ETV Bharat / international

ऑस्ट्रेलिया के संसद भवन में फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा का उल्लंघन कर बैनर फहराए - Security Breach Aus Parliament

Security Breach Australia Parliament: फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों ने कैनबरा में ऑस्ट्रेलिया के संसद भवन की छत पर चढ़कर कई बैनर फहराए, जिनमें से एक पर लिखा था, नदी से लेकर समुद्र तक, फिलिस्तीन स्वतंत्र होगा. पढ़ें पूरी खबर...

Security Breach Australia Parliament
ऑस्ट्रेलिया के कैनबरा में गुरुवार को संसद भवन की छत पर फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों ने बैनर टांगे. (AP)
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 5, 2024, 9:02 AM IST

कैनबरा : ऑस्ट्रेलिया के संसद भवन में फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा का उल्लंघन कर गुरुवार को छत से बैनर फहराए. इससे पहले एक ऑस्ट्रेलियाई सीनेटर ने गाजा युद्ध पर सरकार के निर्देशों को लेकर इस्तीफा दे दिया था.

पांच सप्ताह के अवकाश से पहले संसद की अंतिम बैठक में हमास के खिलाफ इजरायल के युद्ध को लेकर तनाव हावी रहा. चार प्रदर्शनकारियों को एक घंटे से अधिक समय तक इमारत के अग्रभाग पर 'युद्ध अपराध' और 'नरसंहार' के साथ-साथ फिलिस्तीनी रैली के नारे 'नदी से समुद्र तक, फिलिस्तीन स्वतंत्र होगा' को फहराने के बाद गिरफ्तार किया गया, जिसे ग्रेट वेरंडाह के नाम से जाना जाता है.

इमारत के अंदर, अफगानिस्तान में जन्मी सीनेटर फातिमा पेमैन, जो बैठकों के दौरान हिजाब पहनने वाली एकमात्र ऑस्ट्रेलियाई संघीय विधायक हैं, ने घोषणा की कि उन्होंने गाजा पर पार्टी लाइन का पालन करने से इनकार करने पर सत्तारूढ़ लेबर पार्टी छोड़ दी है.

पेमैन ने संवाददाताओं से कहा कि मेरा परिवार युद्धग्रस्त देश से भागकर शरणार्थी के रूप में इसलिए यहां नहीं आया है ताकि मैं जब निर्दोष लोगों पर अत्याचार होते देखूं तो चुप रहूं. उन्होंने कहा कि हमारे समय के सबसे बड़े अन्याय के प्रति हमारी सरकार की उदासीनता को देखकर मुझे पार्टी की दिशा पर सवाल उठता है.

पहली बार सीनेटर बनीं फातिमा ने पिछले सप्ताह एक छोटी पार्टी के प्रस्ताव का समर्थन करके अपने सरकारी सहयोगियों की अवहेलना की. जिसमें सीनेट से 'फिलिस्तीन राज्य को मान्यता देने' की मांग की गई थी.

ऑस्ट्रेलिया फिलिस्तीनी राज्य को मान्यता नहीं देता है. नीति में कहा गया है कि सरकार दो-राज्य समाधान के लिए प्रतिबद्ध है, जिसमें इजरायल और भविष्य का फिलिस्तीनी राज्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सीमाओं के भीतर शांति और सुरक्षा के साथ सह-अस्तित्व में रह सकते हैं.

पेमैन स्वतंत्र सांसद के रूप में सीनेट में बनी रहेंगी. 2022 में प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज के प्रशासन के चुने जाने के बाद से वह छोड़ने वाली पहली सरकारी सांसद हैं. पुलिस ने कहा कि चारों प्रदर्शनकारियों पर अतिक्रमण का आरोप लगाए जाने की उम्मीद है. पुलिस के एक बयान में कहा गया है कि आरोपियों को दो साल के लिए संसद भवन में प्रवेश करने से प्रतिबंधित कर दिया गया है.

प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन में सुरक्षा कार्रवाई शुरू कर दी, जिससे कई आम लोग भवन में प्रवेश नहीं कर पाए. एहतियात के तौर पर प्रतिनिधि सभा और सीनेट दोनों की सार्वजनिक दीर्घाओं को खाली रखा गया.

हाउस स्पीकर मिल्टन डिक ने कहा कि वह विरोध प्रदर्शनों से 'गहरी चिंता' में हैं और उन्होंने सुरक्षा बढ़ाने का आदेश दिया है. पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षित क्षेत्र में कैसे प्रवेश किया. अल्बानीज ने संसद को बताया कि वह विरोध प्रदर्शन की निंदा करते हैं.

अल्बानीज ने कहा कि हमारे समाज में शांतिपूर्ण विरोध का एक महत्वपूर्ण स्थान है, लेकिन यह शांतिपूर्ण विरोध नहीं था. इन कार्रवाइयों ने किसी भी उद्देश्य को आगे बढ़ाने के लिए कुछ भी नहीं किया है. अल्बानीज ने कहा कि वास्तव में, उन्होंने उस उद्देश्य को चोट पहुंचाई है जिसे इस लापरवाह गतिविधि में शामिल लोग मानते हैं कि वे आगे बढ़ रहे हैं.

विपक्षी नेता पीटर डटन ने यह जानने की मांग की कि किसने प्रदर्शनकारियों को इमारत में घुसने दिया और उनके संदेश को यहूदी विरोधी बताया. डटन ने संसद को बताया कि हमें इस स्थिति की गंभीरता को समझने की आवश्यकता है, क्योंकि ये तस्वीरें दुनिया भर में प्रसारित की जाएंगी.

ये भी पढ़ें

कैनबरा : ऑस्ट्रेलिया के संसद भवन में फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा का उल्लंघन कर गुरुवार को छत से बैनर फहराए. इससे पहले एक ऑस्ट्रेलियाई सीनेटर ने गाजा युद्ध पर सरकार के निर्देशों को लेकर इस्तीफा दे दिया था.

पांच सप्ताह के अवकाश से पहले संसद की अंतिम बैठक में हमास के खिलाफ इजरायल के युद्ध को लेकर तनाव हावी रहा. चार प्रदर्शनकारियों को एक घंटे से अधिक समय तक इमारत के अग्रभाग पर 'युद्ध अपराध' और 'नरसंहार' के साथ-साथ फिलिस्तीनी रैली के नारे 'नदी से समुद्र तक, फिलिस्तीन स्वतंत्र होगा' को फहराने के बाद गिरफ्तार किया गया, जिसे ग्रेट वेरंडाह के नाम से जाना जाता है.

इमारत के अंदर, अफगानिस्तान में जन्मी सीनेटर फातिमा पेमैन, जो बैठकों के दौरान हिजाब पहनने वाली एकमात्र ऑस्ट्रेलियाई संघीय विधायक हैं, ने घोषणा की कि उन्होंने गाजा पर पार्टी लाइन का पालन करने से इनकार करने पर सत्तारूढ़ लेबर पार्टी छोड़ दी है.

पेमैन ने संवाददाताओं से कहा कि मेरा परिवार युद्धग्रस्त देश से भागकर शरणार्थी के रूप में इसलिए यहां नहीं आया है ताकि मैं जब निर्दोष लोगों पर अत्याचार होते देखूं तो चुप रहूं. उन्होंने कहा कि हमारे समय के सबसे बड़े अन्याय के प्रति हमारी सरकार की उदासीनता को देखकर मुझे पार्टी की दिशा पर सवाल उठता है.

पहली बार सीनेटर बनीं फातिमा ने पिछले सप्ताह एक छोटी पार्टी के प्रस्ताव का समर्थन करके अपने सरकारी सहयोगियों की अवहेलना की. जिसमें सीनेट से 'फिलिस्तीन राज्य को मान्यता देने' की मांग की गई थी.

ऑस्ट्रेलिया फिलिस्तीनी राज्य को मान्यता नहीं देता है. नीति में कहा गया है कि सरकार दो-राज्य समाधान के लिए प्रतिबद्ध है, जिसमें इजरायल और भविष्य का फिलिस्तीनी राज्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सीमाओं के भीतर शांति और सुरक्षा के साथ सह-अस्तित्व में रह सकते हैं.

पेमैन स्वतंत्र सांसद के रूप में सीनेट में बनी रहेंगी. 2022 में प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज के प्रशासन के चुने जाने के बाद से वह छोड़ने वाली पहली सरकारी सांसद हैं. पुलिस ने कहा कि चारों प्रदर्शनकारियों पर अतिक्रमण का आरोप लगाए जाने की उम्मीद है. पुलिस के एक बयान में कहा गया है कि आरोपियों को दो साल के लिए संसद भवन में प्रवेश करने से प्रतिबंधित कर दिया गया है.

प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन में सुरक्षा कार्रवाई शुरू कर दी, जिससे कई आम लोग भवन में प्रवेश नहीं कर पाए. एहतियात के तौर पर प्रतिनिधि सभा और सीनेट दोनों की सार्वजनिक दीर्घाओं को खाली रखा गया.

हाउस स्पीकर मिल्टन डिक ने कहा कि वह विरोध प्रदर्शनों से 'गहरी चिंता' में हैं और उन्होंने सुरक्षा बढ़ाने का आदेश दिया है. पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षित क्षेत्र में कैसे प्रवेश किया. अल्बानीज ने संसद को बताया कि वह विरोध प्रदर्शन की निंदा करते हैं.

अल्बानीज ने कहा कि हमारे समाज में शांतिपूर्ण विरोध का एक महत्वपूर्ण स्थान है, लेकिन यह शांतिपूर्ण विरोध नहीं था. इन कार्रवाइयों ने किसी भी उद्देश्य को आगे बढ़ाने के लिए कुछ भी नहीं किया है. अल्बानीज ने कहा कि वास्तव में, उन्होंने उस उद्देश्य को चोट पहुंचाई है जिसे इस लापरवाह गतिविधि में शामिल लोग मानते हैं कि वे आगे बढ़ रहे हैं.

विपक्षी नेता पीटर डटन ने यह जानने की मांग की कि किसने प्रदर्शनकारियों को इमारत में घुसने दिया और उनके संदेश को यहूदी विरोधी बताया. डटन ने संसद को बताया कि हमें इस स्थिति की गंभीरता को समझने की आवश्यकता है, क्योंकि ये तस्वीरें दुनिया भर में प्रसारित की जाएंगी.

ये भी पढ़ें

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.