मुंबई: संजय लीला भंसाली की 'हीरामंडी' में नवाब जुल्फिकार का किरदार निभाने वाले शेखर सुमन ने सीरीज को लेकर कई बोल्ड बयान दिए हैं. हाल ही में एक इंटरव्यू में शेखर ने उन लोगों को घेरे में लिया जिन्होंने हीरामंडी को क्रिटिसाइज किया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लोग जलन महसूस कर रहे हैं और कुछ नहीं. जब शेखर से हीरामंडी की आलोचना के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, 'बहुत से बेवकूफ लोग इसे क्रिटिसाइज कर रहे हैं, इसके बारे में बात कर रहे हैं और ऐतिहासिक सटीकता और प्रामाणिकता पर सवाल उठा रहे हैं. लेकिन भंसाली साहब अपने डायस्टोपियन कहानियों के लिए जाने जाते हैं. उनके सिनेमा पर सवाल नहीं उठाया जाना चाहिए.
पाकिस्तान के क्रिटिसिज्म पर बोले शेखर सुमन
हीरामंडी को पाकिस्तान से मिली आलोचना पर शेखर सुमन ने कहा, 'पड़ोसी मुल्क के कुछ लोग हैं जो इस बात को लेकर बहुत जलन महसूस कर रहे हैं कि इन्होनें यह कैसे बना दिया. भाई आप बना लेते और आप हमारी हीरामंडी की चर्चा क्यों कर रहे हैं? हम आपकी फिल्मों पर चर्चा नहीं करते. हमें यह भी नहीं पता कि आप फिल्में बनाते हैं या नहीं, या आप क्या बना रहे हैं.
नवाब जुल्फिकार के रुप में बटोरीं तारीफ
हीरमंडी में शेखर ने नवाब जुल्फिकार का किरदार निभाया है, जबकि उनके बेटे अध्ययन ने युवा जुल्फिकार और नवाब जोरावर का किरदार निभाया है. यह सीरीज भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन की झलक दिखाती है. यह संजय लीला भंसाली की ओटीटी प्लेटफार्मों पर पहली फिल्म है. शो का टाइटल भारत के विभाजन से पहले के दौरान लाहौर के रेड-लाइट जिले हीरामंडी से लिया गया है. कहानी हीरामंडी के दरबारियों, लाहौर के नवाबों और ब्रिटिश अधिकारियों के बीच सत्ता के संघर्ष पर प्रकाश डालती है. हीरामंडी में मनीषा कोइराला, सोनाक्षी सिन्हा, अदिति राव हैदरी, शर्मिन सहगल, संजीदा शेख, फरीदा जलाल, फरदीन खान, शेखर सुमन जैसे कलाकारों ने खास रोल प्ले किए हैं.