इस्लामाबाद: पाकिस्तान के लाहौर में रविवार को भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह के हत्यारे अमीर सरफराज की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दो अज्ञात बंदूकधारियों ने अमीर सरफराज पर ताबड़तोड़ फायरिंग की. रिपोर्ट के अनुसार, बाइक सवार हमलावरों ने लाहौर के इस्लामपुरा इलाके में सरफराज पर हमला किया. बाद में नाजुक हालत में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई.
खूंखार अपराधी सरफराज ने 2013 में लाहौर की कोट लखपत जेल में बंद सरबजीत सिंह पर हमला किया था. इसके बाद मई 2013 में दिल का दौरा पड़ने से लाहौर के एक अस्पताल में सरबजीत सिंह की मृत्यु हो गई थी. बाद में सरबजीत सिंह पर हमला करने के आरोप में अमीर सरफराज और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. हालांकि, सरफराज और एक अन्य आरोपी को 2018 में पाकिस्तान की एक अदालत ने सबूतों के अभाव में बरी कर दिया था. सरफराज आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक का करीबी सहयोगी था.
सरफराज और अन्य कैदियों ने जेल में सरबजीत पर किया था हमला
पाकिस्तान ने पंजाब के रहने वाले सरबजीत सिंह को 1990 में जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया था. हालांकि, उनके परिवार और भारत सरकार ने जासूसी के आरोपों का खंडन किया था. सरबजीत को 23 साल तक लाहौर की कोट लखपत जेल में रखा गया था. भारत में संसद पर आतंकी हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी की सजा दिए जाने के बाद अंडरवर्ल्ड डॉन अमीर सरफराज सहित अन्य कैदियों ने जेल में सरबजीत पर हमला कर दिया था. जेल में 49 वर्षीय सरबजीत के सिर पर ईंटों से हमला किया गया था, जिससे उनके सिर में गंभीर चोटें आई थीं और उन्हें लाहौर के जिन्ना अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां उन्होंने अंतिम सांस ली थी.
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