हैदराबाद: मस्तिष्क हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है. हर कोई चाहता है कि उसका दिमाग तेज रहे और हर काम याद रहे,लेकिन भागमभाग भरी जिंदगी में ऐसा होना थोड़ा मुश्किल है. वहीं, स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि मस्तिष्क जितने अधिक काम करेगा, हम उतने ही स्वस्थ और एक्टिव रहेंगे. हालांकि, आजकल ज्यादातर लोग सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक तनाव महसूस कर रहे हैं. कहा जाता है कि इससे मस्तिष्क को नुकसान पहुंचता है, एकाग्रता और याददाश्त में कमी जैसी समस्याएं होने की संभावना रहती है. हालांकि, मस्तिष्क को सक्रिय रखने के लिए जीवनशैली में कुछ बदलाव बताए गए हैं. आइये जानते हैं क्या हैं ये...
- एक्सरसाइज
एक्सरसाइज हमें शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखने के लिए बहुत उपयोगी है. रोजाना व्यायाम करने से मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह बढ़ता है. विशेषज्ञों का कहना है कि इससे मस्तिष्क को पर्याप्त स्तर पर ऑक्सीजन और पोषक तत्व मिलते हैं. यह भी कहा जाता है कि पैदल चलने, जॉगिंग और तैराकी से एकाग्रता बढ़ती है और याददाश्त बेहतर होती है इसलिए, यह सुझाव दिया जाता है कि आप प्रतिदिन आधा घंटा व्यायाम जरूर करें. - जंक फूड से बचें
आजकल अधिक से अधिक लोग प्रोसेस्ड फूड का सेवन कर रहे हैं. वे जंक फूड और फास्ट फूड भी खा रहे हैं जिनमें चीनी, नमक और अस्वास्थ्यकर वसा होती है. हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि इनका बार-बार सेवन मस्तिष्क स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है. चेतावनी दी गई है कि इससे लंबे समय में अवसाद और चिंता जैसी समस्याएं पैदा होंगी. 2019 में 'न्यूट्रिशन जर्नल' में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, शोधकर्ताओं ने पाया कि अवसाद और चिंता के लक्षण उन लोगों में अधिक आम हैं जो बहुत अधिक जंक फूड खाते हैं. यह शोध न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन में सहायक प्रोफेसर डॉ. ब्रेंडा पेन द्वारा किया गया था. उन्होंने पाया कि जो लोग बहुत अधिक जंक फूड खाते हैं उनमें अवसाद के लक्षण अधिक थे. - पर्याप्त नींद जरूरी
हमारे मस्तिष्क को आराम तभी मिलता है जब हम सोते हैं. तभी हमारी स्मृतियां और नई सीखी गई वस्तुएं व्यवस्थित रूप से संग्रहित होंगी. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के शोध में पाया गया है कि नींद की कमी संज्ञानात्मक कार्य को ख़राब कर सकती है और स्मृति हानि का कारण बन सकती है. इसलिए कहा जाता है कि दिमाग को तेज रखने के लिए हर रात पर्याप्त नींद लें. - तनाव कम करें
लगातार ऑफिस का तनाव, काम का तनाव, पारिवारिक समस्याएं जैसे तनाव का अनुभव करने से मस्तिष्क में कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है. ये मस्तिष्क स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं. लंबे समय में मस्तिष्क की कोशिकाएं भी क्षतिग्रस्त हो जाती हैं. इसलिए तनाव कम करने के लिए रोजाना योग और ध्यान का अभ्यास करें.
मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के कुछ अन्य उपाय
- धूम्रपान पूरी तरह से छोड़ दें.
- अपने मस्तिष्क को सक्रिय रखने के लिए पहेलियां सॉल्व करें. नए कौशल और भाषाएं सीखने का भी प्रयास करें.
- जब आप तनावग्रस्त हों तो अपना पसंदीदा संगीत सुनें.
- साथ ही दोस्तों और परिवार के सदस्यों से खुलकर बात करें. विशेषज्ञों का दावा है कि इन छोटी-छोटी आदतों से दिमाग स्वस्थ और सक्रिय रहेगा.
नोट: यहां आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सुझाव केवल आपके समझने के लिए हैं. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान कर रहे हैं. इनका पालन करने से पहले अपने निजी डॉक्टर की सलाह लेना सबसे अच्छा है.