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'हम जो कुछ भी कर सकते हैं...', निमिषा प्रिया की मदद के लिए आगे आया ईरान - NIMISHA PRIYA

ईरान ने मानवीय आधार यमन में फांसी की सजा का सामना कर रही निमिषा प्रिया की मदद की पेशकश की है.

NIMISHA PRIYA
निमिषा प्रिया (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 2, 2025, 2:00 PM IST

तेहरान: ईरान ने मानवीय आधार पर केरल की नर्स निमिषा प्रिया के मामले में हस्तक्षेप करने की देश की इच्छा व्यक्त की है. यमन में प्रिया को हाल ही में फांसी की सजा सुनाई थी. उसे एक महीने के भीतर फांसी की सजा दिए जाने की संभावना है.

भारतीय नर्स के मामले में समर्थन की पेशकश करते हुए ईरानी अधिकारी ने कहा, "मानवीय आधार पर, हम जो कुछ भी कर सकते हैं, करने को तैयार हैं." उनका बयान प्रिया के मामले में मृत्युदंड पर पुनर्विचार करने के लिए यमन पर बढ़ते वैश्विक दबाव के बीच आया है.

हत्या के आरोप में सजा
हत्या के आरोप में प्रिया यमन के सना की सेंट्रल जेल में मौत की सजा का सामना कर रही है. कई वर्षों से यमन में काम कर रही निमिषा प्रिया को एक यमनी व्यक्ति की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया और मौत की सजा सुनाई गई.

मुकदमे और उसके बाद की सजा ने एमनेस्टी इंटरनेशनल सहित मानवाधिकार संगठनों का ध्यान आकर्षित किया है, जिसने मुकदमे की निष्पक्षता और दोषपूर्ण कानूनी प्रक्रिया की संभावना पर चिंता जताई है.

परिवार को मनाने की कोशिश
इससे पहले मृतक यमनी नागरिक तलाल अब्दो मेहदी के परिवार और उसके कबीले के नेताओं को अपराध को माफ करने के लिए मनाने की कोशिश की गई, लेकिन सभी प्रयास नाकाम रहे. निमिषा की मां प्रेमकुमारी मृतक यमनी नागरिक के परिवार से मिलने और बेटी की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए यमन गई थीं.

यमन के सुप्रीम कोर्ट ने मामले में ट्रायल कोर्ट के फैसले को बरकरार रखा और सजा में छूट की मांग को भी खारिज कर दिया. फिलहाल भारत द्वारा उसकी सजा में माफी या कमी की मांग करने के लिए कूटनीतिक प्रयास किए जा रहे हैं.

2012 में यमन गई थी प्रिया
उत्पीड़न से तंग आकर निमिषा प्रिया ने जुलाई 2017 में तलाल को नशीला इंजेक्शन दे दिया था, जिससे तलाल अब्दो मेहदी की मौत हो गई. निमिषा का तर्क है कि उसका इरादा उसे मारने का नहीं था. वह तलाल के पास मौजूद अपना पासपोर्ट हासिल करना चाहती थी. बता दें कि प्रिया 2012 में नर्स के तौर पर यमन गई थीं. 2015 में निमिषा और तलाल ने मिलकर वहां एक क्लीनिक शुरू की.

निमिषा को बताए बिना ही उसने क्लीनिक में अपना नाम शेयरहोल्डर के तौर पर शामिल करके महीने की आधी आय हड़पने की कोशिश की. जब निमिषा ने इस बारे में सवाल किया तो तलाल के साथ उसका विवाद शुरू हो गया. तलाल ने उसके साथ मारपीट करना शुरू कर दिया और उसे अपने दोस्तों के साथ यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया.

यह भी पढ़ें- केरल की निमिषा प्रिया को होगी फांसी, यमन के राष्ट्रपति ने दी मंजूरी, नर्स को बचाने के प्रयास नाकाम

तेहरान: ईरान ने मानवीय आधार पर केरल की नर्स निमिषा प्रिया के मामले में हस्तक्षेप करने की देश की इच्छा व्यक्त की है. यमन में प्रिया को हाल ही में फांसी की सजा सुनाई थी. उसे एक महीने के भीतर फांसी की सजा दिए जाने की संभावना है.

भारतीय नर्स के मामले में समर्थन की पेशकश करते हुए ईरानी अधिकारी ने कहा, "मानवीय आधार पर, हम जो कुछ भी कर सकते हैं, करने को तैयार हैं." उनका बयान प्रिया के मामले में मृत्युदंड पर पुनर्विचार करने के लिए यमन पर बढ़ते वैश्विक दबाव के बीच आया है.

हत्या के आरोप में सजा
हत्या के आरोप में प्रिया यमन के सना की सेंट्रल जेल में मौत की सजा का सामना कर रही है. कई वर्षों से यमन में काम कर रही निमिषा प्रिया को एक यमनी व्यक्ति की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया और मौत की सजा सुनाई गई.

मुकदमे और उसके बाद की सजा ने एमनेस्टी इंटरनेशनल सहित मानवाधिकार संगठनों का ध्यान आकर्षित किया है, जिसने मुकदमे की निष्पक्षता और दोषपूर्ण कानूनी प्रक्रिया की संभावना पर चिंता जताई है.

परिवार को मनाने की कोशिश
इससे पहले मृतक यमनी नागरिक तलाल अब्दो मेहदी के परिवार और उसके कबीले के नेताओं को अपराध को माफ करने के लिए मनाने की कोशिश की गई, लेकिन सभी प्रयास नाकाम रहे. निमिषा की मां प्रेमकुमारी मृतक यमनी नागरिक के परिवार से मिलने और बेटी की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए यमन गई थीं.

यमन के सुप्रीम कोर्ट ने मामले में ट्रायल कोर्ट के फैसले को बरकरार रखा और सजा में छूट की मांग को भी खारिज कर दिया. फिलहाल भारत द्वारा उसकी सजा में माफी या कमी की मांग करने के लिए कूटनीतिक प्रयास किए जा रहे हैं.

2012 में यमन गई थी प्रिया
उत्पीड़न से तंग आकर निमिषा प्रिया ने जुलाई 2017 में तलाल को नशीला इंजेक्शन दे दिया था, जिससे तलाल अब्दो मेहदी की मौत हो गई. निमिषा का तर्क है कि उसका इरादा उसे मारने का नहीं था. वह तलाल के पास मौजूद अपना पासपोर्ट हासिल करना चाहती थी. बता दें कि प्रिया 2012 में नर्स के तौर पर यमन गई थीं. 2015 में निमिषा और तलाल ने मिलकर वहां एक क्लीनिक शुरू की.

निमिषा को बताए बिना ही उसने क्लीनिक में अपना नाम शेयरहोल्डर के तौर पर शामिल करके महीने की आधी आय हड़पने की कोशिश की. जब निमिषा ने इस बारे में सवाल किया तो तलाल के साथ उसका विवाद शुरू हो गया. तलाल ने उसके साथ मारपीट करना शुरू कर दिया और उसे अपने दोस्तों के साथ यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया.

यह भी पढ़ें- केरल की निमिषा प्रिया को होगी फांसी, यमन के राष्ट्रपति ने दी मंजूरी, नर्स को बचाने के प्रयास नाकाम

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