तेल अवीव: इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के घर पर ड्रोन अटैक के बाद अपने पहले बयान में उन्होंने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. नेतन्याहू ने ईरान हिजबुल्लाह को खुली चुनौती दी है. उन्होंने कहा कि कहा ईरान हिजबुल्लाह को इसकी भारी कीमत चुकानी होगी. उन्होंने कहा कि जो कोई भी इजराइल के नागरिकों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा, उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.
इस बीच संयुक्त राष्ट्र में ईरानी दूतावास ने ड्रोन अटैक को लेकर प्रतिक्रिया दी है और कहा कि इसमें ईरान का हाथ नहीं है. इसके पीछे हिजबुल्लाह शामिल है. इसकी जानकारी इजराइल के विदेश मंत्री ने सोशल मीडिया पर दी है.
Israel’s Minister of Foreign Affairs, Israel Katz tweets, " the iranian embassy at the un denies responsibility for the assassination attempt on israeli prime minister benjamin netanyahu, claiming: "hezbollah was behind it." the primary proxy, the tentacle iran created, funded,… pic.twitter.com/JxYj8cYIVG
— ANI (@ANI) October 19, 2024
इजराइल के विदेश मंत्री कैट्ज ने ट्वीट किया, 'संयुक्त राष्ट्र में ईरानी दूतावास ने इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर हत्या के प्रयास की जिम्मेदारी से इनकार किया है. साथ ही दावा किया है कि इसके पीछे हिजबुल्लाह का हाथ था.' हालांकि इजराइल के विदेश मंत्री ने कहा कि वह जिसे ईरान ने बनाया उसका वित्तपोषण किया, हथियार दिए, प्रशिक्षित किया और अब अपने सभी कार्यों को नियंत्रित करता है. वह अचानक उसे एक स्वतंत्र इकाई के रूप में चित्रित किया जा रहा है. यह ईरान का झूठ और झूठे बहाने हैं. आप इसके लिए जिम्मेदार हैं.'
Israel PM Benjamin Netanyahu tweets, " the attempt by iran’s proxy hezbollah to assassinate me and my wife today was a grave mistake. this will not deter me or the state of israel from continuing our just war against our enemies in order to secure our future. i say to iran and its… pic.twitter.com/uX2MJvPcJe
— ANI (@ANI) October 19, 2024
नेतन्याहू ने सोशल मीडिया एक्स पर कहा, 'मेरी पत्नी और मुझे मारने की कोशिश करके ईरान हिजबुल्लाह ने एक बड़ी गलती की है. नेतन्याहू ने कहा कि हत्या की कोशिश उन्हें या इजराइल को 'आतंकवादियों' को खत्म करने से नहीं रोकेगा.' रिपोर्ट के अनुसार हमले के समय नेतन्याहू और उनकी पत्नी सारा घर पर नहीं थे.
टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार शनिवार की सुबह लेबनान से दागे गए दो अन्य ड्रोनों को इजराइल की वायु रक्षा प्रणाली ने मार गिराया. इन हमलों के बाद तेल अवीव में सायरन बजने लगे थे.
Prime Minister Netanyahu:
— Prime Minister of Israel (@IsraeliPM) October 17, 2024
“One year ago, Yahya Sinwar, the terrorist chief of Hamas, launched the October 7th massacre against Israel.
It was the bloodiest attack on the Jewish people since the Holocaust. It was the worst attack on the Jewish state since the founding of Israel. pic.twitter.com/U7V2aHd8OY
सोशल मीडिया पोस्ट में नेतन्याहू ने कहा कि यह हमला मुझे या इजरायल को हमारे भविष्य को सुरक्षित करने के लिए हमारे दुश्मनों के खिलाफ युद्ध जारी रखने से नहीं रोक पाएगा. नेतन्याहू ने ईरान को चेतावनी देते हुए कहा कि जो कोई भी इजरायल के नागरिकों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा, उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.
उन्होंने जोर देकर कहा कि इजराइल आतंकवादियों के खिलाफ अपना अभियान जारी रखेगा. इजराइल आतंकवादियों और उन्हें भेजने वालों को खत्म करना जारी रखेगा. साथ ही आश्वासन दिया कि गाजा से बंधकों को वापस लाया जाएगा. हम अपने नागरिकों को सुरक्षित रूप से उनके घरों तक वापस लाएंगे जो हमारी उत्तरी सीमा पर रहते हैं.
प्रधानमंत्री नेतन्याहू एक बार फिर दोहराया कि इजराइल अपने युद्ध उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए तत्पर है. साथ ही आने वाली पीढ़ियों की सुरक्षा के लिए चिंतित है. शुक्रवार को नेतन्याहू ने गाजा के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अगर हमास अपने हथियार डालने और बंधकों को वापस करने के लिए सहमत हो जाता है तो युद्ध कल ही समाप्त हो सकता है.
एक्स पर एक वीडियो शेयर करते हुए नेतन्याहू ने कहा कि याह्या सिनवार खत्म हो चुका है. उसे राफा में इजरायली रक्षा बलों के बहादुर सैनिकों ने मार गिराया. हालांकि यह गाजा में युद्ध का अंत नहीं है, लेकिन यह अंत की शुरुआत है. गाजा के लोगों के लिए मेरा एक संदेश है - यह युद्ध कल समाप्त हो सकता है. यह तभी समाप्त हो सकता है जब हमास अपने हथियार डाल दे और हमारे बंधकों को वापस कर दे.