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अंतरिक्ष में जन्मदिन मना रहीं सुनीता विलियम्स, जानिए नेवी से स्पेस की दुनिया में कैसे आईं ? - astronaut Sunita Williams - ASTRONAUT SUNITA WILLIAMS

Astronaut Sunita Williams, भारतीय मूल की एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स आज अपना जन्मदिन अंतरिक्ष में मना रही हैं. स्पेसक्राफ्ट में खराबी आने की वजह से वह अंतरिक्ष में अटक गई हैं. वह मात्र आठ दिनों में ही वापस आने वाली थीं. लेकिन अब फरवरी 2025 से पहले वह धरती पर वापस नहीं आ सकती हैं.

astronaut Sunita Williams
अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स (Regional Science Centre Rajkot and @Astro_Suni)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 19, 2024, 5:07 PM IST

Updated : Sep 19, 2024, 9:47 PM IST

हैदराबाद : अंतरिक्ष में जाने के बाद वहां पर फंसीं सुनीता विलियम्स अमेरिकी नागरिक हैं, लेकिन उनकी संबंध भारत से जुड़ा रहा है. अमेरिका के यूक्लिड में 19 सितंबर 1965 को जन्मीं सुनीता विलियम्स ने 1983 में भौतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री प्राप्त की. इसके बाद उन्होंने अमेरिकी नौसेना अकादमी में 1987 में प्रवेश लिया.

सुनीता विलियम्स इस समय अंतरिक्ष में फंसी हैं. इस वजह से वह अपना जन्म दिन भी अंतरिक्ष में ही मना रही हैं. अमेरिका जन्मीं सुनीता के पिता डॉ. दीपक पांड्या का जन्म गांधीनगर से 40 किमी की दूरी पर गुजरात के झुलसाणा में हुआ था. इस गांव की आबादी करीब 7 हजार है. डॉ. दीपक पांड्या 1957 में मेडिकल की पढ़ाई के सिलसिले में अमेरिका गए तो वहीं बस गए. वहीं उन्होंने उर्सलीन बोनी से शादी कर ली. इन्हीं दोनों की बेटी हैं सुनीता विलियम्स.

सुनीता विलियम्स ने नेवी से स्पेस की दुनिया में आना?

सुनीता विलियम्स ने हाईस्कूल की शिक्षा नीधम हाईस्कूल से पूरी की. इसके बाद 1983 में भौतिक विज्ञान में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की. इसीक्रम में 1987 में उन्होंने अमेरिकी नौसेना अकादमी में प्रवेश किया. तत्पश्चात 1995 में फ्लोरिडा इंस्टीट्यूट ऑफ टेन्नोलॉजी से इंजीनियरिंग प्रबंधन में पीजी की डिग्री प्राप्त की. सुनीता विलियम्स के जीवन में परिवर्तन 1998 में उस समय आया जब वह नासा के अंतरिक्ष यात्री कार्यक्रम में शामिल हुईं. इतना ही नहीं इसके लिए उन्हें रूस की रशियन फेडरल स्पेस एजेंसी ने मॉस्को में ट्रेनिंग भी दी.

सुनीता विलियम्स ने पहली बार 9 दिसंबर 2006 को साथी अंतरिक्ष यात्रियों के साथ उड़ान भरी और 11 दिसंबर 2006 को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पहुंची थीं. इस अभियान सुनीता विलियम्स ने फ्लाइट इंजीनियर के रूप में काम किया था. इस दौरान उन्होंने 29 घंटे और 17 मिनट के कुल समय में चार बार अंतरिक्ष में चहलकदमी कर महिलाओं के लिए विश्व रिकॉर्ड बनाया था. 22 जून 2007 को कैलिफोर्निया के एडवर्ड्स एयरफोर्स बेस पर उनका अंतरिक्ष यान लौटा था.

बता दें कि सुनीता विलियम्स अपनी तीसरी अंतरिक्ष उड़ान पर हैं. इस बार वह 6 जून को स्पेस स्टेशन पहुंचीं, जिसके बाद उनके स्पेसक्राफ्ट में खराबी आ गई. इस वजह से वह आठ दिन की यात्रा पर गई थीं लेकिन अब उनके फरवरी 2025 में ही वापस आने की उम्मीद है.

ये भी पढ़ें- स्टारलाइनर कैप्सूल अंतरिक्ष स्टेशन से रवाना हुआ, सुनीता विलियम्स के बिना घर लौटा

हैदराबाद : अंतरिक्ष में जाने के बाद वहां पर फंसीं सुनीता विलियम्स अमेरिकी नागरिक हैं, लेकिन उनकी संबंध भारत से जुड़ा रहा है. अमेरिका के यूक्लिड में 19 सितंबर 1965 को जन्मीं सुनीता विलियम्स ने 1983 में भौतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री प्राप्त की. इसके बाद उन्होंने अमेरिकी नौसेना अकादमी में 1987 में प्रवेश लिया.

सुनीता विलियम्स इस समय अंतरिक्ष में फंसी हैं. इस वजह से वह अपना जन्म दिन भी अंतरिक्ष में ही मना रही हैं. अमेरिका जन्मीं सुनीता के पिता डॉ. दीपक पांड्या का जन्म गांधीनगर से 40 किमी की दूरी पर गुजरात के झुलसाणा में हुआ था. इस गांव की आबादी करीब 7 हजार है. डॉ. दीपक पांड्या 1957 में मेडिकल की पढ़ाई के सिलसिले में अमेरिका गए तो वहीं बस गए. वहीं उन्होंने उर्सलीन बोनी से शादी कर ली. इन्हीं दोनों की बेटी हैं सुनीता विलियम्स.

सुनीता विलियम्स ने नेवी से स्पेस की दुनिया में आना?

सुनीता विलियम्स ने हाईस्कूल की शिक्षा नीधम हाईस्कूल से पूरी की. इसके बाद 1983 में भौतिक विज्ञान में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की. इसीक्रम में 1987 में उन्होंने अमेरिकी नौसेना अकादमी में प्रवेश किया. तत्पश्चात 1995 में फ्लोरिडा इंस्टीट्यूट ऑफ टेन्नोलॉजी से इंजीनियरिंग प्रबंधन में पीजी की डिग्री प्राप्त की. सुनीता विलियम्स के जीवन में परिवर्तन 1998 में उस समय आया जब वह नासा के अंतरिक्ष यात्री कार्यक्रम में शामिल हुईं. इतना ही नहीं इसके लिए उन्हें रूस की रशियन फेडरल स्पेस एजेंसी ने मॉस्को में ट्रेनिंग भी दी.

सुनीता विलियम्स ने पहली बार 9 दिसंबर 2006 को साथी अंतरिक्ष यात्रियों के साथ उड़ान भरी और 11 दिसंबर 2006 को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पहुंची थीं. इस अभियान सुनीता विलियम्स ने फ्लाइट इंजीनियर के रूप में काम किया था. इस दौरान उन्होंने 29 घंटे और 17 मिनट के कुल समय में चार बार अंतरिक्ष में चहलकदमी कर महिलाओं के लिए विश्व रिकॉर्ड बनाया था. 22 जून 2007 को कैलिफोर्निया के एडवर्ड्स एयरफोर्स बेस पर उनका अंतरिक्ष यान लौटा था.

बता दें कि सुनीता विलियम्स अपनी तीसरी अंतरिक्ष उड़ान पर हैं. इस बार वह 6 जून को स्पेस स्टेशन पहुंचीं, जिसके बाद उनके स्पेसक्राफ्ट में खराबी आ गई. इस वजह से वह आठ दिन की यात्रा पर गई थीं लेकिन अब उनके फरवरी 2025 में ही वापस आने की उम्मीद है.

ये भी पढ़ें- स्टारलाइनर कैप्सूल अंतरिक्ष स्टेशन से रवाना हुआ, सुनीता विलियम्स के बिना घर लौटा

Last Updated : Sep 19, 2024, 9:47 PM IST
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