तेल अवीव: इजराइल रक्षा बलों (IDF) ने शनिवार को कहा कि उसके लड़ाकू विमानों ने हाल के महीनों में इजराइल के खिलाफ किए गए सैकड़ों हमलों के जवाब में यमन के अल हुदायदाह बंदरगाह में हूती विद्रोहियों के सैन्य ठिकानों पर हमला किया.
After 9 months of continuous aerial attacks by the Houthis in Yemen toward Israel, IAF fighter jets conducted an extensive operational strike over 1,800km away against Houthi terrorist military targets in the area of Al Hudaydah Port in Yemen. This port serves as an entryway for… pic.twitter.com/AGJpjsyfs5
— Israel Defense Forces (@IDF) July 20, 2024
एक्स पर एक पोस्ट में आईडीएफ ने कहा, 'कुछ समय पहले, उसके लड़ाकू विमानों ने यमन के अल हुदायदाह बंदरगाह क्षेत्र में हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर हमला किया. ये हाल के महीनों में इजराइल राज्य के खिलाफ किए गए सैकड़ों हमलों के जवाब में था. इजराइल का यह बयान हूती द्वारा संचालित अल मसीरा टीवी द्वारा पश्चिमी बंदरगाह होदेदाह में तेल संयंत्रों को निशाना बनाकर हवाई हमलों की खबर दिए जाने के बाद आया है.
इजराइल का यह बयान हूती द्वारा संचालित अल मसीरा टीवी द्वारा पश्चिमी बंदरगाह होदेदाह में तेल संयंत्रों को निशाना बनाकर हवाई हमलों की खबर दिए जाने के बाद आया है. सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार हमले में मौत और घायल भी हुए हैं. हूती प्रवक्ता मोहम्मद अब्दुलसलाम ने कहा कि इजराइली हमलों में नागरिक ठिकानों, तेल टैंकों और एक बिजली स्टेशन को निशाना बनाया गया. उन्होंने दावा किया कि हमले का उद्देश्य यमन के लोगों की पीड़ा बढ़ाना और गाजा को अपना समर्थन बंद करने के लिए दबाव डालना था.
इजराइली हमले तेल अवीव में हूती द्वारा किए गए ड्रोन हमले के एक दिन बाद किए गए. इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और कम से कम 10 अन्य घायल हो गए. हूतियों ने कहा कि तेल अवीव में ड्रोन हमला गाजा में इजराइल के युद्ध के जवाब में किया गया था. रिपोर्ट के अनुसार हूती प्रवक्ता ने कहा कि ऑपरेशन को एक ड्रोन का उपयोग करके अंजाम दिया गया था. इजराइली अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने इजराइली नागरिक की मौत के कारण जवाबी कार्रवाई करने का फैसला किया.
इजराइल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने कहा, 'इजराइली नागरिकों के खून की एक कीमत है और कहा कि अगर इजराइलियों पर हमला किया गया तो परिणाम लेबनान और गाजा के समान ही होंगे. होदेदाह में जो आग वर्तमान में जल रही है, वह पूरे मध्य पूर्व में देखी जा रही है और इसका महत्व स्पष्ट है.'
उन्होंने आगे कहा, 'पहली बार जब उन्होंने किसी इजराइली नागरिक को नुकसान पहुंचाया, तो हमने उन पर हमला किया और हम ऐसा किसी भी स्थान पर करेंगे, जहां इसकी आवश्यकता हो सकती है. विशेष रूप से यमनी विद्रोही पिछले अक्टूबर में गाजा में इजराइल और हमास के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से नियमित रूप से ड्रोन और मिसाइलों से इजराइल को निशाना बनाते रहे हैं.
आईडीएफ ने यमन के विद्रोहियों द्वारा किए गए अधिकांश ड्रोन और मिसाइल हमलों को रोक दिया. यमन के विद्रोहियों ने लाल सागर में अमेरिकी ठिकानों और वाणिज्यिक जहाजों पर भी हमला किया. जहाजों पर हमलों के जवाब में अमेरिका और ब्रिटेन ने यमन में हूती के ठिकानों पर हमले किए. हालांकि, यह पहली बार है जब इजराइल ने यमन पर हमला किया.
मीडिया से बात करते हुए एक इजराइली रक्षा अधिकारी ने कहा कि यह सौ फीसदी इजराइली हमला था. अधिकारी ने कहा कि इजरायल ने पहले भी हूती हमलों का जवाब देने के लिए अमेरिका और ब्रिटेन को आगे रहने दिया था. हालाँकि, इस बार इजरायल ने तेल अवीव में एक इजरायली नागरिक की मौत के कारण जवाब दिया.