्थ अनुसार दान करें.
ना करें ये कार्य:
- कम बोले, संभव हो तो मौन धारण करें.
- मौनी अमावस्या के दिन महिलाओं को सिरधोन और पुरुषों को बाल कटवाने से परहेज करना चाहिए.
- वाणी का विशेष ध्यान रखें.
- गुस्सा करने से बच्चे और किसी को अपशब्द ना कहें.
- मौनी अमावस्या के दिन ब्रह्मचर्य का सख्ती से पालन करें.
ये भी पढ़ें- Varshik Rashifal : नए साल में इन राशियों को मिलेगा लव-पैसा और मान-सम्मान, जानिए अपना वार्षिक राशिफल Surya Grahan : शनिश्चरी अमावस्या व सूर्य ग्रहण के प्रभाव से इन राशियों को बरतनी होगी एक्स्ट्रा सावधानी |