तेल अवीव: इजराइल के कई हिस्सों में शनिवार रात हजारों लोगों ने सरकार विरोधी प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने नए चुनाव तथा गाजा में बंधकों की वापसी की मांग की. द टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई. तेल अवीव के कपलान स्ट्रीट पर इजराइल के सबसे प्रसिद्ध लेखकों में से एक डेविड ग्रॉसमैन ने प्रदर्शनकारियों को एक कविता पढ़कर सुनाई, जिसमें उन्होंने इजराइल के लोगों से सड़कों पर प्रदर्शन करने और अपने देश के लिए लड़ने का आग्रह किया.
उन्होंने पढ़ा, 'कोई न कोई चीज है जिसके लिए लड़ना है. जीवन से ऐसा उपहार हमें कभी नहीं मिलेगा. अब उठने और जीने का समय है.' पूर्व शिन बेट प्रमुख युवल डिस्किन ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को राज्य के इतिहास में सबसे खराब और सबसे असफल प्रधानमंत्री कहा. डिस्किन 2005 से 2011 तक शिन बेट खुफिया एजेंसी के प्रमुख रहे. उन्होंने यथाशीघ्र चुनाव कराने की मांग की.
कई हफ्तों तक मैंने विरोध प्रदर्शनों में शामिल होने के अनुरोधों को अस्वीकार कर दिया. मेरे अंदर कुछ गहराई से मुझे बता रहा था कि अभी समय नहीं आया है, कि शायद युद्ध के दौरान सरकार बदलना सही नहीं है, और एकता सबसे महत्वपूर्ण चीज है. टाइम्स ऑफ इजराइल ने डिस्किन के हवाले से कहा.
उन्होंने कहा, 'मैं प्रतिदिन सरकार की उदासीनता, युद्ध के असफल प्रबंधन, 'पूर्ण विजय' के झूठ, जिम्मेदारी से पूरी तरह बचने, अमेरिका के साथ हमारे रणनीतिक संबंधों के विनाश और शायद सबसे अधिक, हमारे अपहृत भाइयों और बहनों को वापस करने के हर अवसर को चूकने से आश्चर्यचकित होता हूं जो गाजा में हमास की कैद में अभी भी सड़ रहे हैं.
लोगों ने सत्तारूढ़ लिकुड पार्टी के मुख्यालय बेत जाबोटिंस्की के बाहर किंग जॉर्ज स्ट्रीट पर विरोध प्रदर्शन किया. कुछ प्रदर्शनकारियों ने शीघ्र चुनाव की मांग करते हुए तख्तियां पकड़ी हुई थीं, तथा अन्य ने गाजा में लड़ाई समाप्त करने का आह्वान करते हुए बैनर ले रखे थे. मुख्य रैली समाप्त होने के बाद, कई प्रदर्शनकारी वहीं रुक गए तथा सड़क को अवरुद्ध कर दिया, टायर जलाए.
टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के अनुसार, घुड़सवार पुलिस कर्मियों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आगे आकर सड़क को खाली कराया और तीन प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया. वीडियो फुटेज में पुलिस को भीड़ में घुसते हुए और अपने घोड़ों के साथ प्रदर्शनकारियों को किनारे करते हुए देखा जा सकता है.
कई लोगों को पुलिस द्वारा धक्का दिया गया, जबकि अन्य प्रदर्शनकारियों ने पुलिस को धक्का दिए जा रहे लोगों को चोट पहुंचाने से रोकने का प्रयास किया. प्रदर्शनकारियों में लेबर पार्टी के सांसद गिलाद करिव भी शामिल थे, जिन्होंने चिल्लाते हुए कहा कि घुड़सवार पुलिस फुटपाथों से हट जाए और चेतावनी दी कि उनकी तैनाती अवैध है.
इस बीच हजारों लोगों ने अज्जा स्ट्रीट स्थित इजराइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया, जिसे आयोजकों ने 7 अक्टूबर के बाद से सबसे बड़ा विरोध प्रदर्शन बताया. हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों के परिवार के सदस्यों के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने किंग जॉर्ज स्ट्रीट पर मार्च किया और तत्काल समझौते और जल्द चुनाव की मांग की.
प्रदर्शनकारियों ने नेतन्याहू की सरकार पर इजराइल के संकटग्रस्त उत्तरी समुदायों को छोड़ने का आरोप लगाया, जिनके लगभग 60,000 निवासी हिज्बुल्लाह की गोलीबारी के कारण आठ महीने से अधिक समय से विस्थापित हैं. नेतन्याहू के आवास के बाहर पहुंचने के बाद प्रदर्शनकारियों ने बंधक एवं गुमशुदा परिवार फोरम की स्थानीय शाखा और शहर के सरकार विरोधी आंदोलन हमारे साझा घर की सुरक्षा' द्वारा आयोजित एक संयुक्त रैली में भाग लिया.