ETV Bharat / international

'लेबनान नया गाजा नहीं बनना चाहिए', इमैनुएल मैक्रों का बड़ा बयान, नेतन्याहू ने किया पलटवार

Emmanuel Macron: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने रविवार को इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के लेबनान में जमीनी अभियान में सेना भेजने और देश पर हमला करने के फैसले की आलोचना की है.

नेतन्याहू और मैक्रों
नेतन्याहू और मैक्रों (AP)
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 6, 2024, 12:21 PM IST

पेरिस: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने रविवार को इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के लेबनान में जमीनी अभियान में सेना भेजने और देश पर हमला करने के फैसले की आलोचना की. उन्होंने गाजा में इस्तेमाल के लिए इजराइल को हथियारों की सप्लाई रोकने का भी आह्वान किया.

एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, मैक्रों ने एक स्थानीय मीडिया चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा, "मुझे लगता है कि आज प्राथमिकता यह है कि हम राजनीतिक समाधान पर लौटें. हम गाजा में लड़ने के लिए हथियार भेजना बंद करें...फ्रांस कोई सोल्यूशन नहीं दे रहा है. मुझे खेद है कि प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने दूसरा विकल्प चुना है और विशेष रूप से लेबनान की धरती पर जमीनी अभियान चलाने की जिम्मेदारी ली है...लेबनान नया गाजा नहीं बन चाहिए."

'युद्ध नफरत को जन्म दे रहा है'
उन्होंने गाजा में संघर्ष पर भी अपनी चिंता दोहराई जो युद्ध विराम के लिए बार-बार आह्वान के बावजूद जारी है. उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि हमारी बात नहीं सुनी जा रही है. मुझे लगता है कि यह एक गलती है, जिसमें इजरायल की सुरक्षा भी शामिल है. युद्ध नफरत को जन्म दे रहा है."

नेतन्याहू ने किया पलटवार
मैक्रों की टिप्पणी पर नेतन्याहू ने नाराजगी जताई और कहा कि यह शर्मनाक है कि मैक्रों इजराइल के खिलाफ हथियार प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं, जबकि इजराइल ईरान के नेतृत्व वाली बर्बर ताकतों से लड़ रहा है, सभी सभ्य देशों को इजराइल के साथ मजबूती से खड़ा होना चाहिए. फिर भी राष्ट्रपति मैक्रों और कुछ अन्य पश्चिमी नेता अब इजराइल के खिलाफ हथियार प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं.

'उन्हें शर्म आनी चाहिए'
नेतन्याहू ने कहा कि उन्हें शर्म आनी चाहिए क्या ईरान हिजबुल्लाह, हौथियों, हमास और उसके अन्य सहयोगियों पर हथियार प्रतिबंध लगा रहा है? बिल्कुल नहीं. आतंक की धुरी एक साथ खड़ी है, लेकिन कथित तौर पर इस आतंकी धुरी का विरोध करने वाले देश इजराइल पर हथियार प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं. यह कितनी शर्मनाक बात है.

ANI के अनुसार उन्होंने कहा, "मेरे पास राष्ट्रपति मैक्रों के लिए एक मैसेज है. आज, इजराइल सभ्यता के दुश्मनों के खिलाफ सात मोर्चों पर खुद का बचाव कर रहा है. हम गाजा में हमास के खिलाफ लड़ रहे हैं, उन बर्बर लोगों के खिलाफ जिन्होंने 7 अक्टूबर को हमारे लोगों की हत्या की, रेप किया, सिर कलम किया और उन्हें जला दिया."

इजराइल के हमले जारी
बता दें कि लेबनान पर इजराइल की बमबारी जारी है. इस बीच शनिवार को, इजराइली सेना ने बेरूत के दक्षिणी उपनगर पर एक दर्जन हवाई हमले किए और पहली बार उत्तर में एक फ़िलिस्तीनी शरणार्थी शिविर पर हमला किया. स्थानीय मीडिया ने बताया कि लेबनानी अधिकारियों के अनुसार, कुछ हमले बहुत हिंसक थे.

यह भी पढ़ें- हत्या के बाद पहली बार बटलर लौटे ट्रंप, एलन मस्क ने मंच पर किया डांस

पेरिस: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने रविवार को इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के लेबनान में जमीनी अभियान में सेना भेजने और देश पर हमला करने के फैसले की आलोचना की. उन्होंने गाजा में इस्तेमाल के लिए इजराइल को हथियारों की सप्लाई रोकने का भी आह्वान किया.

एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, मैक्रों ने एक स्थानीय मीडिया चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा, "मुझे लगता है कि आज प्राथमिकता यह है कि हम राजनीतिक समाधान पर लौटें. हम गाजा में लड़ने के लिए हथियार भेजना बंद करें...फ्रांस कोई सोल्यूशन नहीं दे रहा है. मुझे खेद है कि प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने दूसरा विकल्प चुना है और विशेष रूप से लेबनान की धरती पर जमीनी अभियान चलाने की जिम्मेदारी ली है...लेबनान नया गाजा नहीं बन चाहिए."

'युद्ध नफरत को जन्म दे रहा है'
उन्होंने गाजा में संघर्ष पर भी अपनी चिंता दोहराई जो युद्ध विराम के लिए बार-बार आह्वान के बावजूद जारी है. उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि हमारी बात नहीं सुनी जा रही है. मुझे लगता है कि यह एक गलती है, जिसमें इजरायल की सुरक्षा भी शामिल है. युद्ध नफरत को जन्म दे रहा है."

नेतन्याहू ने किया पलटवार
मैक्रों की टिप्पणी पर नेतन्याहू ने नाराजगी जताई और कहा कि यह शर्मनाक है कि मैक्रों इजराइल के खिलाफ हथियार प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं, जबकि इजराइल ईरान के नेतृत्व वाली बर्बर ताकतों से लड़ रहा है, सभी सभ्य देशों को इजराइल के साथ मजबूती से खड़ा होना चाहिए. फिर भी राष्ट्रपति मैक्रों और कुछ अन्य पश्चिमी नेता अब इजराइल के खिलाफ हथियार प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं.

'उन्हें शर्म आनी चाहिए'
नेतन्याहू ने कहा कि उन्हें शर्म आनी चाहिए क्या ईरान हिजबुल्लाह, हौथियों, हमास और उसके अन्य सहयोगियों पर हथियार प्रतिबंध लगा रहा है? बिल्कुल नहीं. आतंक की धुरी एक साथ खड़ी है, लेकिन कथित तौर पर इस आतंकी धुरी का विरोध करने वाले देश इजराइल पर हथियार प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं. यह कितनी शर्मनाक बात है.

ANI के अनुसार उन्होंने कहा, "मेरे पास राष्ट्रपति मैक्रों के लिए एक मैसेज है. आज, इजराइल सभ्यता के दुश्मनों के खिलाफ सात मोर्चों पर खुद का बचाव कर रहा है. हम गाजा में हमास के खिलाफ लड़ रहे हैं, उन बर्बर लोगों के खिलाफ जिन्होंने 7 अक्टूबर को हमारे लोगों की हत्या की, रेप किया, सिर कलम किया और उन्हें जला दिया."

इजराइल के हमले जारी
बता दें कि लेबनान पर इजराइल की बमबारी जारी है. इस बीच शनिवार को, इजराइली सेना ने बेरूत के दक्षिणी उपनगर पर एक दर्जन हवाई हमले किए और पहली बार उत्तर में एक फ़िलिस्तीनी शरणार्थी शिविर पर हमला किया. स्थानीय मीडिया ने बताया कि लेबनानी अधिकारियों के अनुसार, कुछ हमले बहुत हिंसक थे.

यह भी पढ़ें- हत्या के बाद पहली बार बटलर लौटे ट्रंप, एलन मस्क ने मंच पर किया डांस

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.