मोटापा दुनिया को प्रभावित करने वाली प्रमुख स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है. आज के समय में यह समस्या हर उम्र के लोगों में देखने को मिलती है. बड़ों से लेकर बच्चों तक हर कोई इस समस्या से प्रभावित है. विशेषज्ञों का कहना है कि इसका कारण खानपान पर नियंत्रण न होना है. इसके साथ ही सर्दियों के दौरान भी कई कारणों से वजन बढ़ सकता है. जैसे कि, अधिक कैलोरी लेना. कम शारीरिक गतिविधि, मेटाबॉलिज्म में बदलाव. डिहाइड्रेशन, हार्मोनल बदलाव और ज्यादा सोना शामिल है.
इस बढ़े हुए वजन को कम करने के लिए लोग कई नुस्खे आजमाते है. ऐसे में आज इस खबर के माध्यम से हम आपको एक ऐसा घरेलू उपाय बताने जा रहे हैं, जिससे सर्दियों के मौसम में भी आप स्लिम और फिट नजर आएंगे, जानें कैसे...
तिल का तेल
पणजी गोवा की न्यूट्रिशनिस्ट रोशनी दिनीज बताती हैं कि आयुर्वेद में तिल के तेल का काफी महत्व है. तिल के तेल के औषधीय गुणों के चलते इसे विभिन्न प्रकार के ब्यूटी प्रोडक्ट्स के निर्माण में इस्तेमाल में लाया जाता है. तिल का तेल युक्त प्रसाधन न सिर्फ हमारी त्वचा में नमी बनाते हैं, बल्कि त्वचा में नए सेल्स का निर्माण भी करते हैं. तिल के तेल में प्राकृतिक रूप से उम्र रोधी गुण यानी एंटी एजिंग तत्व पाए जाते हैं. यहां तक कि शरीर की सामान्य मालिश के लिए भी तिल के तेल को आदर्श माना जाता है. सिर्फ सौंदर्य ही नहीं तिल का तेल खाने के जायके को भी बढ़ा देता है. हमारे देश के कई राज्यों में खाना बनाने में तिल के तेल को प्रमुखता से उपयोग में लाया जाता है
इसके साथ ही न्यूट्रीशनिस्ट रोशनी दिनीज बताती हैं की तिल का बीज और तेल वजन घटाने में मदद करता है. आमतौर पर लोग सुबह-सुबह गर्म पानी में नींबू का रस मिलाकर पीते हैं. लेकिन अगर आप सुबह नींबू के रस की जगह गर्म पानी एक चम्मच तिल का तेल मिलाकर पीते हैं, तो इसके सेवन से आपका वजन कम हो जाएगा. अगर आप इसे नियमित रूप से पीते हैं तो शरीर में मौजूद कोलेस्ट्रॉल भी पिघल जाएगा.
sciencedirect.com के मुताबिक, जानें वजन घटाने के लिए तिल का तेल कैसे काम करता है?
तिल का तेल प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होता है. सुबह-सुबह इसके सेवन से पेट भरे होने का एहसास होता है. इसके सेवन के बाद अधिक भूख नहीं लगती है, जिसके कारण वजन आसानी से कम हो सकता है. ध्यान रखें कि इसके सेवन के बाद कोई भी जंक फूड न खाएं. तिल का तेल सिर्फ वजन ही कम नहीं करता, बल्कि इस तेल के सेवन से शरीर में कफ वात पित्त दोष भी नियंत्रित हो सकता है. इससे बुखार, सर्दी और खांसी जैसी समस्याओं से बचाव होता जोड़ों का दर्द दूर हो जाता है खासतौर पर उम्र के साथ आने वाली जोड़ों की समस्याएं और अन्य परेशानियां दूर हो जाती हैं.
इसके अलावा, यह तेल विटामिन ई से भरपूर होता है. इसके सेवन से वजन कम होने के साथ मांसपेशियां और रक्त कोशिकाएं स्वस्थ होती हैं. यह तेल सेहत के साथ-साथ खूबसूरती के लिए भी बहुत अच्छा काम करता है. त्वचा स्वस्थ बनती है, बाल और नाखून की समस्या दूर होती है. विशेषज्ञों का कहना है कि सर्दियों के दौरान इसका सेवन करने से आप निश्चित तौर पर फिट रहेंगे. इसलिए, इस तेल को नियमित रूप से अपने शीतकालीन आहार में शामिल करने का सुझाव दिया जाता है.
कई तरीकों से इसे आहार में करें शामिल
सिर्फ सौंदर्य ही नहीं तिल का तेल खाने के जायके को भी बढ़ा देता है. हमारे देश के कई राज्यों में खाना बनाने में तिल के तेल को प्रमुखता से उपयोग में लाया जाता है. सिर्फ तिल के तेल का ही नहीं, बल्कि तेल के बीजों को भी ब्रेड, चटनी, पकोड़े, मिठाइयों, सलाद तथा सब्जी में स्वाद बढ़ाने के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है. भारत के अलावा कई अन्य देशों में भी खाने में तिल तथा तेल के तेल का इस्तेमाल प्रमुखता से किया जाता है. तिल के तेल को कई तरह से आहार में शामिल किया जा सकता है. इस तेल का उपयोग सलाद बनाने, तलने और सब्जियां पकाने के दौरान किया जा सकता है. इसे सैंडविच बनाते समय भी इस्तेमाल जा सकता है.
(डिस्क्लेमर: इस रिपोर्ट में आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सलाह केवल आपकी सामान्य जानकारी के लिए है. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान करते हैं. आपको इसके बारे में विस्तार से जानना चाहिए और इस विधि या प्रक्रिया को अपनाने से पहले अपने निजी चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए.)