तेल अवीव : इजरायली सेना ने मंगलवार को आधिकारिक तौर पर स्वीकार किया कि वह गाजा में संदिग्ध हमास सुरंगों में 'बड़ी मात्रा में पानी' पंप करने की एक अनूठी रणनीति अपना रही है. यह पुष्टि हफ्तों की अटकलों और रिपोर्टों के बाद आई है. पहले मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि इजराइली रक्षा बल (आईडीएफ) सुरंगों में समुद्री जल पंप करने की विधि का परीक्षण कर रहे हैं.
आईडीएफ ने शुरू में इस मामले में चुप्पी साधी हुई थी. अब एक ताजा बयान में आईडीएफ ने यह बात स्वीकार की है. अपने बयान में आईडीएफ ने कहा कि सुरंगों में पर्याप्त मात्रा में पानी डालकर गाजा पट्टी में हमास के बुनियादी ढांचे को तबाह करने की रूपरेखा तैयार की गई. बयान में कहा गया है कि आईडीएफ ने युद्ध के दौरान भूमिगत आतंकवादी बुनियादी ढांचे को निष्क्रिय करने के उद्देश्य से नये उपायों को लागू किया है. जिसमें उनकी सुरंगों में बड़ी मात्रा में पानी डालना भी शामिल है.
बयान में कहा गया है कि यह विधि @Israel_MOD के सहयोग से विकसित की गई थी, और इसका उपयोग केवल उन स्थानों पर किया जाता है जहां यह उपयुक्त है. इसमें यह भी कहा गया कि हमास के भूमिगत आतंकवादी ढांचे के खतरे से निपटने में यह एक महत्वपूर्ण उपकरण है. बयान में स्पष्ट किया गया कि पंप और पाइप जैसे उपकरणों के इस्तेमाल से इस तरह के ऑपरेशन को अंजाम दिया गया. इस बात पर जोर दिया गया है कि इस पद्धति के लिए उपयुक्त समझे जाने वाले सुरंग मार्गों में पानी पंपिंग को चुनिंदा रूप से निष्पादित किया गया.
इस कदम से गाजा में भूमिगत रखे गए बंधकों की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं. सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, जब पहली बार दिसंबर में सुरंगों में बाढ़ के बारे में चर्चा हुई, तो विशेषज्ञों ने संभावित जोखिमों के बारे में आशंका व्यक्त की, जिसमें ताजे पानी की आपूर्ति का प्रदूषण और सतह-स्तरीय बुनियादी ढांचे को नुकसान शामिल था.
गाजा को नियंत्रित करने वाले फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास ने इजरायल की रणनीति की संभावित सफलता को कम करके आंका है. हमास ने यह दावा किया कि उसके सुरंग नेटवर्क को ऐसी बाढ़ का सामना करने के लिए डिजाइन को कम करके आंका गया है.