कीव: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की को भारत आने का निमंत्रण दिया. इस पर जेलेंस्की ने कहा कि उन्हें इस 'महान' देश की यात्रा करके खुशी होगी. बता दें, मोदी ने यूक्रेनी राष्ट्रपति के साथ अपनी बातचीत के दौरान जेलेंस्की को आमंत्रित किया है.
Bharat Health Initiative for Sahyog Hita & Maitri (BHISHM) is a unique effort which will ensure medical facilities in a rapidly deployable manner. It consists of cubes which contain medicines and equipment for medical care. Today, presented BHISHM cubes to President @ZelenskyyUa. pic.twitter.com/gw3DjBpXyA
— Narendra Modi (@narendramodi) August 23, 2024
जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी ने कीव की लगभग नौ घंटे की यात्रा की, जो तीन दशक पहले यूक्रेन के स्वतंत्र होने के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा थी. दोनों नेताओं के बीच वार्ता के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पुष्टि की कि मोदी ने जेलेंस्की को भारत आने का निमंत्रण दिया गया है. उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि हमारे प्रधानमंत्री 1992 के बाद पहली बार यूक्रेन की यात्रा पर आए हैं. ऐसे अवसरों पर यह स्वाभाविक है कि वह निमंत्रण दें, जैसा उन्होंने इस मामले में किया.
जयशंकर ने आगे कहा कि इसलिए हम उम्मीद करते हैं कि अपनी सुविधानुसार राष्ट्रपति जेलेंस्की भारत का दौरा करेंगे. जेलेंस्की ने इस पर कहा कि उन्हें भारत आकर बेहद खुशी होगी. उन्होंने कहा कि जब दो देश रणनीतिक साझेदारी शुरू करते हैं, तो मुझे लगता है कि आपको बिना समय गवाएं साथ चलना चाहिए. यूक्रेन और भारत दोनों देश साथ चलने को तैयार हैं. यूक्रेनी राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि वह चाहते हैं कि भारत उनके पक्ष में हो.
Speaking to the media on Prime Minister @narendramodi’s visit to Ukraine.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) August 23, 2024
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भारत की तारीफ करते हुए जेलेंस्की ने कहा कि मैंने आपके बड़े और महान देश के बारे में बहुत कुछ पढ़ा है. यह बहुत दिलचस्प है. उन्होंने आगे कहा कि मुझे आपके देश की बहुत जरूरत है. जेलेंस्की ने कहा कि जैसे ही आपकी सरकार और प्रधानमंत्री मुझसे मिलने के लिए तैयार होंगे, मुझे भारत आकर खुशी होगी. उन्होंने यह भी कहा कि यह यात्रा यूक्रेन की स्थिति पर भी निर्भर करेगी. इस बीच, जयशंकर ने एक सवाल के जवाब में कहा कि रूस के साथ भारत के ऊर्जा व्यापार पर भी चर्चा हुई.
बता दें, पीएम मोदी ने जेलेंस्की के साथ बातचीत में कहा कि बिना देरी किए रूस के साथ शांति वार्ता होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत किसी भी कीमत पर युद्ध का पक्षधर नहीं है. इससे दोनों देशों को नुकसान हो रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि भारत न्यूट्रल नहीं है. वह युद्ध नहीं चाहता.