पटनाः लाल मिर्च हो या हरी मिर्च दोनों ही मिर्च दुनिया भर के स्वादिष्ट व्यंजनों में जरूरी सामग्री में एक है. मसालेदार सब्जी चोखा चटनी के बिना अधूरा है. लाल मिर्च या हरी मिर्च के साथ ही व्यंजन चटकदार बनता है. सभी लोग स्वादिष्ट भोजन बनाने के लिए मिर्च का इस्तेमाल करते हैं. बिना मिर्च का भोजन टेस्ट अधूरा लगता है. सब्जी बनाने में लाल मिर्च और हरी मिर्च दोनों का इस्तेमाल किया जाता है.
लाल मिर्च या हरी मिर्च कौन फायदेमंद? बहुत सारे लोग ज्यादा तीखा खाना पसंद करते हैं तो कई लोग कम मिर्च मसाला सब्जी खाना पसंद करते हैं. लेकिन यह जानना बेहद जरूरी है कि लाल मिर्च या हरी मिर्च कौन हमारे शरीर के लिए फायदेमंद है? डॉ दिवाकर तेजस्वी बताते हैं कि हरी मिर्च के साथ लाल मिर्च का भी खाने में इस्तेमाल किया जाता है.
मिर्च में पोषक तत्वः डॉ दिवाकर तेजस्वी का कहना है कि दोनों ही मिर्च में अलग-अलग पोषक तत्व पाए जाते हैं जो सेहत के लिए बेहद ही लाभकारी होते हैं. कोई भी चीज ज्यादा मात्रा में जब सेवन किया जाएगा तो वह फायदेमंद नहीं बल्कि आपके लिए नुकसानदेह होगा. लाल मिर्च कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है. इसमें अधिक मात्रा में विटामिन ए, विटामिन के, विटामिन, सीविटामिन बी और कैरोटीनायड पाया जाता है.
लाल मिर्च खाने के फादयेः लाल मिर्च के सेवन ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है. कोशिश करनी चाहिए कि लाल मिर्च की सेवन ज्यादा नहीं करें अन्यथा कई अन्य समस्याएं पैदा हो सकती है. डायरिया की समस्या बढ़ सकती है. पेट और सीने में जलन हो सकती है. खास करके महिलाओं को प्रेगनेंसी में लाल मिर्च का सेवन करना बेहद हानिकारक होता है.
हरी मिर्च खाने के फायदेः हरी मिर्च को लेकर के कहा कि लाल मिर्च की तुलना में यह ज्यादा फायदेमंद है. हरी मिर्च में पानी की मात्रा ज्यादा और कैलोरी न के बराबर होती है. यह उन लोगों के लिए बेहद फायदेमंद होता है जो वजन घटाने की सोच रहे हैं. इसमें कैप्साईसिन नामक कंपाउंड में एंटी डायबिटिक गुण होते हैं जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है. हरी मिर्च में कई गुण है जैसे की पाचन, हार्ट और वजन को कंट्रोल करता है.
कौन ज्यादा बेहतर? डॉक्टर बताते हैं कि लाल मिर्च से ज्यादा फायदेमंद हरी मिर्च है. इसलिए लोगों को लाल मिर्च से ज्यादा हरी मिर्च का इस्तेमाल करना चाहिए. हरी मिर्च से भले ही सब्जी का रंग थोड़ा नहीं चढ़ेगा लेकिन शरीर के लिए बेहदफायदेमंद है. इसलिए लोग हरी मर्च का ज्यादा इस्तेमाल करें.
मिर्च का इतिहासः जानकारी के मुताबिक 7 हजार ईसा पूर्व मैकिस्को में मिर्च का उपयोग किया गया था. यहां के लोग रोज के खाने में इसका इस्तेमाल करते थे. उस समय पूरी दुनियां मिर्च से अनजान थी. भारत का समुद्री मार्ग खोजते हुए जब इटैलियन समुद्री नाविक अमिरेका पहुंचे तो उन्हीं के साथ मिर्च यूरोप पहुंची. यूरोप में मिर्च ने अपनी उपस्थिति दर्ज करायी. इसके बाद से नई किस्म की मर्च की खेती शुरू हुई. वर्तमान में ठंडे प्रदेशों को छोड़कर सभी क्षेत्रों में मिर्च की खेती होती है.
मिर्च के अलग अलग नामः विश्वभर में 400 प्रजाति की मिर्च की खेती होती है. भारत में पुर्तगालियों के साथ मिर्च पहुंची. राजस्थान में सबसे ज्यादा मिर्च का उपयोग किया जाता है. इसे कई नाम से भी जाना जाता है. हिंदी में लाल मिर्च, बंगाली व उड़िया में लंका या लंकामोरिच, गुजराती में मार्च व मलयालम में मुलाकू बोला जाता है. बिहार की बात करें तो यहां मिर्च बोला जाता है. हालांकि भोजपुरी में मिरचाई भी बोला जाता है. सबसे ज्यादा तीखी मिर्च असम में उगाई जाती है जिसे भूत झोलकिया, नागा मोरिच और घोस्ट चिली भी कहा जाता है.