घोर: अफगानिस्तान के घोर प्रांत में विनाशकारी बाढ़ के कारण महिलाओं और बच्चों सहित कम से कम 50 लोगों की मौत हो गई. खामा प्रेस समाचार एजेंसी ने यह जानकारी दी. घोर के स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को भारी बारिश के कारण आई बाढ़ के कारण घोर प्रांत के विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 2,500 परिवार, सैकड़ों हेक्टेयर कृषि भूमि और बाग-बगीचों में फैले आवासीय घर, सैकड़ों पुल, पुलिया और दीवारें नष्ट हो गई हैं.
बाढ़ के चलते हजारों पशु मारे गए. काफी संख्या में पशु तेज बहाव में बह गए. रिपोर्ट के अनुसार घोर के स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि घोर-हेरात राजमार्ग सहित इस प्रांत के अधिकांश जिलों के परिवहन मार्ग अवरुद्ध हो गए. अफगानिस्तान के बगलान प्रांत और कई अन्य प्रांतों में अचानक आई बाढ़ ने कहर बरपाया है. भारी बारिश के कारण आई बाढ़ के कारण बगलान और अन्य इलाकों में जान-माल का भारी नुकसान हुआ है.
रिपोर्टों से पता चलता है कि बाढ़ ने घरों और बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया. परिवहन मार्ग अवरुद्ध हो गए. इससे जनसमुदाय अलग-थलग पड़ गए. उन्हें तत्काल सहायता की आवश्यकता है. स्थानीय अधिकारी, राष्ट्रीय राहत प्रयासों के साथ-साथ प्रभावित क्षेत्रों में सहायता प्रदान करने के लिए संसाधन जुटा रहे हैं. हालाँकि, व्यापक स्तर पर बाढ़ आने के चलते नुकसान का दायरा बढ़ गया. इससे कई चुनौतियाँ उत्पन्न हो गई.
एक न्यूज रिपोर्ट के अनुसार 16 मई को पोप फ्रांसिस ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अफगानिस्तान में बाढ़ पीड़ितों की मदद करने का आग्रह किया था. आम दर्शन के दौरान पोप फ्रांसिस ने कहा कि वह पीड़ितों, विशेषकर बच्चों और उनके परिवारों के लिए प्रार्थना कर रहे हैं. आम दर्शन के दौरान पोप फ्रांसिस ने कहा कि वह पीड़ितों, विशेषकर बच्चों और उनके परिवारों के लिए प्रार्थना कर रहे हैं. पिछले कुछ दिनों में उत्तरी अफगानिस्तान के कम से कम तीन प्रांतों के 18 जिलों में आई बाढ़ से कम से कम 300 लोग मारे गए हैं. संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (UNWFP) के अनुसार सैकड़ों लोग घायल हुए हैं. ऐसा माना जा रहा है कि कई लोग अभी भी कीचड़ में दबे हुए हैं.