Mustard Oil Benifits For Health: हर रसोई में खाना बनाने के लिए तेल का उपयोग होता है. ज्यादातर लोग खाने में रिफाइंड तेल का इस्तेमाल करते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि सरसों का तेल उपयोग करने से कई बीमारियां दूर होती हैं. शुद्ध और कच्ची घानी के तेल में फैटिक एसिड पाए जाते हैं और शरीर में ये कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से रोकने में मदद करते हैं.
सरसों का तेल कितना फायदेमंद
सरसों के तेल में मौजूद गुण शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं. सरसों के तेल में प्रोटीन, मिनरल्स, कॉर्ब्स, कैलोरी, विटामिन ए और विटामिन सी पाया जाता है. इतना ही नहीं सरसों के तेल में ओमेगा 3 फैटी एसिड, विटामिन ई और ओमेगा 5 फैटी एसिड भी पाया जाता है. विशेषज्ञ मानते हैं कि सरसों के तेल में एंटी-बैक्टीरियल गुण भी पाए जाते हैं.
सरसों तेल कम करता है कोलेस्ट्रॉल
आज हर किसी का कोलेस्ट्रॉल तेजी से बढ़ रहा है ऐसे में कुकिंग ऑयल का ध्यान रखना जरूरी है. रिफाइंड और दूसरे कुकिंग ऑयल शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल लेवल को बढ़ाते हैं जबकि सरसों के तेल में बने खान से सैचुरेटेड फैट बहुत कम होता है. ऐसा करने से यह कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने में मदद करता है.
इम्यून सिस्टम होता है मजबूत
सरसों के तेल में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल गुण मौजूद रहते हैं. इस तेल में बने खाना खाने से यह शरीर के पाचन तंत्र को फायदा पहुंचाता है. शरीर को पोषण देने के साथ इस तेल को खाने से इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है. सरसों का तेल खाने से शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल घटता है बढ़ता नहीं है.
डायबिटीज को भी करता है कंट्रोल
डायबिटीज के मरीज भी तेजी से बढ़ रहे हैं. हाई ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए डाइट का सही होना बहुत जरूरी है लेकिन लोग रिफांइड में खाना पकाकर अपनी सेहत खराब कर रहे हैं. विशेषज्ञ बताते हैं कि सरसों का तेल डायबिटीज के मरीजों के लिए रामबाण है. सरसों तेल आपके हॉर्ट को भी हेल्दी रखता है.
क्या होता है कोलेस्ट्रॉल
कोलेस्ट्रॉल की बीमारी की वजह लोगों की खराब डाइट और बिगड़ता लाइफस्टाइल है. आपको बता दें कि मोम जैसा होने वाला कोलेस्ट्रॉल एक पदार्थ होता है जो लोगों के लीवर से निकलता है. यह आपके शरीर की कोशिका झिल्ली समेत पूरी बॉडी के प्रत्येक भाग में पाया जाता है. कोलेस्ट्रॉल की वजह से मनुष्य के शरीर में विटामिन डी, हार्मोन्स और पित्त का निर्माण होता है, जो बॉडी में मिलने वाली वसा को पचाने में सहयोग करता है. डाइट में कुछ खास तरह के फूड्स जैसे अंडे, मांस, मछली और डेयरी उत्पाद का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर तेजी से बढ़ता है. आपको बता दें कि कोलेस्ट्रॉल दो तरह का होता है एक गुड कोलेस्टॉल और दूसरा बैड कोलेस्ट्रॉल. बैड कोलेस्ट्रॉल अगर किसी के शरीर में बढ़ रहा है इससे उस व्यक्ति के शरीर में परेशानी पैदा करता है.
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लक्षण
- ब्लड प्रेशर बढ़ना
- सीने में दर्द और बेचैनी
- अचानक घबराहट होना
- लगातार थकान और सुस्ती बनी रहना
- शरीर के बाएं हिस्से में दर्द होना
- उल्टी की समस्या
- सांस लेने में परेशानी