तेल अवीव: गाजा पट्टी से हमास द्वारा बंधक बनाए गए तीन इजराइलियों के शव बरामद होने के एक दिन बाद इजराइली बलों ने शनिवार को युद्धग्रस्त क्षेत्र से एक और बंधक का शव बरामद किया. द टाइम्स ऑफ इजरायल ने इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) का हवाला देते हुए यह जानकारी दी.
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आईडीएफ प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा कि सेना ने गाजा पट्टी से एक और बंधक का शव बरामद किया है. इससे पहले कल सेना ने घोषणा की थी कि तीन बंधकों के शव लाए गए थे. शनिवार को जिस बंधक का शव बरामद किया गया उसकी पहचान 53 वर्षीय रॉन बेंजामिन के रूप में हुई है. उसे 7 अक्टूबर की सुबह हमास ने अगवा कर लिया था.
हगारी ने कहा कि बेंजामिन की हत्या 7 अक्टूबर को मेफाल्सिम के निकट हमास आतंकवादियों ने कर दी थी और उनके शव को बंधक बनाकर गाजा ले जाया गया था. आईडीएफ ने घोषणा की कि उसने रात भर चले अभियान में उसके अवशेष बरामद कर लिए हैं. हगारी ने कहा, 'गुरुवार रात के ऑपरेशन में इत्जाक गेलरेंटर, अमित बुस्किला और शनि लौक के शव बरामद किए गए.
टाइम्स ऑफ इजराइल ने बताया कि बेंजामिन से आखिरी बार 7 अक्टूबर को सुबह 7:30 बजे बात हुई थी. उस समय उन्होंने अपनी दो बेटियों में से एक के लिए एक संदेश छोड़ा था. उनकी बेटी उस समय विदेश यात्रा पर थीं. इसमें उन्होंने बताया था कि वे गाजा सीमा के पास से बाइक यात्रा से रेहोवोट स्थित अपने घर लौट रहे थे, क्योंकि वहां रॉकेटों की बौछार हो रही थी.
बेंजामिन उस सुबह 6:30 बजे किबुत्ज बेरी के पास बाइक की सवारी के लिए दोस्तों से मिलने के लिए निकले थे. जब उसने सायरन की आवाज सुनी तो उसने वापस मुड़ने और घर जाने का फैसला किया. उसने अपनी पत्नी ऐलेट से बात की और अपनी बेटी के लिए एक संदेश छोड़ा. टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार शुक्रवार को इजराइली सेना और हमास के बीच चल रही भीषण लड़ाई के बीच आईडीएफ ने युद्धग्रस्त गाजा पट्टी से तीन बंधकों के शव बरामद किए.
तीनों की पहचान इत्जाक गेलरेंटर, अमित बुस्किला और शनि लौक के रूप में हुई. एक प्रेस वक्तव्य में आईडीएफ प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा कि सेना और शिन बेट द्वारा रात भर चलाए गए अभियान में शव बरामद किए गए. 7 अक्टूबर को हमास के नेतृत्व में हुए हमले की सुबह ये तीनों रेइम के निकट सुपरनोवा संगीत समारोह में थे, जहां से वे मेफाल्सिम क्षेत्र में भाग गए.
हगारी ने कहा कि उन्हें वहां हमास आतंकवादियों ने मार डाला और फिर उनके शवों को गाजा ले जाया गया. टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के अनुसार हाल ही तक गेलेरेन्टेर और बुस्किला दोनों को जीवित माना जा रहा था, जबकि लौक की अक्टूबर के अंत में मृत्यु की पुष्टि हो गई थी. आतंकवादियों द्वारा उनका अपहरण करने के व्यापक रूप से साझा किए गए फुटेज के बाद उनकी सिर के एक टुकड़े की पहचान की गई थी.