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राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतते ही डोनाल्ड ट्रंप ने ली 'युद्ध रोकने' की शपथ, क्या रुक जाएगा यूक्रेन युद्ध? - DONALD TRUMP

डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतने के बाद अपने विजयी भाषण में 'युद्धों को रोकने' की कसम खाई है.

राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने ली 'युद्ध रोकने' की शपथ
राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने ली 'युद्ध रोकने' की शपथ (Photo Credit ANI-IANS)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 6, 2024, 5:01 PM IST

वॉशिंगटन: डोनाल्ड ट्रंप के फिर से अमेरिकी राष्ट्रपति चुने जाने के बाद यूक्रेन में चिंता का माहौल है, क्योंकि उन्होंने बुधवार सुबह एक विजयी भाषण में 'युद्धों को रोकने' की कसम खाई. लगभग तीन साल के युद्ध के बाद कीव में अधिकारियों ने स्वीकार किया कि यूक्रेन को अब समर्थन के लिए पश्चिम में मौजूद अपने सहयोगियों की ओर देखना होगा, क्योंकि वह हजारों उत्तर कोरियाई सैनिकों द्वारा समर्थित एक नए रूसी आक्रमण को रोकना चाहता है.

गौरतलब है कि ट्रंप ने बार-बार दावा किया है कि वह एक दिन में यूक्रेन में जारी युद्ध समाप्त कर देंगे. साथ ही उन्होंने कीव को मिलने वाली सहायता भी बंद करने की कसम खाई है. बता दें कि जब फंडिंग की बात आती है तो अमेरिका यूक्रेन का टॉप समर्थक रहा है.

जेलेंस्की ने ट्रंप के साथ अपनी बैठक को याद किया
इस बीच सोशल मीडिया पर बुधवार को एक बयान में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने सितंबर में ट्रंप के साथ अपनी बैठक को याद किया और रिपब्लिकन की वैश्विक मामलों में 'शक्ति के माध्यम से शांति' दृष्टिकोण के प्रति प्रतिबद्धता की प्रशंसा की. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वह संयुक्त राज्य अमेरिका में यूक्रेन के लिए निरंतर मजबूत द्विदलीय समर्थन पर भरोसा करते हैं.

अमेरिकी चुनाव अभियान के दौरान यूक्रेनी सरकार द्वारा बार-बार इस बात पर जोर दिए जाने के बावजूद कि उसे वाशिंगटन में द्विदलीय समर्थन प्राप्त है, यह स्पष्ट था कि ट्रंप की जीत की संभावनाएं कीव पर भारी पड़ रही थीं.

'हमें अब ट्रंप की दुनिया में रहना होगा'
कीव स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के अध्यक्ष टिमोफी मायलोवानोव ने फेसबुक पोस्ट में कहा, "हमें अब ट्रंप की दुनिया में रहना होगा. मुझे इस बात पर संदेह है कि युद्ध 24 घंटे में खत्म हो जाएगा, जैसा कि उन्होंने वादा किया था." ट्रंप की अप्रत्याशित जीत ने यूक्रेन के लोगों को इस बात को लेकर अनिश्चित बना दिया है कि उनके दूसरे राष्ट्रपति पद से क्या उम्मीद की जाए.

रिपब्लिकन ने बार-बार रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ अच्छे संबंध होने का दावा किया है और जेलेंस्की को इतिहास का सबसे बड़ा सेल्समैन बताया. उन्होंने यह भी दावा किया है कि ट्रंप ने पुतिन से कहा था कि अगर उन्होंने यूक्रेन पर हमला करने की कोशिश की तो अमेरिका मास्को पर बमबारी करेगा.

'कीव को अपने दृष्टिकोण में बदलाव करने की जरूरत'
ट्रंप की जीत पर यूक्रेनी संसद में विदेशी संबंध समिति के प्रमुख ओलेक्सांद्र मेरेज़्को ने अपेक्षाकृत आशावादी दृष्टिकोण अपनाया और कहा कि ट्रंप के राष्ट्रपति बनने पर कीव को अपने दृष्टिकोण में बदलाव करने की जरूरत होगी.

मेरेज्जो ने अमेरिकी डिजिटल न्यूज पेपर पोलिटिको से कहा, "मुझे नहीं लगता कि उनका राष्ट्रपति बनना यूक्रेन के लिए बुरा होगा. हालांकि, यह शायद मुश्किल, चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन जरूरी नहीं कि बुरा हो." उन्होंने कहा, "ट्रंप एक व्यावहारिक व्यवसायी हैं, जो लागत और लाभ के संदर्भ में सोचते हैं, जिसका मतलब है कि यूक्रेन को उन्हें कीव का समर्थन जारी रखने के लिए मनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी.

यह भी पढ़ें- ट्रंप की जीत के बाद रुकेगा युद्ध! नेतन्याहू नहीं माने तो बंद हो जाएगी हथियारों की सप्लाई, जानें किसने किया दावा?

वॉशिंगटन: डोनाल्ड ट्रंप के फिर से अमेरिकी राष्ट्रपति चुने जाने के बाद यूक्रेन में चिंता का माहौल है, क्योंकि उन्होंने बुधवार सुबह एक विजयी भाषण में 'युद्धों को रोकने' की कसम खाई. लगभग तीन साल के युद्ध के बाद कीव में अधिकारियों ने स्वीकार किया कि यूक्रेन को अब समर्थन के लिए पश्चिम में मौजूद अपने सहयोगियों की ओर देखना होगा, क्योंकि वह हजारों उत्तर कोरियाई सैनिकों द्वारा समर्थित एक नए रूसी आक्रमण को रोकना चाहता है.

गौरतलब है कि ट्रंप ने बार-बार दावा किया है कि वह एक दिन में यूक्रेन में जारी युद्ध समाप्त कर देंगे. साथ ही उन्होंने कीव को मिलने वाली सहायता भी बंद करने की कसम खाई है. बता दें कि जब फंडिंग की बात आती है तो अमेरिका यूक्रेन का टॉप समर्थक रहा है.

जेलेंस्की ने ट्रंप के साथ अपनी बैठक को याद किया
इस बीच सोशल मीडिया पर बुधवार को एक बयान में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने सितंबर में ट्रंप के साथ अपनी बैठक को याद किया और रिपब्लिकन की वैश्विक मामलों में 'शक्ति के माध्यम से शांति' दृष्टिकोण के प्रति प्रतिबद्धता की प्रशंसा की. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वह संयुक्त राज्य अमेरिका में यूक्रेन के लिए निरंतर मजबूत द्विदलीय समर्थन पर भरोसा करते हैं.

अमेरिकी चुनाव अभियान के दौरान यूक्रेनी सरकार द्वारा बार-बार इस बात पर जोर दिए जाने के बावजूद कि उसे वाशिंगटन में द्विदलीय समर्थन प्राप्त है, यह स्पष्ट था कि ट्रंप की जीत की संभावनाएं कीव पर भारी पड़ रही थीं.

'हमें अब ट्रंप की दुनिया में रहना होगा'
कीव स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के अध्यक्ष टिमोफी मायलोवानोव ने फेसबुक पोस्ट में कहा, "हमें अब ट्रंप की दुनिया में रहना होगा. मुझे इस बात पर संदेह है कि युद्ध 24 घंटे में खत्म हो जाएगा, जैसा कि उन्होंने वादा किया था." ट्रंप की अप्रत्याशित जीत ने यूक्रेन के लोगों को इस बात को लेकर अनिश्चित बना दिया है कि उनके दूसरे राष्ट्रपति पद से क्या उम्मीद की जाए.

रिपब्लिकन ने बार-बार रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ अच्छे संबंध होने का दावा किया है और जेलेंस्की को इतिहास का सबसे बड़ा सेल्समैन बताया. उन्होंने यह भी दावा किया है कि ट्रंप ने पुतिन से कहा था कि अगर उन्होंने यूक्रेन पर हमला करने की कोशिश की तो अमेरिका मास्को पर बमबारी करेगा.

'कीव को अपने दृष्टिकोण में बदलाव करने की जरूरत'
ट्रंप की जीत पर यूक्रेनी संसद में विदेशी संबंध समिति के प्रमुख ओलेक्सांद्र मेरेज़्को ने अपेक्षाकृत आशावादी दृष्टिकोण अपनाया और कहा कि ट्रंप के राष्ट्रपति बनने पर कीव को अपने दृष्टिकोण में बदलाव करने की जरूरत होगी.

मेरेज्जो ने अमेरिकी डिजिटल न्यूज पेपर पोलिटिको से कहा, "मुझे नहीं लगता कि उनका राष्ट्रपति बनना यूक्रेन के लिए बुरा होगा. हालांकि, यह शायद मुश्किल, चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन जरूरी नहीं कि बुरा हो." उन्होंने कहा, "ट्रंप एक व्यावहारिक व्यवसायी हैं, जो लागत और लाभ के संदर्भ में सोचते हैं, जिसका मतलब है कि यूक्रेन को उन्हें कीव का समर्थन जारी रखने के लिए मनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी.

यह भी पढ़ें- ट्रंप की जीत के बाद रुकेगा युद्ध! नेतन्याहू नहीं माने तो बंद हो जाएगी हथियारों की सप्लाई, जानें किसने किया दावा?

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