तेहरान: हमास के राजनीतिक प्रमुख की हत्या के मामले में एक नया खुलासा हुआ है. सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, हनिया की हत्या में इस्तेमाल हुआ विस्फोटक काफी पहले ही उस कमरे में प्लांट किया गया था जहां उनकी हत्या हुई. बता दें कि इस हफ्ते बुधवार को ईरान के तेहरान में एक उच्च सुरक्षा वाले गेस्ट हाउस के कमरे में विस्फोट के बाद हमास के राजनीतिक प्रमुख इस्माइल हनिया की मौत हो गई.
सीएनएन ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि उसे इस पूरे ऑपरेशन से जुड़े एक शख्स ने विस्फोट के बारे में जानकारी दी. सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, करीब दो महीने पहले भी हमास के राजनीतिक प्रमुख इस्माइल हनिया इस गेस्ट हाउस में रुके थे. तभी से ऑपरेशन को अंजाम देने वालों की नजर इस गेस्ट हाउस पर थी.
सीएनएन ने बताया कि करीब एक महीने की रेकी के बाद ऑपरेशन को अंजाम देने वाली टीम गेस्ट हाउस के अंदर उस कमरे में विस्फोटक प्लांट करने में सफल हो गई जिसमें हनिया रूके थे. एक महीने के इंतजार के बाद जिस दिन ईरान के नये राष्ट्रपति को पदभार ग्रहण करना था हनिया तेहरान पहुंचे. कार्यक्रम में शामिल होने के बाद हनिया गेस्ट हाउस पहुंचे. उनकी उपस्थिति की पुष्टि होने के बाद बाहर से नियंत्रित विस्फोट को अंजाम दिया गया. जिसमें हनिया की मौत हो गई.
सीएनएन की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि तेहरान में विस्फोट के तुरंत बाद ही इजराइली अधिकारियों ने अमेरिकी अधिकारियों को इस ऑपरेशन की सूचना दी. ईरानी सरकार और हमास ने भी इस हमले के लिए इजराइल को जिम्मेदार ठहराया है. हालांकि, इजराइल ने आधिकारिक रूप से ना तो इस हमले की जिम्मेदारी ली है और ना ही इससे इंकार किया है.
सीएनएन की इस खबर से पहले, ईरानी राज्य मीडिया और हमास ने ऐसे संकेत दिये थे कि इमारत पर देश के बाहर से लांच किये गये रॉकेट से हमला किया गया था. सीएनएन का दावा है कि तथ्य ईरानी मीडिया और हमास के दावों के बिलकुल उलट है. हनिया की हत्या में गेस्ट हाउस में पहले से प्लांट किये गये विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया. बता दें कि यह गेस्ट हाउस इस्लामिक क्रांतिकारी गार्ड कॉर्प्स के संरक्षण में थी. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि हमास प्रमुख की हत्या की सफलता में आईआरजीसी की ओर से एक बड़ी गलती हुई है.