हैदराबाद: नमक हमारे खाने का एक अभिन्न अंग है. खाने की लगभग सभी चीजों में नमक का इस्तेमाल किया जाता है. यह खाने का स्वाद बढ़ाने का काम करता है. ज्यादातर लोगों के किचन की बात करें तो लोग सफेद नमक का इस्तेमाल करते हैं. सफेद नमक जहां कम कीमत पर बाजार में उपलब्ध है, वहीं थोड़ी मात्रा में यह खाने में स्वाद दे देता है. लेकिन क्या आपको पता है कि सफेद नमक आपकी सेहत पर कितना बुरा असर डालता है.
कैसे होता है सफेद नमक का उत्पादन:
सफेद नमक को सोडियम क्लोराइड से बनाया जाता है. प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले समुद्री नमक, सेंधा नमक और क्रिस्टल नमक के जैसा ही सफेद नमक भी होता है, लेकिन सफेद नमक खाने में सिर्फ स्वाद ही इन जैसा देता है. सफेद नमक वास्तव में कच्चे तेल के अर्क को 1200 डिग्री फ़ारेनहाइट पर गर्म करके बनाया जाता है. जब नमक को इस तापमान तक गर्म किया जाता है, तो उसमें मौजूद लगभग 80 महत्वपूर्ण खनिज नष्ट हो जाते हैं.
सफेद नमक में क्या होता है शामिल:
बाजार में आसानी से मिलने वाले सफेद नमक में कई तरह के सिंथेटिक रासायन मिलाए जाते हैं. ऐसे में यह नमक न सिर्फ आपके लिए हानिकारक होते हैं, बल्कि जहरीले भी हो जाते हैं. बता दें कि सफेद नमक बनाने के लिए दौरान इसे कई तरह से सिंथेटिक रासायनों से साफ किया जाता है, जिसके बाद इसमें प्राकृतिक आयोडीन नहीं बचता.
डॉक्टरों की मानें तो सफेद नमक में इस प्राकृतिक आयोडीन की अनुपस्थिति थायराइड को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाती है और चयापचय संबंधी समस्याएं पैदा करती है. ध्यान देने वाली बात यह है कि सफाई के दौरान खत्म हुए प्राकृतिक आयोडीन की कमी को पूरा करने के लिए सिंथेटिक आयोडीन मिलाया जाता है.
सफेद नमक के इस्तेमाल से होती हैं ये बीमारियां:
- थायराइड
- गुर्दे की पथरी
- पित्ताशय की पथरी
- लीवर की समस्या
- हाई ब्लड प्रेशर
- हार्ट अटैक
- हार्ट फेलियर
- चयापचय संबंधी समस्याएं
- फ्लूइड बैलेंस का बिगड़ना
- शरीर की उत्सर्जन प्रणाली पर बोझ
- गठिया
- अल्जाइमर रोग
- सूजन
- मांसपेशियों में ऐंठन
- स्ट्रोक
- एडिमा
- प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (PMS)
- चिंता और तंत्रिका तंत्र विकार
सफेद नमक का क्या है विकल्प:
तो सवाल यह उठता है कि अगर सफेद नमक का इस्तेमाल न करें तो खाने कौन-सा नमक इस्तेमाल करें. खाने में इस्तेमाल के लिए सबसे अच्छा प्राकृतिक नमक या सेंधा नमक होता है. सेंधा नमक को ब्लीच करके साफ नहीं किया जाता है, जिसके चलते इसके प्राकृतिक मिनिरल्स बने रहते हैं. सेंधा नमक के अलावा आप काले नमक का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. यह भी प्राकृतिक रूप में होता है और इसे भी प्रोसेस नहीं किया जाता है.