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रूसी महिला को 50 डॉलर डोनेट करना पड़ा भारी, मिली 12 साल की सजा, जानें क्या है मामला - 50 Dollar donation

US-Russian Citizen: यूएस स्थित एक चैरिटी संस्था को कथित तौर पर 50 डॉलर का दान देने के मामले में एक रूसी-अमेरिकी महिला को देशद्रोह के आरोप में 12 साल की जेल की सजा सुनाई गई है.

रूसी महिला 50 डॉलर डोनेट करने पर सजा
रूसी महिला 50 डॉलर डोनेट करने पर सजा (ANI)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 15, 2024, 7:04 PM IST

मॉस्को: यूक्रेन का समर्थन करने वाली यूएस स्थित एक चैरिटी संस्था को कथित तौर पर 50 डॉलर का दान देने के मामले में एक रूसी-अमेरिकी महिला को देशद्रोह के आरोप में 12 साल की जेल की सजा सुनाई गई है. 33 वर्षीय बैलेरीना केसिया करेलिना को इस साल की शुरुआत में रूस से लॉस एंजिल्स जाते समय येकातेरिनबर्ग में हिरासत में लिया गया था.

जानकारी के मुताबिक लॉस एंजिल्स निवासी यह महिला जनवरी में अपने दादा-दादी से मिलने रूस गई थी. करेलिना के वकील मिखाइल मुशैलोव ने कहा कि वह फैसले के खिलाफ अपील करेंगे. उन्होंने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि करेलिना के पास अमेरिकी और रूसी दोनों देश की नागरिकताएं हैं.

केसेनिया करेलिना को क्यों हिरासत में लिया गया?
फरवरी में बैलेरीना केसिया के बॉयफ्रेंड क्रिस वैन हीर्डन ने CNN से कहा कि करेलिना अपने घर गई थी. उसे रूस पर बहुत गर्व है. एक पूर्व मुक्केबाजी चैंपियन, हीर्डन ने उसे जन्मदिन के गिफ्ट के तौर पर रूस जाना का टिकट खरीद कर दिया था. उन्होंने कहा कि करेलिना ने न्यूयॉर्क स्थित गैर-लाभकारी संस्था रजोम फॉर यूक्रेन को 50 डॉलर दान दिया था. संस्था को दिए दान को यूक्रेनी सेना के लिए उपकरण और गोला-बारूद खरीदने के लिए भेजा गया था. इसके चलते उस पर राजद्रोह का आरोप लगा.

करेलिना के बॉयफ्रेंड ने इस बात पर जोर दिया कि उसने कभी भी यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बारे में बात नहीं की. उन्होंने कहा, "वह न्यूज नहीं देखती, वह किसी भी चीज में हस्तक्षेप नहीं करती." रिपोर्ट के मुताबिक वह कैलिफोर्निया के एक स्पा में एस्थेटिशियन के तौर पर काम कर रही थी. करेलिना और हीर्डन इस्तांबुल, तुर्की में छुट्टियां मना रहे थे, तभी करेलिना को घर की याद आने लगी, जबकि उसका प्रेमी कैलिफोर्निया वापस चला गया, वह कई सालों में पहली बार रूस वापस गई थी - जहां उसे हिरासत में ले लिया गया.

रूसी डिटेंशन सेंटर में रूसी-अमेरिकी बैलेरीना का अनुभव
मार्च 2024 में करेलिना के बॉयफ्रेंड को उसका एक लेटर मिला, जिसमें उसने रूसी डिटेनशन सेंटर में अपने बुरे अनुभव के बारे में विस्तार से बताया. हीर्डन ने फॉक्स एंड फ्रेंड्स (फॉक्स न्यूज) को बताया कि उसका दिन सुबह 6 बजे उठने के साथ शुरू होता और रात 10 बजे सोने के तय समय के बावजूद उसके सेल में रोशनी जलती रहती है. इसलिए उसे सोने में परेशानी होती.

इसके अलावा यहां कई बार कैदियों को घंटों बर्फीले तापमान में रहना पड़ता है. इसने करेलिना के मन में एक नया डर पैदा कर दिया. रूस की फेडरल सिक्योरिटी सर्विस (FBS) ने उस समय घोषणा की कि वह रूसी सुरक्षा के खिलाफ गतिविधियों में एक विदेशी राज्य को वित्तीय सहायता प्रदान कर रही थी.

यह भी पढ़ें- फ्रांस में दो राफेल लड़ाकू विमान आपस में टकराए, 2 पायलटों की मौत

मॉस्को: यूक्रेन का समर्थन करने वाली यूएस स्थित एक चैरिटी संस्था को कथित तौर पर 50 डॉलर का दान देने के मामले में एक रूसी-अमेरिकी महिला को देशद्रोह के आरोप में 12 साल की जेल की सजा सुनाई गई है. 33 वर्षीय बैलेरीना केसिया करेलिना को इस साल की शुरुआत में रूस से लॉस एंजिल्स जाते समय येकातेरिनबर्ग में हिरासत में लिया गया था.

जानकारी के मुताबिक लॉस एंजिल्स निवासी यह महिला जनवरी में अपने दादा-दादी से मिलने रूस गई थी. करेलिना के वकील मिखाइल मुशैलोव ने कहा कि वह फैसले के खिलाफ अपील करेंगे. उन्होंने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि करेलिना के पास अमेरिकी और रूसी दोनों देश की नागरिकताएं हैं.

केसेनिया करेलिना को क्यों हिरासत में लिया गया?
फरवरी में बैलेरीना केसिया के बॉयफ्रेंड क्रिस वैन हीर्डन ने CNN से कहा कि करेलिना अपने घर गई थी. उसे रूस पर बहुत गर्व है. एक पूर्व मुक्केबाजी चैंपियन, हीर्डन ने उसे जन्मदिन के गिफ्ट के तौर पर रूस जाना का टिकट खरीद कर दिया था. उन्होंने कहा कि करेलिना ने न्यूयॉर्क स्थित गैर-लाभकारी संस्था रजोम फॉर यूक्रेन को 50 डॉलर दान दिया था. संस्था को दिए दान को यूक्रेनी सेना के लिए उपकरण और गोला-बारूद खरीदने के लिए भेजा गया था. इसके चलते उस पर राजद्रोह का आरोप लगा.

करेलिना के बॉयफ्रेंड ने इस बात पर जोर दिया कि उसने कभी भी यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बारे में बात नहीं की. उन्होंने कहा, "वह न्यूज नहीं देखती, वह किसी भी चीज में हस्तक्षेप नहीं करती." रिपोर्ट के मुताबिक वह कैलिफोर्निया के एक स्पा में एस्थेटिशियन के तौर पर काम कर रही थी. करेलिना और हीर्डन इस्तांबुल, तुर्की में छुट्टियां मना रहे थे, तभी करेलिना को घर की याद आने लगी, जबकि उसका प्रेमी कैलिफोर्निया वापस चला गया, वह कई सालों में पहली बार रूस वापस गई थी - जहां उसे हिरासत में ले लिया गया.

रूसी डिटेंशन सेंटर में रूसी-अमेरिकी बैलेरीना का अनुभव
मार्च 2024 में करेलिना के बॉयफ्रेंड को उसका एक लेटर मिला, जिसमें उसने रूसी डिटेनशन सेंटर में अपने बुरे अनुभव के बारे में विस्तार से बताया. हीर्डन ने फॉक्स एंड फ्रेंड्स (फॉक्स न्यूज) को बताया कि उसका दिन सुबह 6 बजे उठने के साथ शुरू होता और रात 10 बजे सोने के तय समय के बावजूद उसके सेल में रोशनी जलती रहती है. इसलिए उसे सोने में परेशानी होती.

इसके अलावा यहां कई बार कैदियों को घंटों बर्फीले तापमान में रहना पड़ता है. इसने करेलिना के मन में एक नया डर पैदा कर दिया. रूस की फेडरल सिक्योरिटी सर्विस (FBS) ने उस समय घोषणा की कि वह रूसी सुरक्षा के खिलाफ गतिविधियों में एक विदेशी राज्य को वित्तीय सहायता प्रदान कर रही थी.

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