ETV Bharat / international

दक्षिण-पूर्व एशिया को किफायती चिकित्सा उपाय प्रदान कर रहा भारत: केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव - SEARO

India providing strength to SEARO region: विश्व स्वास्थ्य संगठन के दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र की बैठक का आयोजन जेनेवा में किया गया. इसमें भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा ने हिस्सा लिया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि भारत दक्षिण-पूर्व एशिया को स्वास्थ्य के क्षेत्र में बढ़ावा देने में काफी सहायक हो रहा है.

WHO Regional Office for South-East Asia Meeting
दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए डब्ल्यूएचओ क्षेत्रीय कार्यालय की बैठक (PIB)
author img

By ANI

Published : May 28, 2024, 7:02 AM IST

जेनेवा: केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा ने दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए डब्ल्यूएचओ क्षेत्रीय कार्यालय (WHO South-East Asia Region) में अरबों लोगों के स्वास्थ्य और कल्याण को आगे बढ़ाने पर उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत दुनिया की फार्मा राजधानी होने के नाते किफायती चिकित्सा उपायों पर दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए डब्ल्यूएचओ क्षेत्रीय कार्यालय को ताकत प्रदान कर रहा है.

यह कार्यक्रम मंगलवार को जिनेवा में आयोजित किया गया. बैठक का उद्देश्य दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र में प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य एजेंडे को संबोधित करने के लिए सदस्य राष्ट्रों, डब्ल्यूएचओ और भागीदारों की ठोस कार्रवाइयों की रणनीति बनाना है. बैठक की शुरुआत भारत की स्वास्थ्य यात्रा पर एक वीडियो के साथ हुई. इसमें भारत में नागरिकों के लिए सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज तक पहुंच को उत्प्रेरित करने वाले प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत मिशन के चार स्तंभों का प्रदर्शन किया गया.

सोमवार को सभा को संबोधित करते हुए अपूर्व चंद्रा ने इस बात पर जोर दिया कि भारत द्वारा कोविड-19 महामारी के दौरान कोविन (CoWIN) जैसी डिजिटल तकनीकों का लाभ उठाया जा रहा है. इसे आज यूविन (UWIN) द्वारा बदल दिया जा रहा है. ये टीकाकरण पर नजर रखने और हर बच्चे के लिए डिजिटल प्रमाणपत्र बनाने के लिए एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है.

उन्होंने भारत के आरोग्य मैत्री प्रोजेक्ट के तहत विकसित एक अभिनव उत्पाद बीएचआईएसएम क्यूब (BHISM cube) के बारे में भी बात की. ये 200 हताहतों के इलाज के लिए बनाया गया एक कॉम्पैक्ट, मॉड्यूलर चिकित्सा सहायता क्यूब है और अत्याधुनिक तकनीक से लैस है. इसे किसी भी आपदा और आपात स्थिति के दौरान तैनात किया जा सकता है.

आयोजन के दौरान सदस्य देशों ने टीकाकरण कैच-अप और वैक्सीन वितरण और गैर-संचारी रोगों आदि जैसे मुद्दों पर अन्य देशों के साथ सहयोग और सहयोग को मजबूत करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला. अन्य भागीदारों ने आपात स्थितियों के लिए स्वास्थ्य प्रणाली की तैयारियों को मजबूत करने, महामारी के बाद की वसूली, जलवायु संकट से निपटने, बढ़ती आबादी और मानसिक स्वास्थ्य के जटिल मुद्दों, प्रांतीय और जिला स्तर पर स्वास्थ्य मुद्दों के विकेंद्रीकरण और महामारी की तैयारी प्रतिक्रिया और स्वास्थ्य सुरक्षा को मजबूत करने जैसे मुद्दे उठाए.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव हेकाली झिमोमी, अतिरिक्त सचिव और प्रबंध निदेशक (NHM) आराधना पटनायक, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अतिरिक्त सीईओ बसंत गर्ग समेत कई वरिष्ठ अधिकारी कार्यक्रम में शामिल थे. इसके अलावा दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए डब्ल्यूएचओ क्षेत्रीय कार्यालय की निदेशक साइमा वाजेद और दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र में सक्रिय प्रमुख विकास भागीदार भी इस अवसर पर उपस्थित थे.

एक्स पर एक पोस्ट में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने कहा, 'केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने 'डब्ल्यूएचओ दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में अरबों लोगों के स्वास्थ्य और कल्याण को आगे बढ़ाने' पर उच्च स्तरीय बैठक को संबोधित किया. इसमें भारत की डिजिटल प्रौद्योगिकियों और प्लेटफार्मों पर प्रकाश डाला गया. यूविन (UWIN) का उपयोग प्रत्येक बच्चे के लिए टीकाकरण पर नजर रखने और डिजिटल प्रमाणपत्र बनाने के लिए किया जा रहा है. भारत दुनिया की फार्मा राजधानी होने के नाते किफायती चिकित्सा उपायों पर दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए डब्ल्यूएचओ क्षेत्रीय कार्यालय (SEARO) को ताकत प्रदान कर रहा है.

ये भी पढ़ें- विश्व चगास रोग दिवस: WHO ने 'शीघ्र निदान और जीवन की देखभाल' का किया आग्रह - World Chagas Disease Day 2024

जेनेवा: केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा ने दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए डब्ल्यूएचओ क्षेत्रीय कार्यालय (WHO South-East Asia Region) में अरबों लोगों के स्वास्थ्य और कल्याण को आगे बढ़ाने पर उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत दुनिया की फार्मा राजधानी होने के नाते किफायती चिकित्सा उपायों पर दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए डब्ल्यूएचओ क्षेत्रीय कार्यालय को ताकत प्रदान कर रहा है.

यह कार्यक्रम मंगलवार को जिनेवा में आयोजित किया गया. बैठक का उद्देश्य दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र में प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य एजेंडे को संबोधित करने के लिए सदस्य राष्ट्रों, डब्ल्यूएचओ और भागीदारों की ठोस कार्रवाइयों की रणनीति बनाना है. बैठक की शुरुआत भारत की स्वास्थ्य यात्रा पर एक वीडियो के साथ हुई. इसमें भारत में नागरिकों के लिए सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज तक पहुंच को उत्प्रेरित करने वाले प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत मिशन के चार स्तंभों का प्रदर्शन किया गया.

सोमवार को सभा को संबोधित करते हुए अपूर्व चंद्रा ने इस बात पर जोर दिया कि भारत द्वारा कोविड-19 महामारी के दौरान कोविन (CoWIN) जैसी डिजिटल तकनीकों का लाभ उठाया जा रहा है. इसे आज यूविन (UWIN) द्वारा बदल दिया जा रहा है. ये टीकाकरण पर नजर रखने और हर बच्चे के लिए डिजिटल प्रमाणपत्र बनाने के लिए एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है.

उन्होंने भारत के आरोग्य मैत्री प्रोजेक्ट के तहत विकसित एक अभिनव उत्पाद बीएचआईएसएम क्यूब (BHISM cube) के बारे में भी बात की. ये 200 हताहतों के इलाज के लिए बनाया गया एक कॉम्पैक्ट, मॉड्यूलर चिकित्सा सहायता क्यूब है और अत्याधुनिक तकनीक से लैस है. इसे किसी भी आपदा और आपात स्थिति के दौरान तैनात किया जा सकता है.

आयोजन के दौरान सदस्य देशों ने टीकाकरण कैच-अप और वैक्सीन वितरण और गैर-संचारी रोगों आदि जैसे मुद्दों पर अन्य देशों के साथ सहयोग और सहयोग को मजबूत करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला. अन्य भागीदारों ने आपात स्थितियों के लिए स्वास्थ्य प्रणाली की तैयारियों को मजबूत करने, महामारी के बाद की वसूली, जलवायु संकट से निपटने, बढ़ती आबादी और मानसिक स्वास्थ्य के जटिल मुद्दों, प्रांतीय और जिला स्तर पर स्वास्थ्य मुद्दों के विकेंद्रीकरण और महामारी की तैयारी प्रतिक्रिया और स्वास्थ्य सुरक्षा को मजबूत करने जैसे मुद्दे उठाए.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव हेकाली झिमोमी, अतिरिक्त सचिव और प्रबंध निदेशक (NHM) आराधना पटनायक, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अतिरिक्त सीईओ बसंत गर्ग समेत कई वरिष्ठ अधिकारी कार्यक्रम में शामिल थे. इसके अलावा दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए डब्ल्यूएचओ क्षेत्रीय कार्यालय की निदेशक साइमा वाजेद और दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र में सक्रिय प्रमुख विकास भागीदार भी इस अवसर पर उपस्थित थे.

एक्स पर एक पोस्ट में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने कहा, 'केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने 'डब्ल्यूएचओ दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में अरबों लोगों के स्वास्थ्य और कल्याण को आगे बढ़ाने' पर उच्च स्तरीय बैठक को संबोधित किया. इसमें भारत की डिजिटल प्रौद्योगिकियों और प्लेटफार्मों पर प्रकाश डाला गया. यूविन (UWIN) का उपयोग प्रत्येक बच्चे के लिए टीकाकरण पर नजर रखने और डिजिटल प्रमाणपत्र बनाने के लिए किया जा रहा है. भारत दुनिया की फार्मा राजधानी होने के नाते किफायती चिकित्सा उपायों पर दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए डब्ल्यूएचओ क्षेत्रीय कार्यालय (SEARO) को ताकत प्रदान कर रहा है.

ये भी पढ़ें- विश्व चगास रोग दिवस: WHO ने 'शीघ्र निदान और जीवन की देखभाल' का किया आग्रह - World Chagas Disease Day 2024
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.