हम सभी जानते हैं की कई बार स्वास्थ्य में गड़बड़ी होने पर हमारा शरीर कई तरह से संकेत देने लगता है . लेकिन क्या आप जानते हैं कि हमारे पांव या उनमें होने वाली समस्याएं भी कई बार कम या ज्यादा गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं या अवस्थाओं का संकेत दे सकते हैं...
हमारे पांव भी देते हैं स्वास्थ्य में गड़बड़ी का संकेत
हम अक्सर अपने शरीर, वजन तथा त्वचा आदि में हो रहे बदलावों को लेकर अंदाजा लगाते रहते हैं कि कहीं वे बदलाव किसी स्वास्थ्य समस्या के कारण तो नहीं हो रहे हैं? लेकिन हम अक्सर अपने पांवों की ओर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं. असल में, हमारे पांव भी हमारी सेहत के बारे में कई राज खोल सकते हैं. जानकारों की मानें तो हमारे पांव की त्वचा, नाखून, और यहां तक की पांव की नसें भी हमारे शरीर में चल रही कुछ बीमारियों का संकेत दे सकते हैं. आइए जानते हैं कि कैसे पांव में हो रहे बदलाव आपकी सेहत से जुड़े संकेत दे सकते हैं.
पांव और सेहत के बीच संबंध
मुंबई के आरोग्यधाम आयुर्वेदिक चिकित्सालय की चिकित्सक डॉ मनीषा काले बताती हैं कि पांव में दर्द,जलन या खुजली होना, सूजन होना, नाखूनों का रंग या नसों के रंग बदलना तथा उनका फूलना जैसे संकेत कई बार शरीर में होने वाली कई कम या ज्यादा कॉम्प्लेक्स समस्याओं से जुड़े हो सकते हैं. सिर्फ आयुर्वेद में ही नहीं बल्कि लगभग सभी चिकित्सा विधाओं में इन संकेतों को शरीर के विभिन्न अंगों से जुड़े रोगों के लक्षणों में गिना जाता है. ये रोग हमारी किडनी, हड्डियों, पाचन तंत्र, ह्रदय तथा नसों आदि से जुड़ी समस्याओं का संकेत दे सकते हैं. वहीं पांव से जुड़ी कुछ समस्याओं को डायबिटीज के संकेतों में भी गिना जाता है. वह बताती हैं कि जिन लोगों में पांव या तलवों में लगातार जलन, दर्द, सूजन, नसों से जुड़ी समस्याओं आदि का सामना करना पड़ता है उनके लिए बहुत जरूरी है कि डॉक्टर से संपर्क करें और इससे जुड़ी तमाम जरूरी जांच करवाए.
पांव से जुड़ी कुछ आम समस्याएं और उनके कारण
जानकारों की माने तो पैरों से जुड़े ऐसे लक्षण जो हमें रोग या समस्या का संकेत दे सकते हैं, जैसे कि
- पांव का सूज जाना: अगर आपके पांव लगातार सूज रहे हैं, तो यह आपके हार्ट, किडनी या लीवर में किसी समस्या का संकेत हो सकता है.
- नाखूनों का पीला या नीला पड़ना: नाखूनों का रंग बदलना फेफड़ों और खून की कमी से जुड़ा हो सकता है.
- पांव में जलन या खुजली: कई लोगों में पांव की त्वचा में ज्यादा खुजली या जलन की समस्या बनी रहती है. इन संकेतों का डायबिटीज या नर्वस सिस्टम की समस्याओं के लक्षणों में गिना जाता है.
- नाखूनों का मोटा होना: नाखूनों का मोटा होना फंगल इन्फेक्शन का लक्षण हो सकता है, लेकिन कुछ मामलों में यह थायराइड की समस्या से भी जुड़ा हो सकता है.
- पांव में अचानक दर्द: बिना किसी वजह के पांव में दर्द का आना अर्थराइटिस या खून के सर्कुलेशन में कमी का कारण हो सकता है.
कैसे करें बचाव
जानकारों की मानें तो कुछ बातों, सावधानियों व परहेज का ध्यान रखकर इन संकेतों को नियंत्रित रखने या उनके लिए जिम्मेदार समस्याओं से बचाव में मदद मिल सकती है. जैसे ...
- स्वस्थ दिनचर्या अपनाने यानी स्वस्थ खानपान और नियमित व्यायाम से पांव की समस्याओं को कम किया जा सकता है. स्वस्थ खानपान मोटापे व अन्य रोगों की आशंका को कम करता है वहीं नियमित व्यायाम शरीर में खून के बहाव को सुचारु रखता है, जिससे पांव स्वस्थ भी रहते हैं. लेकिन ध्यान रहे कि व्यायाम नियंत्रित मात्रा में ही किया जाए.
- पांव की स्वच्छता का ध्यान रखकर तथा नियमित देखभाल से नाखूनों व पांव की त्वचा में फंगल या अन्य प्रकार के संक्रमण की आशंका को कम किया जा सकता है.
- पांव में दर्द या सूजन की समस्याओं से बचने के लिए हमेशा सही साइज के और आरामदायक जूते पहनें ताकि पांव में खून का बहाव सही रहे और अन्य समस्याओं से भी बचा जा सके.
- धूम्रपान खून की नसों को कमजोर करता है, जिससे पांव की समस्याएं बढ़ सकती हैं.
- अगर आपको पांव से जुड़ी कोई असामान्य समस्या हो रही है, जैसे नसों का रंग गहरा हो रहा हो, वे त्वचा से बाहर उभरी हुई नजर आ रही हो, पांव में लगातार सीजन व दर्द हो या उनमें बहुत ज्यादा जलन हो रही आदि, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें तथा उनके निर्देशों का पालन करें. किसी भी समस्या या इन संकेतों को नजरअंदाज करना बीमारी को बढ़ावा दे सकता है.
(डिस्क्लेमर: यहां आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सलाह केवल आपकी जानकारी के लिए है. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान कर रहे हैं. बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप अपने निजी डॉक्टर की सलाह ले लें.)