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बिना मिसाइल-रॉकेट बरसाए, इजराइल ने किया ऐसा पलटवार, हिल गया ईरान

मध्य पूर्व में जारी तनाव के बीच ईरान पर शनिवार को ताबड़तोड़ साइबर हमले हुए, जिससे सरकार की लगभग तीनों शाखाएं बाधित हुईं.

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : 2 hours ago

अयातुल्ला खामेनेई और बेंजामिन नेतन्याहू
अयातुल्ला खामेनेई और बेंजामिन नेतन्याहू (ANI)

तेहरान: मध्य पूर्व में जारी तनाव के बीच ईरान पर शनिवार को ताबड़तोड़ साइबर हमले हुए, जिससे सरकार की लगभग तीनों शाखाएं बाधित हुईं और इसके न्यूक्लियर प्लांट को भी निशाना बनाया गया. यह हमला ऐसे समय हुआ जब इजराइल ने 1 अक्टूबर को ईरान के 200 मिसाइलों के हमले का कड़ा जवाब देने की कसम खाई थी.

ईरान इंटरनेशनल ने ईरान की सुप्रीम काउंसिल ऑफ साइबरस्पेस के पूर्व सचिव हुमांयू फिरोजाबादी के हवाले से कहा, "ईरान की सरकार की लगभग सभी तीन शाखाएं - न्यायपालिका, विधायिका और कार्यकारी साइबर हमलों की चपेट में आ गई हैं."

उन्होंने कहा, हमारे परमाणु प्रतिष्ठानों के साथ-साथ ईंधन वितरण, नगरपालिका नेटवर्क, परिवहन नेटवर्क, बंदरगाह और इसी तरह के अन्य क्षेत्रों पर भी साइबर हमले हुए हैं. ये देश भर के विभिन्न क्षेत्रों की एक लंबी सूची का हिस्सा हैं, जिन पर हमला किया गया है."

अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार- ईरान
इससे पहले ईरान ने कहा था कि अगर उसका कट्टर दुश्मन इजराइल अगर उस पर हमला करता है तो वह अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है. बता दें कि इस्लामिक रिपब्लिक ने अपने दो सबसे करीबी सहयोगियों हमास नेता इस्माइल हानिया और हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह के साथ-साथ एक ईरानी जनरल की हत्या के प्रतिशोध में 1 अक्टूबर को इजरायल पर मिसाइलें दागीं थी

घातक, सटीक और आश्चर्यजनक
उधर इजराइल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने इस हफ्ते वादा किया कि उनके देश की प्रतिक्रिया घातक, सटीक और आश्चर्यजनक होगी. गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को संबोधित करते हुए संयुक्त राष्ट्र में ईरान के स्थायी प्रतिनिधि, आमिर सईद इरावानी ने कहा कि इस्लामिक गणराज्य अपने महत्वपूर्ण हितों और सुरक्षा को लक्षित करने वाले किसी भी आक्रमण के खिलाफ अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है.

उन्होंने कहा कि ईरान युद्ध या तनाव बढ़ाने की कोशिश नहीं कर रहा है, लेकिन वह अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुरूप आत्मरक्षा के अपने अंतर्निहित अधिकार का पूरी तरह से प्रयोग करेगा और सुरक्षा परिषद को अपनी वैध प्रतिक्रिया के बारे में सूचित करेगा.

इस बीच ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने गुरुवार को अल जजीरा अरबी को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि हम युद्ध नहीं चाहते, लेकिन हम इससे डरते नहीं हैं, और हम किसी भी परिदृश्य के लिए तैयार रहेंगे.

यह भी पढ़ें- बेरूत में मारे गए आईआरजीसी के वरिष्ठ कमांडर, शव बरामद: ईरान

तेहरान: मध्य पूर्व में जारी तनाव के बीच ईरान पर शनिवार को ताबड़तोड़ साइबर हमले हुए, जिससे सरकार की लगभग तीनों शाखाएं बाधित हुईं और इसके न्यूक्लियर प्लांट को भी निशाना बनाया गया. यह हमला ऐसे समय हुआ जब इजराइल ने 1 अक्टूबर को ईरान के 200 मिसाइलों के हमले का कड़ा जवाब देने की कसम खाई थी.

ईरान इंटरनेशनल ने ईरान की सुप्रीम काउंसिल ऑफ साइबरस्पेस के पूर्व सचिव हुमांयू फिरोजाबादी के हवाले से कहा, "ईरान की सरकार की लगभग सभी तीन शाखाएं - न्यायपालिका, विधायिका और कार्यकारी साइबर हमलों की चपेट में आ गई हैं."

उन्होंने कहा, हमारे परमाणु प्रतिष्ठानों के साथ-साथ ईंधन वितरण, नगरपालिका नेटवर्क, परिवहन नेटवर्क, बंदरगाह और इसी तरह के अन्य क्षेत्रों पर भी साइबर हमले हुए हैं. ये देश भर के विभिन्न क्षेत्रों की एक लंबी सूची का हिस्सा हैं, जिन पर हमला किया गया है."

अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार- ईरान
इससे पहले ईरान ने कहा था कि अगर उसका कट्टर दुश्मन इजराइल अगर उस पर हमला करता है तो वह अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है. बता दें कि इस्लामिक रिपब्लिक ने अपने दो सबसे करीबी सहयोगियों हमास नेता इस्माइल हानिया और हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह के साथ-साथ एक ईरानी जनरल की हत्या के प्रतिशोध में 1 अक्टूबर को इजरायल पर मिसाइलें दागीं थी

घातक, सटीक और आश्चर्यजनक
उधर इजराइल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने इस हफ्ते वादा किया कि उनके देश की प्रतिक्रिया घातक, सटीक और आश्चर्यजनक होगी. गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को संबोधित करते हुए संयुक्त राष्ट्र में ईरान के स्थायी प्रतिनिधि, आमिर सईद इरावानी ने कहा कि इस्लामिक गणराज्य अपने महत्वपूर्ण हितों और सुरक्षा को लक्षित करने वाले किसी भी आक्रमण के खिलाफ अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है.

उन्होंने कहा कि ईरान युद्ध या तनाव बढ़ाने की कोशिश नहीं कर रहा है, लेकिन वह अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुरूप आत्मरक्षा के अपने अंतर्निहित अधिकार का पूरी तरह से प्रयोग करेगा और सुरक्षा परिषद को अपनी वैध प्रतिक्रिया के बारे में सूचित करेगा.

इस बीच ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने गुरुवार को अल जजीरा अरबी को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि हम युद्ध नहीं चाहते, लेकिन हम इससे डरते नहीं हैं, और हम किसी भी परिदृश्य के लिए तैयार रहेंगे.

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