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ट्रंप की जीत के बाद रुकेगा युद्ध! नेतन्याहू नहीं माने तो बंद हो जाएगी हथियारों की सप्लाई, जानें किसने किया दावा?

बेंजामिन नेतन्याहू युद्ध रोकने में विफल रहते हैं तो डोनाल्ड ट्रंप इजराइल को होने वाले हथियारों की सप्लाई रोक सकते हैं.

डोनाल्ड ट्रंप
डोनाल्ड ट्रंप (ANI)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 6, 2024, 4:01 PM IST

वॉशिंगटन: अरब अमेरिकन्स फॉर ट्रंप के राष्ट्रीय अध्यक्ष बहबाह ने दावा किया है प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू गाजा में युद्ध को शीघ्र समाप्त करने के अपने आह्वान की अनदेखी करते हैं, तो रिपब्लिकन उम्मीदवार इजराइल के खिलाफ आर्म इंबार्गो (हथियार पर प्रतिबंध) लगा सकते हैं.

टाइम्स ऑफ इजराइल को एक साक्षात्कार में बहबाह ने कहा, अगर वह (ट्रंप) नेतन्याहू से कहते हैं, 'मेरे पदभार ग्रहण करने से पहले युद्ध समाप्त कर दीजिए', और नेतन्याहू ऐसा करने में विफल रहते हैं, तो ट्रंप को इजराइल को होने वाले हथियारों की सप्लाई रोकने से कोई नहीं रोक सकता."

यह पूछे जाने पर कि ट्रंप मध्यपूर्व में कई मोर्चों पर होने वाले युद्ध को समाप्त करने के अपने वादे को कैसे लागू करने की योजना बना रहे हैं तो इस पर बहबाह ने स्वीकार किया कि रिपब्लिकन ने डिटेल पर कम ध्यान दिया है. उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति ने इजराइली प्रधानमंत्री द्वारा जो बाइडेन को 2020 का चुनाव जीतने पर बधाई देने को नजरअंदाज कर दिया था.

अरब मुस्लिम अमेरिकी समुदायों के संपर्क में ट्रंप
बहबाह ने कहा कि 2016 और 2020 के ट्रंप 2024 के ट्रंप से बहुत अलग व्यक्ति हैं. ट्रंप के सहयोगी ने तर्क दिया कि वह अरब मुस्लिम अमेरिकी समुदायों के संपर्क में है. उन्होंने अरब और मुस्लिम नेताओं के साथ कम से कम 15 बैठकें की हैं.

दरअसल, पिछले एक साल में ट्रंप के करीबी लोगों में लेबनान में जन्मे कारोबारी मासाद बौलोस शामिल हुए हैं, जिनके बेटे माइकल ने 2022 में टिफनी ट्रंप से शादी की है. बहाबाह कहते हैं कि बौलोस फ्लोरिडा में पूर्व राष्ट्रपति के मार-ए-लागो रिसॉर्ट में ट्रंप के साथ चुनावी समय गुजार रहे हैं.

युद्ध समाप्त करने का वादा
बहाबाह कहते हैं, "ट्रंप ने कई बार सार्वजनिक रूप से खुद से वादा किया है कि वह युद्धों को समाप्त करेंगे और मध्य पूर्व में शांति लाएंगे और वह ऐसे व्यक्ति हैं जो अपना वादा निभाते हैं." हालांकि, पूर्व राष्ट्रपति ने इजराइल से गाजा में युद्ध खत्म करने का भी आग्रह किया है और पिछले साल अपनी टिप्पणियों में अपमान के रूप में फिलिस्तीनी शब्द का प्रयोग किया है, जिससे अरब अमेरिकी समुदाय के लोग चिंतित हैं.

बहबाह का कहना है कि ट्रंप का मतलब सिर्फ इतना था कि वह युद्ध को समाप्त करना चाहते हैं, जबकि उन्होंने जून में राष्ट्रपति पद की बहस के दौरान पहली बार ऐसा करने के बाद से दूसरे वाक्यांश का इस्तेमाल नहीं किया है. बहबाह ने कहा, "यह बहुत पहले की बात है. उसके बाद उन्होंने इसे बंद कर दिया.

उन्होंने आगे कहा कि रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन के दौरान, उन्होंने फिलिस्तीनी या फिलिस्तीन शब्द का बिल्कुल भी उल्लेख नहीं किया, और उन्होंने मुस्लिम या इस्लामी शब्द का भी इस्तेमाल नहीं किया.

अरब अमेरिकन फॉर ट्रंप के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें हैरिस के चार और साल की तुलना ट्रंप के चार वर्षों से करनी चाहिए. उन्होंने इजराइल में अमेरिकी दूतावास को यरुशलम में स्थानांतरित करने के पूर्व राष्ट्रपति के फैसले को कमतर आंका.

मध्य पूर्व संघर्ष
चुनाव से पहले ऐसा माना जा रहा था कि ट्रंप इजराइल का अधिक समर्थन करेंगे. जुलाई 2024 में प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ बैठक के दौरान ट्रंप ने इजराइली नेता से हमास पर जीत हासिल करने का आग्रह किया था.उन्होंने कहा कि गाजा में हत्याएं बंद होनी चाहिए लेकिन नेतन्याहू जानते हैं कि वह क्या कर रहे हैं.

पहले कार्यकाल में ट्रंप की नीति
अपने पहले राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान ट्रंप ने विवादित शहर यरूशलेम को इजराइल की राजधानी के रूप में मान्यता दी थी, जिससे फिलिस्तीनियों में गुस्सा भड़क गया था. उन्होंने अब्राहम समझौते के तहत इजराइल और कई अरब देशों के बीच सामान्यीकरण डील पर बातचीत की और ईरान परमाणु समझौते से भी बाहर निकल गए, जिसका इजराइल ने भी विरोध किया था.

यह भी पढ़ें- राष्ट्रपति पद छोड़ने के बाद भी खाड़ी देशों से कायम रहे ट्रंप के रिश्ते, पर्दे के पीछे से की कूटनीति, कई डील साइन

वॉशिंगटन: अरब अमेरिकन्स फॉर ट्रंप के राष्ट्रीय अध्यक्ष बहबाह ने दावा किया है प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू गाजा में युद्ध को शीघ्र समाप्त करने के अपने आह्वान की अनदेखी करते हैं, तो रिपब्लिकन उम्मीदवार इजराइल के खिलाफ आर्म इंबार्गो (हथियार पर प्रतिबंध) लगा सकते हैं.

टाइम्स ऑफ इजराइल को एक साक्षात्कार में बहबाह ने कहा, अगर वह (ट्रंप) नेतन्याहू से कहते हैं, 'मेरे पदभार ग्रहण करने से पहले युद्ध समाप्त कर दीजिए', और नेतन्याहू ऐसा करने में विफल रहते हैं, तो ट्रंप को इजराइल को होने वाले हथियारों की सप्लाई रोकने से कोई नहीं रोक सकता."

यह पूछे जाने पर कि ट्रंप मध्यपूर्व में कई मोर्चों पर होने वाले युद्ध को समाप्त करने के अपने वादे को कैसे लागू करने की योजना बना रहे हैं तो इस पर बहबाह ने स्वीकार किया कि रिपब्लिकन ने डिटेल पर कम ध्यान दिया है. उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति ने इजराइली प्रधानमंत्री द्वारा जो बाइडेन को 2020 का चुनाव जीतने पर बधाई देने को नजरअंदाज कर दिया था.

अरब मुस्लिम अमेरिकी समुदायों के संपर्क में ट्रंप
बहबाह ने कहा कि 2016 और 2020 के ट्रंप 2024 के ट्रंप से बहुत अलग व्यक्ति हैं. ट्रंप के सहयोगी ने तर्क दिया कि वह अरब मुस्लिम अमेरिकी समुदायों के संपर्क में है. उन्होंने अरब और मुस्लिम नेताओं के साथ कम से कम 15 बैठकें की हैं.

दरअसल, पिछले एक साल में ट्रंप के करीबी लोगों में लेबनान में जन्मे कारोबारी मासाद बौलोस शामिल हुए हैं, जिनके बेटे माइकल ने 2022 में टिफनी ट्रंप से शादी की है. बहाबाह कहते हैं कि बौलोस फ्लोरिडा में पूर्व राष्ट्रपति के मार-ए-लागो रिसॉर्ट में ट्रंप के साथ चुनावी समय गुजार रहे हैं.

युद्ध समाप्त करने का वादा
बहाबाह कहते हैं, "ट्रंप ने कई बार सार्वजनिक रूप से खुद से वादा किया है कि वह युद्धों को समाप्त करेंगे और मध्य पूर्व में शांति लाएंगे और वह ऐसे व्यक्ति हैं जो अपना वादा निभाते हैं." हालांकि, पूर्व राष्ट्रपति ने इजराइल से गाजा में युद्ध खत्म करने का भी आग्रह किया है और पिछले साल अपनी टिप्पणियों में अपमान के रूप में फिलिस्तीनी शब्द का प्रयोग किया है, जिससे अरब अमेरिकी समुदाय के लोग चिंतित हैं.

बहबाह का कहना है कि ट्रंप का मतलब सिर्फ इतना था कि वह युद्ध को समाप्त करना चाहते हैं, जबकि उन्होंने जून में राष्ट्रपति पद की बहस के दौरान पहली बार ऐसा करने के बाद से दूसरे वाक्यांश का इस्तेमाल नहीं किया है. बहबाह ने कहा, "यह बहुत पहले की बात है. उसके बाद उन्होंने इसे बंद कर दिया.

उन्होंने आगे कहा कि रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन के दौरान, उन्होंने फिलिस्तीनी या फिलिस्तीन शब्द का बिल्कुल भी उल्लेख नहीं किया, और उन्होंने मुस्लिम या इस्लामी शब्द का भी इस्तेमाल नहीं किया.

अरब अमेरिकन फॉर ट्रंप के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें हैरिस के चार और साल की तुलना ट्रंप के चार वर्षों से करनी चाहिए. उन्होंने इजराइल में अमेरिकी दूतावास को यरुशलम में स्थानांतरित करने के पूर्व राष्ट्रपति के फैसले को कमतर आंका.

मध्य पूर्व संघर्ष
चुनाव से पहले ऐसा माना जा रहा था कि ट्रंप इजराइल का अधिक समर्थन करेंगे. जुलाई 2024 में प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ बैठक के दौरान ट्रंप ने इजराइली नेता से हमास पर जीत हासिल करने का आग्रह किया था.उन्होंने कहा कि गाजा में हत्याएं बंद होनी चाहिए लेकिन नेतन्याहू जानते हैं कि वह क्या कर रहे हैं.

पहले कार्यकाल में ट्रंप की नीति
अपने पहले राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान ट्रंप ने विवादित शहर यरूशलेम को इजराइल की राजधानी के रूप में मान्यता दी थी, जिससे फिलिस्तीनियों में गुस्सा भड़क गया था. उन्होंने अब्राहम समझौते के तहत इजराइल और कई अरब देशों के बीच सामान्यीकरण डील पर बातचीत की और ईरान परमाणु समझौते से भी बाहर निकल गए, जिसका इजराइल ने भी विरोध किया था.

यह भी पढ़ें- राष्ट्रपति पद छोड़ने के बाद भी खाड़ी देशों से कायम रहे ट्रंप के रिश्ते, पर्दे के पीछे से की कूटनीति, कई डील साइन

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