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रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने NSA डोभाल से जताई इच्छा, पीएम मोदी से करना चाहते हैं मीटिंग... - Doval meets Putin in St Petersburg

NSA Doval Meets Vladmir Putin In St Petersburg, भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने गुरुवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की. इस दौरान पुतिन ने कहा कि वह ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी के साथ अलग से द्विपक्षीय बैठक करना चाहते हैं. पढ़िए ईटीवी भारत के वरिष्ठ संवाददाता चंद्रकला चौधरी की रिपोर्ट...

Russian President Putin expressed his wish to NSA Doval
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने NSA डोभाल से जताई इच्छा, (ANI)
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By ETV Bharat Health Team

Published : Sep 12, 2024, 7:46 PM IST

Updated : Sep 12, 2024, 8:36 PM IST

नई दिल्ली: यूक्रेन विवाद का हल निकालने के लिए नए सिरे से किए जा रहे प्रयासों के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने गुरुवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की. यह मुलाकात सेंट पीटर्सबर्ग में ब्रिक्स (ब्राजील-रूस-भारत-चीन-दक्षिण अफ्रीका) देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के सम्मेलन के दौरान हुई. इसी दौरान पुतिन ने भारतीय पक्ष को अक्टूबर में कज़ान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक अलग द्विपक्षीय बैठक आयोजित करने की अपनी इच्छा व्यक्त की. यह रूस और यूक्रेन के बीच विवाद को सुलझाने के लिए भारत के शांति प्रयासों के बीच हुआ है.

भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत कुमार डोभाल के साथ बैठक में पुतिन ने कहा, 'हम कज़ान में नरेंद्र मोदी का इंतजार कर रहे हैं, मैं 22 अक्टूबर को कज़ान में द्विपक्षीय बैठक आयोजित करने का प्रस्ताव रखता हूं.' सूत्रों के अनुसार, रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा, 'यह बैठक भारत के प्रधानमंत्री की मास्को यात्रा के दौरान हुए समझौते के क्रियान्वयन पर संयुक्त कार्य के परिणामों का सारांश प्रस्तुत कर सकती है, तथा भविष्य की संभावनाओं की रूपरेखा तैयार कर सकती है.'

पुतिन ने कहा कि मुझे अच्छी तरह याद है, मैंने पहले ही आम बैठक में कहा था, श्री मोदी (भारतीय प्रधानमंत्री) की मास्को यात्रा, मैं यह अवश्य कहूंगा कि न केवल यह यात्रा बहुत सफल रही, बल्कि इसके परिणामों के बाद शुरू किया गया कार्य भी बहुत सार्थक है, तथा ठीक उसी गति से जिस पर हमने प्रधानमंत्री के साथ सहमति व्यक्त की थी.

सूत्रों के अनुसार पुतिन ने कहा कि हमारी विशेष विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी गति और मजबूती प्राप्त कर रही है, जिससे हम बहुत प्रसन्न हैं. हम प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत की राज्यसत्ता को मजबूत करने तथा आर्थिक विकास में सफलताओं से भी प्रसन्न हैं. सुरक्षा मुद्दे हमेशा से हमारी प्राथमिकताओं में रहे हैं तथा रहेंगे. सेंट पीटर्सबर्ग आने के लिए हम आपके आभारी हैं. पिछले वर्ष यह बैठक मास्को में हुई थी. हम इस बात की सराहना करते हैं कि आप भारतीय पक्ष की ओर से इस संवाद को बनाए रख रहे हैं.

इस बीच, एनएसए अजीत डोभाल ने राष्ट्रपति पुतिन को प्रधानमंत्री मोदी की यूक्रेन यात्रा और यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ बंद कमरे में हुई बैठक के बारे में जानकारी दी. डोभाल ने कहा कि पीएम मोदी चाहते हैं कि वे व्यक्तिगत रूप से आएं और रूसी राष्ट्रपति को बंद कमरे में हुई पिछली वार्ताओं के बारे में बताएं, उन्होंने कहा कि वे इस बैठक में शामिल हुए थे.

ब्रिक्स एनएसए बैठक रूस यूक्रेन विवाद को सुलझाने के लिए एक बड़े प्रयास के बीच हो रही है. रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने इस महीने के पहले सप्ताह में कहा था कि चीन, भारत, ब्राजील यूक्रेन पर संभावित शांति वार्ता में मध्यस्थ की भूमिका निभा सकते हैं.

रूस में पूर्वी आर्थिक मंच पर बोलते हुए, राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि युद्ध के पहले सप्ताह में इस्तांबुल में वार्ता में रूसी और यूक्रेनी वार्ताकारों के बीच एक प्रारंभिक समझौता हुआ था, जिसे कभी लागू नहीं किया गया, जो वार्ता के लिए आधार के रूप में काम कर सकता है.

एनएसए डोभाल सहित भारतीय उच्च स्तरीय अधिकारियों ने अब तक रूस-यूक्रेन विवाद पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई वार्ताओं में भाग लिया है. भारत ने रूस-यूक्रेन विवाद पर तटस्थ रुख बनाए रखा है, जिसमें संवाद और कूटनीति पर जोर दिया गया है. उसने शांतिपूर्ण समाधान का आह्वान किया है और रूस की प्रत्यक्ष आलोचना से परहेज किया है. साथ ही पश्चिमी देशों के साथ अपने संबंधों को संतुलित रखा है तथा यूक्रेन के लिए मानवीय सहायता का समर्थन किया है.

ये भी पढ़ें- भारत, चीन और ब्राजील करवा सकते हैं मध्यस्थता, यूक्रेन युद्ध पर पुतिन का बयान

नई दिल्ली: यूक्रेन विवाद का हल निकालने के लिए नए सिरे से किए जा रहे प्रयासों के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने गुरुवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की. यह मुलाकात सेंट पीटर्सबर्ग में ब्रिक्स (ब्राजील-रूस-भारत-चीन-दक्षिण अफ्रीका) देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के सम्मेलन के दौरान हुई. इसी दौरान पुतिन ने भारतीय पक्ष को अक्टूबर में कज़ान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक अलग द्विपक्षीय बैठक आयोजित करने की अपनी इच्छा व्यक्त की. यह रूस और यूक्रेन के बीच विवाद को सुलझाने के लिए भारत के शांति प्रयासों के बीच हुआ है.

भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत कुमार डोभाल के साथ बैठक में पुतिन ने कहा, 'हम कज़ान में नरेंद्र मोदी का इंतजार कर रहे हैं, मैं 22 अक्टूबर को कज़ान में द्विपक्षीय बैठक आयोजित करने का प्रस्ताव रखता हूं.' सूत्रों के अनुसार, रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा, 'यह बैठक भारत के प्रधानमंत्री की मास्को यात्रा के दौरान हुए समझौते के क्रियान्वयन पर संयुक्त कार्य के परिणामों का सारांश प्रस्तुत कर सकती है, तथा भविष्य की संभावनाओं की रूपरेखा तैयार कर सकती है.'

पुतिन ने कहा कि मुझे अच्छी तरह याद है, मैंने पहले ही आम बैठक में कहा था, श्री मोदी (भारतीय प्रधानमंत्री) की मास्को यात्रा, मैं यह अवश्य कहूंगा कि न केवल यह यात्रा बहुत सफल रही, बल्कि इसके परिणामों के बाद शुरू किया गया कार्य भी बहुत सार्थक है, तथा ठीक उसी गति से जिस पर हमने प्रधानमंत्री के साथ सहमति व्यक्त की थी.

सूत्रों के अनुसार पुतिन ने कहा कि हमारी विशेष विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी गति और मजबूती प्राप्त कर रही है, जिससे हम बहुत प्रसन्न हैं. हम प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत की राज्यसत्ता को मजबूत करने तथा आर्थिक विकास में सफलताओं से भी प्रसन्न हैं. सुरक्षा मुद्दे हमेशा से हमारी प्राथमिकताओं में रहे हैं तथा रहेंगे. सेंट पीटर्सबर्ग आने के लिए हम आपके आभारी हैं. पिछले वर्ष यह बैठक मास्को में हुई थी. हम इस बात की सराहना करते हैं कि आप भारतीय पक्ष की ओर से इस संवाद को बनाए रख रहे हैं.

इस बीच, एनएसए अजीत डोभाल ने राष्ट्रपति पुतिन को प्रधानमंत्री मोदी की यूक्रेन यात्रा और यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ बंद कमरे में हुई बैठक के बारे में जानकारी दी. डोभाल ने कहा कि पीएम मोदी चाहते हैं कि वे व्यक्तिगत रूप से आएं और रूसी राष्ट्रपति को बंद कमरे में हुई पिछली वार्ताओं के बारे में बताएं, उन्होंने कहा कि वे इस बैठक में शामिल हुए थे.

ब्रिक्स एनएसए बैठक रूस यूक्रेन विवाद को सुलझाने के लिए एक बड़े प्रयास के बीच हो रही है. रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने इस महीने के पहले सप्ताह में कहा था कि चीन, भारत, ब्राजील यूक्रेन पर संभावित शांति वार्ता में मध्यस्थ की भूमिका निभा सकते हैं.

रूस में पूर्वी आर्थिक मंच पर बोलते हुए, राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि युद्ध के पहले सप्ताह में इस्तांबुल में वार्ता में रूसी और यूक्रेनी वार्ताकारों के बीच एक प्रारंभिक समझौता हुआ था, जिसे कभी लागू नहीं किया गया, जो वार्ता के लिए आधार के रूप में काम कर सकता है.

एनएसए डोभाल सहित भारतीय उच्च स्तरीय अधिकारियों ने अब तक रूस-यूक्रेन विवाद पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई वार्ताओं में भाग लिया है. भारत ने रूस-यूक्रेन विवाद पर तटस्थ रुख बनाए रखा है, जिसमें संवाद और कूटनीति पर जोर दिया गया है. उसने शांतिपूर्ण समाधान का आह्वान किया है और रूस की प्रत्यक्ष आलोचना से परहेज किया है. साथ ही पश्चिमी देशों के साथ अपने संबंधों को संतुलित रखा है तथा यूक्रेन के लिए मानवीय सहायता का समर्थन किया है.

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Last Updated : Sep 12, 2024, 8:36 PM IST
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