इस्लामाबाद: पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने शुक्रवार को घोषणा की कि वह केंद्र और पंजाब में विपक्ष में बैठेगी. राजनीतिक दल 8 फरवरी को हुए आम चुनावों के बाद केंद्र और प्रांतों में सरकार गठन की प्रक्रिया को अंतिम रूप देने के प्रयास में जुटे हैं. पाकिस्तान स्थित द न्यूज इंटरनेशनल ने यह रिपोर्ट दी. यह निर्णय पीटीआई के संस्थापक इमरान खान द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार लिया गया है.
वह रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं. कौमी वतन पार्टी (QWP) के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए पीटीआई नेता मुहम्मद अली सैफ ने कहा कि पार्टी ने नेशनल असेंबली और पंजाब असेंबली में विपक्षी बेंच पर बैठने का फैसला किया है. द न्यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा,'कई नेताओं पर आरोप लगते हैं कि उन्हें सत्ता की लालसा है लेकिन हमने केंद्र और पंजाब में विपक्ष में बैठने का फैसला किया है. बावजूद इसके कि अगर हमें मिले वोटों के हिसाब से सीटें मिलतीं तो हम आज केंद्र में सरकार बना रहे होते.'
सैफ ने आगे कहा कि फॉर्म-45 इस बात का सबूत है कि पीटीआई समर्थित उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है. हालाँकि, परिणाम फॉर्म-47 में बदल दिए गए थे. उन्होंने कहा कि पार्टी इमरान खान द्वारा दिए गए आदेश के अनुसार राजनीतिक दलों से संपर्क कर रही है और कहा कि असद कैसर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने क्यूडब्ल्यूपी सचिवालय का दौरा किया. 8 फरवरी को हुए चुनावों को धांधली बताते हुए सैफ ने कहा कि चुनावों ने पाकिस्तान में राजनीतिक अशांति पैदा कर दी है. उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों और उन 'जिनके पास अधिकार था' और जिन्हें लोगों के वोट मिले थे, उन्होंने चुनाव के बारे में शिकायतें की हैं.
उन्होंने कहा, 'लोगों के वोटों के साथ छेड़छाड़ की गई.' सैफ ने कहा कि कुछ लोग जश्न मनाएंगे कि उन्हें सरकार बनाने का मौका मिल गया है. रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा कि यह जश्न अल्पकालिक होगा. सैफ ने चुनाव में कथित धांधली का जिक्र करते हुए कहा कि अगर हम इसे भविष्य में देखें तो यह पाकिस्तान में देश और संसदीय लोकतंत्र के लिए एक बड़ी समस्या है क्योंकि आने वाली पीढ़ियों को ऐसी घटनाओं का खामियाजा भुगतना पड़ता है.
उन्होंने कहा कि पीटीआई पाकिस्तान में सद्भाव और मेल-मिलाप का माहौल चाहती है. क्यूडब्ल्यूपी (QWP) के साथ बैठक के संबंध में विवरण का खुलासा करते हुए सैफ ने कहा कि पीटीआई ने पार्टी नेताओं से कथित चुनाव धांधली के विरोध के एजेंडे में शामिल होने का अनुरोध किया. इस पर क्यूडब्ल्यूपी नेता सिकंदर शेरपाओ ने पीटीआई से कहा कि वे पीटीआई के प्रस्ताव को पार्टी की समिति के साथ साझा करने के बाद अपनी कार्रवाई की घोषणा करेंगे.
रिपोर्ट के अनुसार चुनाव परिणामों में धांधली के आरोपों के बीच पाकिस्तान में 8 फरवरी को मतदान हुआ था. जबकि पीटीआई समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवारों ने अधिक सीटें हासिल कीं, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) ने सरकार बनाने के लिए पर्याप्त संख्या होने का दावा किया है क्योंकि कुछ निर्दलीय चुनाव के बाद पीएमएल-एन में शामिल हो गए.
पीटीआई ने आरोप लगाया है कि चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष नहीं थे और कथित धांधली के खिलाफ देशव्यापी शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने की योजना है. इससे पहले पीटीआई समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि 8 फरवरी को हुए चुनाव में धांधली के नए रिकॉर्ड बने हैं. उन्होंने चुनाव परिणामों को अस्वीकार करते हुए कहा कि 2024 के चुनावों को बड़े पैमाने पर धांधली के कारण पाकिस्तान के इतिहास में इसे याद किया जाएगा.