लो ब्लड शुगर एक ऐसी स्थिति है जो तब होती है जब आपका ब्लड शुगर लेवल (ग्लूकोज) सामान्य से कम हो जाता है. डायबिटीज से पीड़ित लोगों में लो ब्लड शुगर हो सकता है जो अपने डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए इंसुलिन या कुछ अन्य दवाएं ले रहे हैं. लो ब्लड शुगर खतरनाक लक्षण पैदा कर सकता है. जानें लो ब्लड शुगर के लक्षणों को कैसे पहचाना जाए और यह कितना खतरनाक हो सकता है...
लो ब्लड शुगर क्या है?
लो ब्लड शुगर को हाइपोग्लाइसीमिया कहा जाता है. हाइपोग्लाइसीमिया एक ऐसी स्थिति है जो खून में ग्लूकोज (रक्त शर्करा) के कम स्तर के कारण होती है. 70 mg/dL (3.9 mmol/L) से कम शुगर लेवल को लो ब्लड शुगर कहा जाता है, इसके कारण कई हेल्थ प्रॉब्लेम हो सकती है. यह आपको नुकसान पहुंचा भी सकता है. यह लेवल उतना खतरनाक नहीं होता है. हालांकि 54 mg/dL (3.0 mmol/L) से कम ब्लड शुगर का लेवल काफी ज्यादा लो कहलाता है और इसे खतरनाक माना जाता है. बता दें, ऐसी स्थिति में आपको तुरंत मेडिकल टेस्ट और डॉक्टरों की आवयश्कता हो सकती है.
दरअसल, ग्लूकोज आपके शरीर को एनर्जी देने वाला मुख्य माध्यम है. लो ब्लड शुगर मधुमेह से पीड़ित लोगों में सबसे आम है, जिन्हें दवा, भोजन या व्यायाम से समस्या होती है. लेकिन कभी-कभी मधुमेह से पीड़ित न होने वाले लोगों को भी लो ब्लड शुगर हो सकता है. लगातार लो ब्लड शुगर वाले लोगों को हाइपोग्लाइसीमिया हो सकता है. लो ब्लड शुगर होना अक्सर मधुमेह से जुड़ा होता है, लेकिन मधुमेह के बिना भी हाइपोग्लाइसीमिया का अनुभव करना संभव है.
ब्लड शुगर लो होने के कारण
हाइपोग्लाइसीमिया या लो ब्लड शुगर डायबिटीज का ही एक साइड इफेक्ट होता है. डायबिटीज के चलते भी ब्लड शुगर लेवल कम हो सकता है. चलिए जानते हैं लो ब्लड शुगर क्यों होता है-
डायबिटीज
शुगर मरीजों में हाई इंसुलिन डोज या ज्यादा मात्रा में डायबिटीज की दवाइयां ब्लड शुगर लेवल को बहुत कम कर सकती है. इससे हाइपोग्लाइसीमिया हो सकता है. यह स्थिति तब पैदा होती है, जब शुगर मरीज दवाई लेने के बाद कम खाता है और सामान्य से ज्यादा एक्सरसाइज करता है.
दवाइयां- अगर आप डायबिटीज नहीं हैं, तो भी आपका शुगर लेवल कम हो सकता है. दवाइयों और इंसुलिन इंजेक्शन लो ब्लड शुगर लेवल का कारण बन सकता है.
शराब का सेवन- जो लोग ज्यादा मात्रा में शराब पीते हैं, वे हाइपोग्लाइसीमिया का शिकार हो सकते हैं, यानी उनमें लो ब्लड शुगर के लक्षण देखने को मिल सकते हैं.
लिवर और किडनी डिजीज
जिन लोगों को लिवर से जुड़ी बीमारियां होती हैं या फिर वे किडनी फेलियर का सामना कर रहे हैं, तो उनमें भी लो ब्लड शुगर के लक्षण देखने को मिल सकते हैं. मतलब, लिवर और किडनी डिजीज भी लो ब्लड शुगर का कारण बन सकते हैं.
भोजन कम खाना या छोड़ना
भोजन का त्याग कर देना या फिर सामान्य से कम भोजन खाना भी लो ब्लड शुगर का कारण बनता है. इसलिए आपको अपनी आहार पर पूरा ध्यान रखना चाहिए. अपनी जरूरत के अनुसार आहार लेनी चाहिए.
क्यों खतरनाक है लो ब्लड शुगर
इन सबके अलावा हार्मोनल कंडीशन, इंसुलिन का ज्यादा प्रोडक्शन, पोस्ट बैक्टीरिया सर्जरी भी लो ब्लड शुगर के कारण माने जाते हैं. हाइपोग्लाइसीमिया को इलाज समय पर करना बहुत जरूरी होता है, नहीं तो यह कोमा और मौत का भी कारण बन सकता है.
(forbes) फोर्ब्स की रिपोर्ट के अनुसार, लो ब्लड शुगर यानी हाइपोग्लाइसीमिया होने पर शरीर में कई लक्षण दिखाई देने लगते हैं. डॉक्टरों के मुताबिक सामान्य से कम ब्लड शुगर लेवल होने पर शरीर में कई शुरुआती लक्षण दिखाई देते हैं जैसे कि...
- दिल की धड़कने महसूस होना
- थकान और चक्कर आना
- त्वचा पर पीलापन
- कंपकंपी
- चिंता और चिड़चिड़ापन
- पसीना आना
- भूख लगना
- गाल का सुन्न होना
इसके अलावा कामों को पूरा करने में असमर्थता, धुंधला नजर आना, दौरे पड़ना, ध्यान लगाने में परेशानी आना भी लो ब्लड शुगर के लक्षण हो सकते हैं. गंभीर हाइपोग्लाइसीमिया जीवन के लिए खतरा है. इसके लिए अर्जेंट मेडिकल इलाज की आवश्यकता होती है. दुर्लभ मामलों में, गंभीर हाइपोग्लाइसीमिया जिसका इलाज नहीं किया जाता है, उसके परिणामस्वरूप कोमा और या मृत्यु हो सकती है.
जो लोग गर्भवती हैं और टाइप 1 मधुमेह से पीड़ित हैं, उनमें भी हार्मोन परिवर्तन के कारण पहली तिमाही के दौरान लो ब्लड शुगर का अनुभव होने की अधिक संभावना होती है .
- (डिस्कलेमर:-- यहां आपको दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान के लिए लिखी गई है. यहां उल्लिखित किसी भी सलाह का पालन करने से पहले, कृपया एक विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)