पेरिस : फ्रांस के पूर्वोत्तर क्षेत्र में फ्रांसीसी वायुसेना के दो राफेल लड़ाकू विमान आपस में टकरा गए. इस दुर्घटना में दो पायलटों की मौत हो गई. हवाई दुर्घटना की जानकारी फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने दी. राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि बुधवार को दो राफेल फाइटर जेट प्रशिक्षण के दौरान आपस में टकरा गए. समाचार एजेंसी शिंहुआ के मुताबिक फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने अपने एक्स पोस्ट पर कहा, “मुझे इस दुखद समाचार से अवगत कराया गया कि राफेल विमान प्रशिक्षण मिशन के दौरान हवाई दुर्घटना का शिकार हो गए. इसमें दो पायलटों की मौत हो गई.”
फ्रांसीसी वायु सेना के अनुसार, दो राफेल फाइटर जेट्स बुधवार को स्थानीय समयानुसार 12:30 बजे पूर्वोत्तर फ्रांस के आसमान में टकरा गए, जिससे दोनों विमान दुर्घटनाग्रस्त होकर जमीन पर आ गिरे. यह दुर्घटना जर्मनी में ईंधन भरने के बाद लौटते समय हुई. एक विमान में दो पायलट थे और दूसरे में एक पायलट था. फ्रांसीसी अधिकारियों ने बताया कि हादसे में दूसरे जेट का पायलट सुरक्षित बच निकला. फ्रांस के रक्षा मंत्री सेबेस्टियन लेकर्नू ने अपने एक्स अकाउंट पर इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि फ्रांस के पूर्वोत्तर क्षेत्र म्यूरथ एट मोसेले में बुधवार दोपहर को दो राफेल फाइटर जेट्स हवा में टकरा गए. दोनों विमानों के आपस में टकराने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है.
अधिकारियों का कहना है कि यह हादसा कोलंबे-ले-बेल्स के ऊपर हुआ, जो पूर्वोत्तर फ्रांस का एक शहर है. स्थानीय प्रशासन की माने तो सैन्य अधिकारियों के द्वारा कछ दिनों में दुर्घटना के कारणों पर रिपोर्ट पेश की जाएगी. मल्टी रोल फाइटर जेट राफेल, जिसका उपयोग एयर सुपीरियॉरिटी, जमीन और समुद्री लक्ष्यों पर हमला करने, जासूसी करने और यहां तक कि फ्रांस के परमाणु वारहेड ले जाने के लिए किया जाता है. यह फ्रांसीसी हथियार उद्योग की सबसे ज्यादा बिकने वाला सैन्य विमान है. कोलंबे-ले-बेल्स के उपमहापौर पैट्रिस बोनेक्स ने मीडिया को बताया, “हमने लगभग 12:30 बजे एक जोरदार आवाज सुनी, यह फाइटर जेट की सोनिक बूमक की सामान्य ध्वनि नहीं थी. यह एक अजीब आवाज थी. मैंने देखा कि दो विमान टकरा गए हैं, लेकिन हमें विश्वास नहीं हुआ.”
बता दें, इससे पहले दिसंबर 2007 में, एक राफेल जेट दक्षिण-पश्चिम फ्रांस के न्यूविक शहर के पास दुर्घटनाग्रस्त हुआ था. जिसके बाद इस दुर्घटना के लिए पायलट को जिम्मेदार ठहराया गया. यह राफेल विमान की पहली दुर्घटना मानी जाती है. इसके बाद सितंबर 2009 में, दो राफेल विमान परीक्षण उड़ान पूरी करने के बाद पेरपिनन के तट पर चार्ल्स डे गॉल विमानवाहक पोत पर लौटते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गए. जिसमें एक पायलट की मौत हो गई थी. राफेल विमानों का इस्तेमाल फ्रांस के अलावा मिस्र, भारत, ग्रीस, इंडोनेशिया, क्रोएशिया, कतर और संयुक्त अरब अमीरात करते हैं.
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