हैदराबाद: हमारी कई छोटी और बड़ी आदतें हमारे स्वास्थ्य पर बड़ा असर डालती हैं. ऐसी ही एक हैबिट है खाना खाने से पहले या खाना खाने के बाद पानी पीने की. हमारे जहन में हमेशा एक सवाल आता रहता है कि खाना खाने के कितने देर बाद या पहले पानी पीना चाहिए, क्योंकि, इस सवाल का सीधा संबंध हमारे स्वास्थ्य से होता है.
जानिए विशेषज्ञ क्या कहते हैं
कई बार हमारी मां हमें खाना खाते समय पानी पीने के लिए डांटती हैं. कुछ विशेषज्ञ सुझाव देते हैं कि भोजन के दौरान पानी नहीं पीना चाहिए, जबकि ज्यादातर डॉक्टरों का सुझाव है कि हमें खाना खाने से आधे घंटे पहले और खाना खाने के एक से डेढ़ घंटे बाद ही पानी पीना चाहिए. क्योंकि, यह हमारे बेहतर डाइजेशन पावर के लिए बहुत जरूरी है.
खाने के दौरान पानी पीने को लेकर कई तर्क दिए जाते हैं. इस खबर के माध्यम से आज हम उन्हीं तर्कों के बेस पर यह जानने की कोशिश करेंगे कि खाने के दौरान पानी पीने के लिए कौन सा समय सबसे सही है...
कठिन हो जाती है डाइजेशन की क्रिया
वैसे तो प्यास लगना एक नेचुरल क्रिया है, इसलिए हमें जब भी प्यास लगती है हम सीधा पानी पी लेते हैं. लेकिन आयुर्वेद और डॉक्टरों का मानना है कि खाना खाने से तुरंत पहले और खाना खाने के फौरन बाद पानी पीना स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है. क्योंकि खाना खाने से पहले पानी ना पीने के पीछे यह तर्क दिया जाता है कि ऐसा करने से पेट में गैस्ट्रिक जूस, जो कि पाचन के लिए जरूरी रस है, वह पतला हो जाता है और डाइजेशन की क्रिया कठिन हो जाती है.
खाने के बाद पानी पीना जहर के बराबर
डॉक्टर खाना खाने के बाद पानी पीने को जहर के बराबार मानते हैं. उनका कहना है कि खाने के बाद पानी पीने से गैस्ट्रोकनेमियस समाप्त हो जाती है जो कि स्टमक की ऊर्जा है और भोजन के डाइजेशन में सहायता करती है. गैस्ट्रोकनेमियस की समाप्ति से पेट में बिना पचा हुआ भोजन सड़ने लगता है और इससे गैस, एसिडिटी जैसी कई बीमारियां जन्म ले लेती हैं.
आयुर्वेद क्या कहता है
आयुर्वेद का भी कहना है कि खाना खाने के तुरंत बाद पानी पीना डाइजेशन क्रिया के लिए सही नहीं है. इससे पाचक एंजाइम कमजोर हो जाते हैं. वह नेचुरल डाइजेशन के समय को कम कर देते हैं. आयुर्वेद में भोजन के तुरंत बाद पानी पीने को खराब पाचन स्वास्थ्य से जोड़ा गया है. ऐसा माना जाता है कि यह सीधे पेट में भोजन की स्थिति को प्रभावित करता है.
पानी एक शीतलक है और नियमित रूप से भोजन के तुरंत बाद इसका सेवन करने से मोटापा भी हो सकता है. इसलिए, आयुर्वेद इस प्रथा को प्रोत्साहित नहीं करता है. भोजन करने के बाद पानी पीने से पहले कम से कम आधे घंटे तक प्रतीक्षा करें.
इस तथ्य के पीछे मेडिकल लॉजिक
इसके अतिरिक्त इस तथ्य के पीछे मेडिकल लॉजिक यह है कि शरीर से बाहर आने से पहले हमें खाने में मौजूद प्रोटीन आदि पोषक तत्वों के समामेलन के लिए थोड़ा समय देना चाहिए, जो लोग खाने के फौरन बाद पानी पी लेते हैं, उन्हें भोजन में मौजूद प्रोटीन आदि पोषक नहीं मिलता. इसलिए भोजन करने के कम से कम 1 घंटा तक पानी पीने से बचना चाहिए.
बीच-बीच में घूंट-घूंट के हिसाब से पी सकते हैं पानी
यह बात कई भारतीय माताओं को चौंका सकती है, लेकिन आयुर्वेद भोजन करते समय पानी पीने की सलाह देता है. आयुर्वेद कहता है कि सुनिश्चित करें कि आप पानी को 'पीएं' नहीं बल्कि कम से कम मात्रा में 'घूंट-घूंट करके' पिएं. यह भोजन को नरम कर देगा ताकि यह छोटे आकार के दानों में टूट सके जिन्हें पचाना आसान है. मसालेदार या तैलीय कुछ खाने से आपको प्यास लग सकती है क्योंकि खाने के दौरान पानी पीने से आपकी प्यास बुझ सकती है.
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