ETV Bharat / international

188 देशों की सामूहिक आवाज को कब तक दबाते रहेंगे पांच UNSC सदस्य: भारत - यूएनएससी में भारत

India on UNSC reform : भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार पर जोर दिया है. संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने सवाल उठाया कि पांच सदस्यों की इच्छा 188 सदस्य देशों की सामूहिक आवाज पर कब तक हावी होती रहेगी.

Ruchira Kamboj
संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज
author img

By PTI

Published : Feb 17, 2024, 10:39 PM IST

Updated : Feb 17, 2024, 10:50 PM IST

संयुक्त राष्ट्र : भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में व्यापक सुधार की आवश्यकता पर जोर देते हुए सवाल किया कि इस शक्तिशाली अंतरराष्ट्रीय निकाय के पांच स्थायी सदस्यों की इच्छा वैश्विक संगठन के 188 सदस्य देशों की सामूहिक आवाज को कब तक कुचलती रहेगी.

संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने 'सुरक्षा परिषद में सुधार पर अंतर-सरकारी वार्ता' में शुक्रवार को इस बात पर जोर दिया कि 15 देशों वाले संयुक्त राष्ट्र निकाय में सुधार के वैश्विक प्रयासों की आधारशिला 'समदृष्टि' होनी चाहिए.

उन्होंने कहा, 'समदृष्टि तभी सुनिश्चित हो सकती है यदि प्रत्येक राष्ट्र को, चाहे उसका आकार या ताकत कुछ भी हो, उसे वैश्विक निर्णय लेने की प्रक्रिया को आकार देने का समान अवसर दिया जाए. इसलिए हमारा सवाल यह है कि पांच सदस्यों की इच्छा 188 सदस्य देशों की सामूहिक आवाज पर कब तक हावी होती रहेगी?'

कंबोज ने कहा कि यूएनएससी सुधार पर चर्चा के लिए कई बुनियादी मुद्दे हैं लेकिन 'यह सवाल सबसे बुनियादी है. हम सभी इस बात पर सहमत हुए हैं कि यह स्थायी श्रेणी समाप्त नहीं होने वाली तो क्या हम इन पांच स्थायी सदस्यों को 188 सदस्य देशों की सामूहिक आवाज को हमेशा के लिए कुचलने की इजाजत दे सकते हैं?' उन्होंने कहा, 'इसे बदलना होगा.'

ये पांच देश हैं स्थायी सदस्य : चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्य हैं. उनके पास विशिष्ट वीटो अधिकार है और वे सुरक्षा परिषद में निर्णय लेने की प्रक्रिया को प्रभावित करने की शक्ति रखते हैं.

रुचिरा ने जी20 अध्यक्षता का किया जिक्र : कंबोज ने 'सदियों से हो रहे इस अन्याय' को दूर करने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला. कंबोज ने बदलाव के लिए जरूरी 'साहसी नेतृत्व' का उदाहरण देने के लिए भारत का जिक्र किया और जी20 की भारत की अध्यक्षता के दौरान समूह में अफ्रीकी संघ को शामिल किए जाने का हवाला दिया. उन्होंने कहा कि भारत सुरक्षा परिषद में सुधार के लिए वर्षों से जारी प्रयासों में सबसे आगे रहा है और वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य के रूप में शामिल किए जाने का उचित हकदार है.

ये भी पढ़ें

भारत भविष्य पर नजर ही नहीं रख रहा, बल्कि उसे संवार भी रहाः रुचिरा कंबोज


संयुक्त राष्ट्र : भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में व्यापक सुधार की आवश्यकता पर जोर देते हुए सवाल किया कि इस शक्तिशाली अंतरराष्ट्रीय निकाय के पांच स्थायी सदस्यों की इच्छा वैश्विक संगठन के 188 सदस्य देशों की सामूहिक आवाज को कब तक कुचलती रहेगी.

संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने 'सुरक्षा परिषद में सुधार पर अंतर-सरकारी वार्ता' में शुक्रवार को इस बात पर जोर दिया कि 15 देशों वाले संयुक्त राष्ट्र निकाय में सुधार के वैश्विक प्रयासों की आधारशिला 'समदृष्टि' होनी चाहिए.

उन्होंने कहा, 'समदृष्टि तभी सुनिश्चित हो सकती है यदि प्रत्येक राष्ट्र को, चाहे उसका आकार या ताकत कुछ भी हो, उसे वैश्विक निर्णय लेने की प्रक्रिया को आकार देने का समान अवसर दिया जाए. इसलिए हमारा सवाल यह है कि पांच सदस्यों की इच्छा 188 सदस्य देशों की सामूहिक आवाज पर कब तक हावी होती रहेगी?'

कंबोज ने कहा कि यूएनएससी सुधार पर चर्चा के लिए कई बुनियादी मुद्दे हैं लेकिन 'यह सवाल सबसे बुनियादी है. हम सभी इस बात पर सहमत हुए हैं कि यह स्थायी श्रेणी समाप्त नहीं होने वाली तो क्या हम इन पांच स्थायी सदस्यों को 188 सदस्य देशों की सामूहिक आवाज को हमेशा के लिए कुचलने की इजाजत दे सकते हैं?' उन्होंने कहा, 'इसे बदलना होगा.'

ये पांच देश हैं स्थायी सदस्य : चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्य हैं. उनके पास विशिष्ट वीटो अधिकार है और वे सुरक्षा परिषद में निर्णय लेने की प्रक्रिया को प्रभावित करने की शक्ति रखते हैं.

रुचिरा ने जी20 अध्यक्षता का किया जिक्र : कंबोज ने 'सदियों से हो रहे इस अन्याय' को दूर करने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला. कंबोज ने बदलाव के लिए जरूरी 'साहसी नेतृत्व' का उदाहरण देने के लिए भारत का जिक्र किया और जी20 की भारत की अध्यक्षता के दौरान समूह में अफ्रीकी संघ को शामिल किए जाने का हवाला दिया. उन्होंने कहा कि भारत सुरक्षा परिषद में सुधार के लिए वर्षों से जारी प्रयासों में सबसे आगे रहा है और वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य के रूप में शामिल किए जाने का उचित हकदार है.

ये भी पढ़ें

भारत भविष्य पर नजर ही नहीं रख रहा, बल्कि उसे संवार भी रहाः रुचिरा कंबोज


Last Updated : Feb 17, 2024, 10:50 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.