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MPOX कोविड19 जैसी बड़ी समस्या नहीं बनेगा! भारत में Clade2 की पुष्टि, पता चलने पर करें ये परहेज - MPOX Clade1 Clade2

MPOX Clade1 Clade2 : एमपॉक्स के संदिग्ध मरीज में MPOX Clade2 की पुष्टि हो गई है. MPOX Clade1 इस समय महामारी का रूप ले चुका है और अफ्रीकी देशों को काफी प्रभावित कर रहा है. MPOX क्यों Covid19 जैसी बड़ी समस्या नहीं बनेगा आइए जानते हैं इसके बारे में.

MPOX CLADE1 CLADE2 UPDATE AND MPOX VIRUS NOT HARMFUL AS COVID19
फाइल फोटो (AFP)
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By IANS

Published : Sep 10, 2024, 7:51 AM IST

Updated : Sep 11, 2024, 11:19 AM IST

नई दिल्ली : विशेषज्ञों का कहना है कि एमपॉक्स को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है. चूंकि, संक्रमण केवल यौन संबंध या किसी आंतरिक शारीरिक संपर्क के माध्यम से फैल रहा है, इसलिए यह Covid19 जैसी बड़ी समस्या नहीं बनेगा. इसमें बुखार आता है और शरीर पर दाने निकलते हैं. यह बीमारी चार सप्ताह में अपने-आप ठीक हो जाती है. इस दौरान संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क में आने से बचने और उसके द्वारा इस्तेमाल किये गये सामानों को छूने से परहेज करने की सलाह दी जाती है.

एम्स नई दिल्ली में सामुदायिक चिकित्सा केंद्र के अतिरिक्त प्रोफेसर डॉ. हर्षल आर. साल्वे ने आईएएनएस को बताया, "घबराने की कोई जरूरत नहीं है. मानता हूं कि मृत्यु दर अब भी अधिक है, लेकिन संक्रमण केवल करीबी संपर्कों के मामलों में ही संभव है." उन्होंने कहा, "बिना सीधे संपर्क के संक्रमण होने की संभावना काफी कम है, इसलिए मंकीपॉक्स के व्यापक महामारी बनने की संभावना न्यूनतम है."

Mpox Symptoms : एमपॉक्स एक वायरल बीमारी है. इसमें बुखार के साथ शरीर पर दाने निकलने लगते हैं. इसके संक्रमण के बाद लिम्फ नोड्स में सूजन आ जाती है या उनका आकार बढ़ जाता है. लिम्फ नोड शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली का हिस्सा हैं. Dr Harshal R Salve ने कहा कि यह अपने-आप ठीक होने वाली बीमारी है और मरीज चार सप्ताह के भीतर ठीक हो जाते हैं.

भारत में MPOX Clade2 की पुष्टि : एमपॉक्स के जिस संदिग्ध मरीज को आइसोलेशन में रखा गया था, उसमें इस वायरस की पुष्टि हो गई है. हालांकि, राहत की बात है कि वह एमपॉक्स के क्लेड-2 से पीड़ित है, जो 2022 में फैला था, न कि क्लेड-1 से, जो इस समय महामारी का रूप ले चुका है और अफ्रीकी देशों को काफी प्रभावित कर रहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को एक बयान में कहा कि संक्रमण प्रभावित देश की यात्रा से लौटे जिस युवक की पहचान एमपॉक्स के संदिग्ध के रूप में हुई थी "प्रयोगशाला की जांच में उसमें एमपॉक्स के वेस्ट अफ्रीकन Clade2 की मौजूदगी की पुष्टि हुई है."

मंत्रालय ने बताया कि जुलाई 2022 से क्लेड-2 संक्रमण का देश में यह 30वां मामला है और यह "(डब्ल्यूएचओ द्वारा रिपोर्ट किये गये) मौजूदा सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थिति से जुड़ा हुआ नहीं है". डब्ल्यूएचओ ने MPOX Clade1 को सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थिति घोषित किया हुआ है. मंत्रालय ने अब भी यह नहीं बताया है कि मरीज कहां भर्ती है और किस राज्य से है . उसने बताया कि उसे फिलहाल एक टर्सियरी अस्पताल में आइसोलेशन में रखा गया है उसकी स्थिति स्थिर है.

डिस्कलेमर: यहां दी गई जानकारी और सुझाव सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप डॉक्टर की सलाह ले लें.

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टॉप टिप्स : सेहतमंद जिंदगी के लिए खाना पकाते समय जरूर करें ये काम

नई दिल्ली : विशेषज्ञों का कहना है कि एमपॉक्स को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है. चूंकि, संक्रमण केवल यौन संबंध या किसी आंतरिक शारीरिक संपर्क के माध्यम से फैल रहा है, इसलिए यह Covid19 जैसी बड़ी समस्या नहीं बनेगा. इसमें बुखार आता है और शरीर पर दाने निकलते हैं. यह बीमारी चार सप्ताह में अपने-आप ठीक हो जाती है. इस दौरान संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क में आने से बचने और उसके द्वारा इस्तेमाल किये गये सामानों को छूने से परहेज करने की सलाह दी जाती है.

एम्स नई दिल्ली में सामुदायिक चिकित्सा केंद्र के अतिरिक्त प्रोफेसर डॉ. हर्षल आर. साल्वे ने आईएएनएस को बताया, "घबराने की कोई जरूरत नहीं है. मानता हूं कि मृत्यु दर अब भी अधिक है, लेकिन संक्रमण केवल करीबी संपर्कों के मामलों में ही संभव है." उन्होंने कहा, "बिना सीधे संपर्क के संक्रमण होने की संभावना काफी कम है, इसलिए मंकीपॉक्स के व्यापक महामारी बनने की संभावना न्यूनतम है."

Mpox Symptoms : एमपॉक्स एक वायरल बीमारी है. इसमें बुखार के साथ शरीर पर दाने निकलने लगते हैं. इसके संक्रमण के बाद लिम्फ नोड्स में सूजन आ जाती है या उनका आकार बढ़ जाता है. लिम्फ नोड शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली का हिस्सा हैं. Dr Harshal R Salve ने कहा कि यह अपने-आप ठीक होने वाली बीमारी है और मरीज चार सप्ताह के भीतर ठीक हो जाते हैं.

भारत में MPOX Clade2 की पुष्टि : एमपॉक्स के जिस संदिग्ध मरीज को आइसोलेशन में रखा गया था, उसमें इस वायरस की पुष्टि हो गई है. हालांकि, राहत की बात है कि वह एमपॉक्स के क्लेड-2 से पीड़ित है, जो 2022 में फैला था, न कि क्लेड-1 से, जो इस समय महामारी का रूप ले चुका है और अफ्रीकी देशों को काफी प्रभावित कर रहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को एक बयान में कहा कि संक्रमण प्रभावित देश की यात्रा से लौटे जिस युवक की पहचान एमपॉक्स के संदिग्ध के रूप में हुई थी "प्रयोगशाला की जांच में उसमें एमपॉक्स के वेस्ट अफ्रीकन Clade2 की मौजूदगी की पुष्टि हुई है."

मंत्रालय ने बताया कि जुलाई 2022 से क्लेड-2 संक्रमण का देश में यह 30वां मामला है और यह "(डब्ल्यूएचओ द्वारा रिपोर्ट किये गये) मौजूदा सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थिति से जुड़ा हुआ नहीं है". डब्ल्यूएचओ ने MPOX Clade1 को सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थिति घोषित किया हुआ है. मंत्रालय ने अब भी यह नहीं बताया है कि मरीज कहां भर्ती है और किस राज्य से है . उसने बताया कि उसे फिलहाल एक टर्सियरी अस्पताल में आइसोलेशन में रखा गया है उसकी स्थिति स्थिर है.

डिस्कलेमर: यहां दी गई जानकारी और सुझाव सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप डॉक्टर की सलाह ले लें.

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Last Updated : Sep 11, 2024, 11:19 AM IST
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