नई दिल्ली/तेहरान: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी (63) की रविवार (19 मई) को हेलीकाप्टर दुर्घटना में मौत हो गई. इस हादसे में रईसी के साथ हेलीकॉप्टर में सवार ईरान के विदेश मंत्री अमीर अब्दुल्लाहियान की भी मौत हो गई है. दूसरी तरफ अब्दुल्लाहियन की मृत्यु के बाद सोमवार (20 मई) अली बघेरी कानी को ईरानी कैबिनेट द्वारा कार्यवाहक विदेश मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया. कानी ने सितंबर 2021 में उप विदेश मंत्री की भूमिका निभाई. कानी ने 2007 से 2013 तक ईरान की सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में उप सचिव का पद भी संभाला. इस बीच, ईरान ने अपने शीर्ष नेता की मृत्यु के बाद पांच दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है.
ईरानी राष्ट्रपति की मौत से वैश्विक समुदाय चिंतित
ईरानी राष्ट्रपति और विदेश मंत्री के चौंकाने वाले निधन ने वैश्विक समुदाय में चिंता बढ़ा दी है. दुनिया भर के देशों ने दोनों नेताओं के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है. दरअसल, ईरानी राष्ट्रपति का निधन ऐसे वक्त में हुआ है जब मध्य पूर्व क्षेत्र में गहरी अशांति छाई हुई है. राष्ट्रपति रईसी की मौत से कुछ हफ्ते पहले दमिश्क में अपने वाणिज्य दूतावास पर हमले के जवाब में ईरान द्वारा इज़राइल पर ड्रोन और मिसाइल से हमले किए गए थे. बता दें कि, ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन की उत्तर-पश्चिमी प्रांत पूर्वी अजरबैजान में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में रविवार को मृत्यु हो गई. राष्ट्रपति रईसी और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल को लेकर हेलीकॉप्टर रविवार को पूर्वी अजरबैजान प्रांत के दिज़मार जंग से गुजर रहा था, उसी वक्त हेलीकाप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
कौन हैं अली बघेरी कानी?
अली बघेरी कानी एक ईरानी राजनयिक हैं जिन्होंने ईरान के उप विदेश मंत्री के रूप में कार्य किया. वह विभिन्न राजनयिक वार्ताओं में शामिल रहे हैं. विशेष रूप से ईरान की विदेश नीति के संबंध में, जिसमें उनका परमाणु कार्यक्रम भी शामिल है. बघेरी 2007 से 2013 तक ईरान की सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के उप सचिव थे और वर्तमान में परिषद में सलाहकार हैं. कार्यवाहक विदेश मंत्री बघेरी 2013 के राष्ट्रपति चुनाव में सईद जलीली के राष्ट्रपति अभियान के अध्यक्ष भी थे. वह मोहम्मद-बाघेर बघेरी के बेटे हैं, जो विशेषज्ञों की सभा के पूर्व सदस्य हैं और मोहम्मद-रज़ा महदवी कानी के भतीजे भी हैं. कानी 1990 से राजनयिक हैं. बता दें कि, कानी सितंबर 2023 कैदी रिहाई सौदे में ईरान और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच मध्यस्थता में प्रमुख वार्ताकार थे. होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन की मृत्यु के बाद, कानी 20 मई 2024 को विदेश मामलों के कार्यवाहक मंत्री बनाए गए.
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