TOOTHBRUSH MAKE YOU SICK: सुबह उठकर सबसे पहले टूथब्रश करने से हम सबकी दिनचर्चा की शुरुआत होती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिस टूथब्रश का हम दांतों को साफ करने में उपयोग करते हैं वह हमारे लिए कई बीमारियां लेकर आता है. बरसात के मौसम में टूथब्रश में बैक्टीरिया पनपते हैं, जो ब्रश के साथ हमारे शरीर में पहुंच जाते हैं. इसके लिए कुछ सावधानियां बरतना बहुत जरूरी है. डेंटिस्ट डॉक्टर हितेश मिश्रा से जानते हैं टूथब्रश करते वक्त क्या-क्या सावधानियां रखना चाहिए. Precautions while Brushing
वॉशरूम में ना रखें गीला टूथब्रश, पड़ जाओगे बीमार
डेंटिस्ट डॉक्टर हितेश मिश्रा ने बताया कि, ''बरसात के मौसम में ज्यादातर पेट की बीमारियों की शिकायत आती है. इसका सबसे बड़ा कारण टूथब्रश भी हो सकता है. दरअसल अधिकतर लोग टूथब्रश करने के बाद उसे गीला ही वॉशरूम में छोड़ देते हैं. गीली जगह में बैक्टीरिया ज्यादा एक्टिव होते हैं और वॉशरूम में हमेशा बैक्टीरिया होते हैं. लेकिन बरसात के मौसम में बैक्टीरिया की संख्या अधिक हो जाती है, जो गीले टूथब्रश में जमा होती हैं और फिर ब्रश करने के दौरान बैक्टीरिया हमारे शरीर में चले जाते हैं जिसकी वजह से बीमारियां होती हैं.''
गर्म पानी में धोकर उपयोग करें टूथब्रश
डेंटिस्ट हितेश मिश्रा ने बताया कि ''ब्रश करने के पहले टूथब्रश को गर्म पानी में धोकर उपयोग करना चाहिए. गर्म पानी के संपर्क में आने से बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं, जो हमारे लिए फायदेमंद होते हैं. इसके साथ ही टूथब्रश को वॉशरूम में न रखकर बाहर रखना चाहिए. हो सके तो टूथब्रश में कैप लगाकर रखना फायदेमंद होगा.'' Toothbrush Hygiene Tips
दो या तीन महीने में बदलने चाहिए टूथब्रश
डेंटिस्ट डॉक्टर हितेश मिश्रा ने बताया कि, ''कई लोग अपने ब्रश को लंबे समय तक इस्तेमाल करते हैं, जबकि टूथब्रश को ज्यादा से ज्यादा दो या तीन महीने में बदल देना चाहिए. क्योंकि इसके बाद टूथब्रश के ब्रिशल्स कड़े और फैल जाते हैं, जो आपके मसूड़े को भी नुकसान पहुंचाते हैं. इसकी वजह से कई बार मुंह और दांतों में प्रॉब्लम आने लगती है.'' Toothbrush Change Every 2 to 3 Months
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कितने खतरनाक हो सकते हैं दूषित टूथब्रश
डेंटिस्ट ने बताया कि ''शोधकर्ताओं के अनुसार, एक टूथब्रश पर 1.2 मिलियन बैक्टीरिया हो सकते हैं. साथ ही न्यूयॉर्क स्टेट डेंटल जर्नल ने पाया है कि 70% उपयोग किए गए टूथब्रश इन बैक्टीरिया से दूषित होते हैं. शोधकर्ताओं ने पाया है कि इस्तेमाल किए गए टूथब्रश पर फ्लू वायरस, स्टैफ बैक्टीरिया, ई. कोली, यीस्ट फंगस और स्ट्रेप वायरस मौजूद हैं जो बीमारी का कारण होते हैं."