हैदराबादः कर्ज लेने वाला व्यक्ति ही नहीं, बल्कि उसका पूरा परिवार आर्थिक व मानसिक कष्टों का सामना करता है. अनेक बार तो कर्ज से ज्यादा व्यक्ति ब्याज दे देता है और कर्ज वही रहता है. व्यक्ति पर कर्ज होने के कारण उसके जन्मपत्री, हस्तरेखा मे मौजूद गृह व घर का वास्तु दोष भी होता है.
लखनऊ के ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्र बताते हैं कि 'जन्मपत्री मे छठा भाव कर्ज का होता है. जिस व्यक्ति का छठा भाव, कर्ज का कारक गृह मंगल एवं छठा भाव का लार्ड पीड़ित होता है. ऐसे व्यक्ति चाहे कितना भी कमा ले परन्तु उन पर कर्ज सदैव रहता है.'
वास्तु शास्त्र मे घर के ईशान कोण मे माता लक्ष्मी का वास होता है. ईशान कोण गंदा व भारी होने पर भी घर मे धन की कमी व दक्षिण-पश्चिम व दक्षिण दिशा में भूमिगत टैंक, कुआं या नल होने पर घर में धन के कारण परेशानी / कलह रहती है.
ज्योतिष उपायः प्रतिदिन हनुमान अष्टक का पाठ सात बार करें. ऋण की किश्तों को मंगलवार के दिन ही अदा करें. ऐसा करने से कर्ज शीघ्र ही समाप्त हो जाता है.
लाल किताब ज्योतिष उपायः कर्ज मुक्ति के लिए लगातार 21 शुक्रवार को 9 वर्ष से छोटी 5 कन्याओं को मिश्रीयुक्त खीर का प्रसाद दें.
वास्तु उपायः भगवान गणेश की कृपा से भी घर में धन-धान्य का आगमन होता है. घर के मुख्य द्वार के दोनों ओर गणपति के स्टीकर / तश्वीर एक जैसी लगा दें. एक गणपति की दृष्टि घर के अंदर और दूसरे गणपति की घर के बाहर की ओर होगी व जिधर गणेश जी की नजर होती है. वहां धन सम्पत्ति व समृद्धि आती है.