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फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों आज नए प्रधानमंत्री की घोषणा करेंगे - FRENCH NEW PRIME MINISTER

French New Prime Minister: बार्नियर ने सिर्फ तीन महीने में ही पद छोड़ दिया था, जो सबसे छोटा कार्यकाल रहा.

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फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Etv Bharat)
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By ANI

Published : Dec 13, 2024, 8:40 AM IST

पेरिस: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों आज शुक्रवार को देश के नए प्रधानमंत्री की घोषणा करेंगे. पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री मिशेल बार्नियर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. अल जजीरा ने यह जानकारी दी है. यहां के राष्ट्रपति भवन एलिसी पैलेस ने बताया कि मैक्रों अभी पोलैंड के दौरे पर हैं और वहां से लौटने के बाद प्रधानमंत्री के नाम की घोषणा जल्द से जल्द की जाएगी.

बता दें, बार्नियर ने सिर्फ तीन महीने के कार्यकाल के बाद ही पद छोड़ दिया था, जो फ्रांसीसी इतिहास में किसी भी प्रधानमंत्री का सबसे छोटा कार्यकाल रहा. 5 दिसंबर को एलिसी पैलेस से राष्ट्र को संबोधित करते हुए मैक्रों ने अविश्वास प्रस्ताव के बावजूद अपने पांच साल के कार्यकाल को जारी रखने की कसम खाई, जिसके चलते प्रधानमंत्री मिशेल बार्नियर को इस्तीफा देना पड़ा. राष्ट्रपति मैक्रों ने राज्य की निरंतरता, संस्थाओं के समुचित कामकाज और फ्रांसीसी लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपनी जिम्मेदारी पर भी जोर दिया.

उन्होंने कहा कि आपने लोकतांत्रिक तरीके से मुझे जो जनादेश सौंपा है, वह पांच साल का जनादेश है और मैं इसके खत्म होने तक इसका पूरी तरह से पालन करूंगा. मेरी जिम्मेदारी राज्य की निरंतरता, हमारी संस्थाओं का उचित कामकाज, हमारे देश की स्वतंत्रता और आप सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करना है. एलिसी ने कहा कि मैं शुरू से ही आपके साथ, सामाजिक संकटों, कोविड-19 महामारी, युद्ध की वापसी, मुद्रास्फीति और हमारे द्वारा साझा किए गए कई परीक्षणों के माध्यम से यह कर रहा हूं. इसके बाद मैक्रों ने कुछ ही दिनों में नया प्रधानमंत्री नियुक्त करने का भी वादा किया था.

अभी तक जो पता चला है कि इस पद के लिए मैक्रों की पहली पसंद फ्रेंकोइस बायरू हैं. हालांकि, बायरू की संभावित नियुक्ति ने विवाद को जन्म दे दिया है. वहीं, वामपंथियों ने चिंता व्यक्त की है कि वह मैक्रों की नीतियों को लागू करना जारी रखेंगे. बायरू को दक्षिणपंथी विचारधारा के कुछ सदस्य पसंद नहीं करते, जिनमें पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी भी शामिल हैं. प्रधानमंत्री पद के अन्य दावेदारों में समाजवादी प्रधानमंत्री बर्नार्ड कैजेनेउवे, वर्तमान रक्षा मंत्री सेबेस्टियन लेकॉर्नु, जो मैक्रों के वफादार हैं, और पूर्व विदेश मंत्री जीन-यवेस ले ड्रियन शामिल हैं.

जो सर्वे हुआ है उसके मुताबिक फ्रांसीसी जनता संकट से तंग आ चुकी है. बुधवार को प्रकाशित एलाबे सर्वेक्षण में दो तिहाई से ज़्यादा उत्तरदाताओं ने कहा कि वे चाहते हैं कि राजनेता किसी समझौते पर पहुंचें, न कि नई सरकार को उखाड़ फेंकें. फ्रांसीसी संसद के 577 सीटों वाले निचले सदन के 331 सदस्यों ने बार्नियर की मध्यमार्गी अल्पसंख्यक सरकार को हटाने के लिए मतदान किया, जिससे देश में राजनीतिक अस्थिरता पैदा हो गई क्योंकि उसे बढ़ते बजट घाटे का सामना करना पड़ रहा है.

बार्नियर द्वारा संसद की मंजूरी के बिना बजट उपायों को पारित करने के लिए विशेष शक्तियों का इस्तेमाल करने के बाद यह मतदान वामपंथी और दक्षिणपंथी विपक्षी दलों द्वारा शुरू किया गया था. बार्नियर की सरकार छह दशकों से अधिक समय में अविश्वास मत से गिराई जाने वाली पहली सरकार बन गई.

पढ़ें: मैक्रों ने पेरिस में राष्ट्रपति की तरह किया ट्रंप का स्वागत, दोनों की बैठक मे जेलेंस्की भी हुए शामिल - DONALD TRUMP IN PARIS

पेरिस: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों आज शुक्रवार को देश के नए प्रधानमंत्री की घोषणा करेंगे. पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री मिशेल बार्नियर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. अल जजीरा ने यह जानकारी दी है. यहां के राष्ट्रपति भवन एलिसी पैलेस ने बताया कि मैक्रों अभी पोलैंड के दौरे पर हैं और वहां से लौटने के बाद प्रधानमंत्री के नाम की घोषणा जल्द से जल्द की जाएगी.

बता दें, बार्नियर ने सिर्फ तीन महीने के कार्यकाल के बाद ही पद छोड़ दिया था, जो फ्रांसीसी इतिहास में किसी भी प्रधानमंत्री का सबसे छोटा कार्यकाल रहा. 5 दिसंबर को एलिसी पैलेस से राष्ट्र को संबोधित करते हुए मैक्रों ने अविश्वास प्रस्ताव के बावजूद अपने पांच साल के कार्यकाल को जारी रखने की कसम खाई, जिसके चलते प्रधानमंत्री मिशेल बार्नियर को इस्तीफा देना पड़ा. राष्ट्रपति मैक्रों ने राज्य की निरंतरता, संस्थाओं के समुचित कामकाज और फ्रांसीसी लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपनी जिम्मेदारी पर भी जोर दिया.

उन्होंने कहा कि आपने लोकतांत्रिक तरीके से मुझे जो जनादेश सौंपा है, वह पांच साल का जनादेश है और मैं इसके खत्म होने तक इसका पूरी तरह से पालन करूंगा. मेरी जिम्मेदारी राज्य की निरंतरता, हमारी संस्थाओं का उचित कामकाज, हमारे देश की स्वतंत्रता और आप सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करना है. एलिसी ने कहा कि मैं शुरू से ही आपके साथ, सामाजिक संकटों, कोविड-19 महामारी, युद्ध की वापसी, मुद्रास्फीति और हमारे द्वारा साझा किए गए कई परीक्षणों के माध्यम से यह कर रहा हूं. इसके बाद मैक्रों ने कुछ ही दिनों में नया प्रधानमंत्री नियुक्त करने का भी वादा किया था.

अभी तक जो पता चला है कि इस पद के लिए मैक्रों की पहली पसंद फ्रेंकोइस बायरू हैं. हालांकि, बायरू की संभावित नियुक्ति ने विवाद को जन्म दे दिया है. वहीं, वामपंथियों ने चिंता व्यक्त की है कि वह मैक्रों की नीतियों को लागू करना जारी रखेंगे. बायरू को दक्षिणपंथी विचारधारा के कुछ सदस्य पसंद नहीं करते, जिनमें पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी भी शामिल हैं. प्रधानमंत्री पद के अन्य दावेदारों में समाजवादी प्रधानमंत्री बर्नार्ड कैजेनेउवे, वर्तमान रक्षा मंत्री सेबेस्टियन लेकॉर्नु, जो मैक्रों के वफादार हैं, और पूर्व विदेश मंत्री जीन-यवेस ले ड्रियन शामिल हैं.

जो सर्वे हुआ है उसके मुताबिक फ्रांसीसी जनता संकट से तंग आ चुकी है. बुधवार को प्रकाशित एलाबे सर्वेक्षण में दो तिहाई से ज़्यादा उत्तरदाताओं ने कहा कि वे चाहते हैं कि राजनेता किसी समझौते पर पहुंचें, न कि नई सरकार को उखाड़ फेंकें. फ्रांसीसी संसद के 577 सीटों वाले निचले सदन के 331 सदस्यों ने बार्नियर की मध्यमार्गी अल्पसंख्यक सरकार को हटाने के लिए मतदान किया, जिससे देश में राजनीतिक अस्थिरता पैदा हो गई क्योंकि उसे बढ़ते बजट घाटे का सामना करना पड़ रहा है.

बार्नियर द्वारा संसद की मंजूरी के बिना बजट उपायों को पारित करने के लिए विशेष शक्तियों का इस्तेमाल करने के बाद यह मतदान वामपंथी और दक्षिणपंथी विपक्षी दलों द्वारा शुरू किया गया था. बार्नियर की सरकार छह दशकों से अधिक समय में अविश्वास मत से गिराई जाने वाली पहली सरकार बन गई.

पढ़ें: मैक्रों ने पेरिस में राष्ट्रपति की तरह किया ट्रंप का स्वागत, दोनों की बैठक मे जेलेंस्की भी हुए शामिल - DONALD TRUMP IN PARIS

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