मुंबई: सलमान खान फायरिंग मामले में एक बड़ा अपडेट सामने आया है. मिली जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार आरोपियों के पास से जब्त किए गए फोन में एक ऑडियो रिकॉर्डिंग मिली है. बरामद ऑडियो को पुलिस ने जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा था. बताया गया है कि यह ऑडियो गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई की ऑडियो रिकॉर्डिंग से मेल खाता है.
फॉरेंसिक लैब ने की पुष्टि
सलमान खान के घर पर फायरिंग मामले में गिरफ्तार आरोपी विक्की गुप्ता ने बिहार के चंपारण में अपने भाई सोनू को कुछ ऑडियो क्लिप भेजे थे. ये ऑडियो क्लिप मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने अपने कब्जे में ले ली है. जांच के दौरान इन ऑडियो क्लिप्स को फॉरेंसिक लैब भेजा गया था. अब फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट आ गई है. इस रिपोर्ट के मुताबिक, ऑडियो क्लिप में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई की आवाज सामने आई है. साथ ही आरोपी विक्की गुप्ता की भी आवाज होने की पुष्टि हुई है.
ये है पूरा मामला
14 अप्रैल को सुबह 5.50 बजे सलमान के बांद्रा स्थित आवास के बाहर दो शूटरों ने गोलीबारी की और गुजरात के कच्छ भाग गए. फिर 16 अप्रैल को दो शूटर सागर पाल और विक्की गुप्ता को मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने हथकड़ी लगा दी. ये दोनों आरोपी पनवेल में किराए के मकान में रहते थे. वहां दोनों को दो-दो पिस्तौल मुहैया करायी गयी. फायरिंग के बाद दोनों ने पिस्तौलें सूरत की तापी नदी में फेंक दी थीं. दिलचस्प बात यह है कि वीओआईपी और टेलीग्राम के जरिए अनमोल बिश्नोई गिरोह के सहयोगी आरोपी सागर पाल और विक्की गुप्ता के संपर्क में था. इसी बीच बिहार के मूल निवासी विक्की पाल ने अपने भाई सोनू पाल के मोबाइल पर कुछ ऑडियो क्लिप भेजे थे. उन दोनों ऑडियो क्लिप को मुंबई पुलिस ने फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा था. एक ऑडियो क्लिप की फॉरेंसिक रिपोर्ट मिल गई है और उस रिपोर्ट में साफ है कि ऑडियो में आरोपी विक्की गुप्ता की आवाज है. एक और ऑडियो फोरेंसिक रिपोर्ट आनी बाकी है.
एक आरोपी ने हिरासत में की आत्महत्या
इस मामले में छह आरोपियों सागर पाल, विक्की गुप्ता, सोनूकुमार बिश्नोई, अनुज थापन हरपाल सिंह उर्फ हैरी, मोहम्मद रफीक और सरदार चौधरी को गिरफ्तार किया गया था. हालांकि, आरोपी अनुज थापन ने पुलिस हिरासत में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. बाकी पांच आरोपी फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं. वहीं पुलिस ने सलमान खान और उनके भाई अरबाज खान दोनों का बयान मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 4 जून को दर्ज किया था.